Anees Bazmee speaks on Akshay Kumar’s absence in Bhool Bhulaiyaa 3, Says he’s dying to work with actor | ‘भूल भुलैया-3’ में अक्षय के ना होने पर बोले डायरेक्टर: उनके साथ काम करने को मर रहा हूं, थर्ड पार्ट में सकती है माधुरी-सारा की एंट्री

14 मिनट पहले

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2022 में रिलीज हुई फिल्म ‘भूल भुलैया-2’ में कार्तिक आर्यन को देखकर कई फैंस बेहद खुश थे। वहीं कुछ फैंस का मानना था कि इसमें ओरिजिनल फिल्म में लीड रोल में नजर आए अक्षय कुमार को ही लीड रोल प्ले करना चाहिए था।

फिल्म रिलीज होने से पहले कार्तिक और अक्षय के बीच खूब कंपैरिजन किया गया। हालांकि, रिलीज के बाद यह फिल्म सुपरहिट रही। अब इसके तीसरे पार्ट में भी कार्तिक आर्यन ही लीड रोल में नजर आने वाले हैं। ऐसे में एक बार फिर से इस बात को लेकर बहस शुरू हो गई है कि मेकर्स काे इस फ्रेंचाइजी में अक्षय कुमार को वापस लाना चाहिए।

अक्षय 2007 में रिलीज हुए इस फिल्म के फर्स्ट पार्ट में साइकेट्रिस्ट डॉ. आदित्य श्रीवास्तव के रोल में नजर आए थे।

अक्षय 2007 में रिलीज हुए इस फिल्म के फर्स्ट पार्ट में साइकेट्रिस्ट डॉ. आदित्य श्रीवास्तव के रोल में नजर आए थे।

अक्षय के लिए स्क्रिप्ट नहीं लिख पा रहा हूं: अनीस
हाल ही में जूम को दिए एक इंटरव्यू में डायरेक्टर अनीस बज्मी ने फिल्म के सीक्वल्स में अक्षय कुमार के ना होने पर बात की। बज्मी ने कहा, ‘अक्षय कुमार इस फिल्म के थर्ड पार्ट का भी हिस्सा नहीं हैं। मैं उनके साथ काम करने के लिए मर रहा हूं पर बदकिस्मती से मैं एक ऐसी स्क्रिप्ट नहीं तैयार कर पा रहा हूं जिस पर हम साथ काम करें। शायद फ्यूचर में ऐसा कोई दिन आए।’

‘तुरंत इस रोल के लिए तैयार हो गई थीं विद्या’
बज्मी ने इस इंटरव्यू में फिल्म के थर्ड पार्ट में विद्या बालन के लौटने पर भी बात की। बज्मी ने कहा, ‘विद्या ने फिल्म में सिर्फ 3 दिन का रोल करने के लिए हामी भरी है। मुझे याद है जब मैंने उन्हें कॉल किया था तो वो बिना समय गंवाए यह रोल करने के लिए तैयार हो गई थीं।’

फिल्म के फर्स्ट और सेकेंड पार्ट दोनों ही बॉक्स ऑफिस पर हिट रहे थे।

फिल्म के फर्स्ट और सेकेंड पार्ट दोनों ही बॉक्स ऑफिस पर हिट रहे थे।

कार्तिक ने मंगलवार को शेयर किया टीजर
इससे पहले सोमवार को कार्तिक आर्यन ने फिल्म ‘भूल भुलैया-3’ का टीजर शेयर करते हुए फिल्म में विद्या बालन के वापस लौटने की अनाउंसमेंट की है। विद्या इस फिल्म के फर्स्ट पार्ट में मंजुलिका के किरदार में नजर आई थीं। अब थर्ड पार्ट में वो फिर से इस रोल में नजर आएंगी।

कार्तिक ने हाल ही में फिल्म के थर्ड पार्ट का टीजर शेयर किया है जिसमें वो और विद्या बालन साथ नजर आ रहे हैं।

कार्तिक ने हाल ही में फिल्म के थर्ड पार्ट का टीजर शेयर किया है जिसमें वो और विद्या बालन साथ नजर आ रहे हैं।

माधुरी दीक्षित और सारा अली खान भी आ सकती हैं नजर
इसके अलावा फिल्म को लेकर चर्चा है कि इसमें माधुरी दीक्षित भी अहम रोल में नजर आ सकती हैं। मिड डे की एक रिपोर्ट की मानें तो इस बार रूह बाबा बने कार्तिक, फिल्म में दो भूतों से लड़ते नजर आएंगे। एक का किरदार विद्या बालन और दूसरे का किरदार माधुरी दीक्षित निभाएंगी। फिल्म मार्च से फ्लोर पर जाएगी। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि फिल्म के थर्ड पार्ट में कार्तिक की एक्स गर्लफ्रेंड सारा अली खान, कियारा आडवाणी को रिप्लेस कर सकती हैं।

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‘भूल भुलैया-3’ में होगी मंजुलिका की वापसी:टीजर शेयर कर कार्तिक ने किया विद्या बालन का वेलकम, फैंस बोले- अक्षय को भी वापस लाओ

बॉलीवुड की सुपरहिट हॉरर-कॉमेडी फ्रेंचाइजी ‘भूल भुलैया’ के तीसरे पार्ट की अनाउंसमेंट हो गई है। 2022 में रिलीज हुए फिल्म के सेकेंड पार्ट में लीड रोल प्ले करने वाले एक्टर कार्तिक आर्यन पूरी खबर यहां पढ़ें…

पांनी टंकी से गिरकर हुई युवक की हुई मौत

जनपद पंचायत अंतर्गत लछनपुर में अमृत मिशन जल योजना के तहत पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है। पानी टंकी में काम कर रहे मजदूर की गिरने से मौत हो गई। मजदूरों ने ठेकेदार की लापरवाही से मौत होने का आरोप लगाया है। पुलिस ने कहा ममाले में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Thu, 15 Feb 2024 12:14 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 15 Feb 2024 12:14 AM (IST)

पांनी टंकी से गिरकर हुई युवक की हुई मौत

HighLights

  1. अमृत मिशन जल योजना के तहत पानी टंकी का किया जा रहा है निर्माण
  2. पानी टंकी में काम कर रहे मजदूर की गिरने से मौत हो गई
  3. मजदूरों ने ठेकेदार की लापरवाही से मौत होने का लगाया आरोप

मुंगेली(नईदुनिया न्यूज)। जनपद पंचायत अंतर्गत लछनपुर में अमृत मिशन जल योजना के तहत पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है। पानी टंकी में काम कर रहे मजदूर की गिरने से मौत हो गई। मजदूरों ने ठेकेदार की लापरवाही से मौत होने का आरोप लगाया है। पुलिस ने कहा ममाले में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

जानकारी के अनुसार लछनपुर में पानी टंकी का निर्माण कार्य में मनोज मुखिया पिता जगो मुखिया (42) निवासी लक्ष्मीपुर जिला सहरसा, बिहार मजदूरी कर रहा था। दोपहर में निर्माण करते हुए पानी टंकी में निर्माण के दौरान पैर फिसलने से नीचे गिरने से मौत हो गई। इस दौरान मजदूरों ने बताया कि निर्माणाधीन पानी टंकी में काम करने वाले मजदूरों के लिए ठेकदार अमन गुप्ता द्वारा किसी प्रकार की सेप्टी व्यवस्था नहीं की गई है। उन्होंने ठेकदार से सेप्टी के लिए हेलमेट, सेप्टी बेल्ट व अन्य सेप्टी उपकरण की मांग किया था। इसके बाद भी उन्हें उपकरण नहीं दिया गया। इसके कारण जमीन से नीचे गिरने से मौत हो गई। मजूदर के शव को एम्बुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया जहां पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद शव को उसके स्वजन को सौंप दिया गया। मामले में फास्टरपुर पुलिस के थाना प्रभारी सुशील बंछोर ने बताया कि ग्राम पंचायत लछनपुर में निर्माणाधीन पानी टंकी में काम करने वाले मजदूर की गिरने से मौत हो गई है। उसे जिला अस्पताल मुंगेली ले जया गया।

जिला अस्पताल की रिपोट अभी नही आई है। पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद जांच की जाएगी। मामले में अपर कलेक्टर विरेन्द्र पाटले ने कहा कि उन्हें इस सम्बंध में कोई जानकारी नही है। यदि निर्माणधीन पानी टंकी से गिरने से मौत हुई है तो जांच कराई जाएगी।

Climate Replace: इन राज्यों में भारी बारिश का येलो अलर्ट, राजधानी दिल्ली में छाई रहेगी धुंध

दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से पश्चिम विदर्भ तक ट्रफ के प्रभाव के कारण बारिश हो सकती है।

By Sandeep Chourey

Publish Date: Mon, 12 Feb 2024 07:31 AM (IST)

Up to date Date: Mon, 12 Feb 2024 10:28 AM (IST)

Weather Update: इन राज्यों में भारी बारिश का येलो अलर्ट, राजधानी दिल्ली में छाई रहेगी धुंध
Climate Replace 12 से 13 फरवरी के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश और झारखंड में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।

HighLights

  1. 11 से 13 फरवरी तक मध्य भारत में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
  2. उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 7 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
  3. रविवार को पंजाब के अमृतसर में सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया।

डिजिटल डेस्क, इंदौर। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मध्य और उत्तर भारत के कई राज्यों में 13 फरवरी तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस बीच पंजाब और हरियाणा में शीत लहर का दौर जारी है। राजधानी दिल्ली भी ठंड से ठिठुर रही है।

मौसम विभाग की ओर से दी गई ताजा जानकारी के मुताबिक, 11 से 13 फरवरी तक मध्य भारत में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। रविवार के मौसम की बात की जाए तो उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 7 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। रविवार को पंजाब के अमृतसर में सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया।

कर्नाटक व पश्चिमी विदर्भ में भी बारिश की संभावना

मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से पश्चिम विदर्भ तक ट्रफ के प्रभाव के कारण बारिश हो सकती है। 12 से 13 फरवरी के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश और झारखंड में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। वहीं विदर्भ और छत्तीसगढ़ में भी 12 फरवरी को बारिश और आंधी आने की संभावना है। इसी तरह की स्थिति 13 और 14 फरवरी को बिहार में और 14 फरवरी को गंगीय पश्चिम बंगाल में हो सकती है।

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आईएमडी का पूर्वानुमान

मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी 5 दिनों में उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। अगले 3 दिनों के दौरान पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की धीरे-धीरे वृद्धि होने की संभावना है।

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    कई मीडिया संस्थानों में कार्य करने का करीब दो दशक का अनुभव। करियर की शुरुआत आकाशवाणी केंद्र खंडवा से हुई। महाराष्ट्र में फील्ड रिपोर्टिंग, भोपाल दूरदर्शन, ETV न्यूज़ सहित कुछ रीजनल न्यूज चैनल में काम करके इलेक्

Rekha began crying after listening to Saroj Khan’s scolding | सरोज खान की डांट सुनकर रोने लगी थीं रेखा: फिल्म ‘शेषनाग’ का है किस्सा, सेट पर लेट से आने पर पड़ी थी फटकार

2 दिन पहले

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रेखा की गिनती उनके जमाने की टॉप एक्ट्रेसेस में की जाती थी। आपको जैनकर हैरानी होगी कि इतनी बड़ी एक्ट्रेस को भी सेट पर डांट पड़ी थी। इतना ही नहीं रेखा डांट सुनने के बाद बहुत रोई थीं। ये किस्सा 33 साल पहले का है। इस दौरान रेखा फिल्म ‘शेषनाग’ की शूटिंग कर रही थीं। सेट पर पॉपुलर कोरियोग्राफर सरोज खान के साथ उनका झगड़ा हो गया था। झगड़े के दौरान सरोज खान ने रेखा को खूब डांट लगाई थी। वहां, मौजूद लोग भी नहीं समझ पाए कि उनके बीच झगड़ा क्यों हुआ।

1990 का दौर था, सरोज खान रेखा को फिल्म ‘शेषनाग’ के लिए डांस सिखा रही थीं। डांस सिखाने के लिए मेकर्स ने सरोज खान को कुछ ही दिन दिए थे। रेखा सेट पर थोड़ा लेट पहुंचती थीं। सरोज ने मेकर्स से कहा था कि वो रेखा को रिहर्सल के लिए टाइम पर आने के लिए बोल दें।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेखा ने एक दिन कुछ ज्यादा ही देरी कर दी। उनकी वजह से पूरी यूनिट को इंतजार करना पड़ा। आखिर में सरोज खान रेखा का इंतजार करते-करते थक गईं और उन्हें पैकअप करना पड़ा।

‘शेषनाग’ में रेखा को लेने का फैसला डायरेक्टर के.आर. रेड्डी का था। सरोज खान ने ही इस फिल्म के सारे गानों की कोरियोग्राफी की थी। इसी फिल्म के गाने ‘ओ मेरे दुश्मन’ में सरोज खान रेखा को डांस सिखा रही थीं। एक इंटरव्यू में सरोज खान ने रेखा संग झगड़े की वजह बताई थी।

शायद रेखा मेरे साथ काम करने में कम्फर्टेबल नहीं थीं- सरोज खान

‘लहरें’ को दिए एक इंटरव्यू में सरोज खान ने कहा था- मेरे और रेखा के बीच कोई गलतफहमी नहीं थी। वो विवाद बिना किसी वजह के ही बना दिया गया था। मैंने केवल पूछा था कि रेखा जी, मुझे ऐसा लगता है कि आपको मुझसे कोई प्रॉब्लम है। मुझसे आपको दिक्कत है। मैं आपको रिहर्सल के लिए बुलाती हूं, पर आप आती नहीं। अब आप शूटिंग के लिए आई हैं, तो कह रही हैं कि मैं ठीक नहीं हूं, तो या तो अपना डांस मास्टर बदलवा लीजिए या फिर प्रोड्यूसर से कह दें कि आप मेरे साथ काम नहीं करना चाहतीं। आपको कुछ तो समस्या होगी। आप मेरे साथ काम नहीं करना चाहतीं।

सरोज खान ने बताया था- जब मैंने रेखा से ये बात कही, तो वो रोने लगीं। उनकी आंखें भर आई थीं। सरोज ने कहा- हर एक्टर का कोई न कोई फेवरेट कोरियोग्राफर होता है। मुझे लगता है कि शायद वो मेरे साथ काम करने में कम्फर्टेबल नहीं थीं। ये सब सुनने के बाद रेखा अपने मेकअप रुम में चली जाती हैं। सेट पर लोग बात करने लगे कि रेखा रुम में रो रही हैं। ये बात सरोज खान को पता चलती है।

सरोज रेखा के पास गईं और उन्हें समझाया। सरोज ने रेखा से कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा है, वो बस चाहती हैं कि अगर वो उनके साथ कम्फर्टेबल नहीं हैं तो डांस मास्टर बदल सकती हैं। लेकिन रेखा ने ऐसा नहीं किया, उन्होंने सरोज खान के साथ ही गाना किया।

बता दें, 3 जुलाई 2020 में 71 साल की उम्र में सरोज खान का निधन हो गया था। उन्होंने मुंबई के गुरु नानक अस्पताल में आखिरी सांस ली।

Korba Crime Information: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के रेस्ट हाउस के बाथरूम में मिली कोरबा के व्यक्ति की लाश

पुलिस मृतक प्रतीक के स्वजनों की तलाश कर रही है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि प्रतीक कोरबा में किस क्षेत्र में निवासरत था।

By Pradeep Barmaiya

Publish Date: Thu, 15 Feb 2024 12:14 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 15 Feb 2024 12:14 AM (IST)

Korba Crime News: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के रेस्ट हाउस के बाथरूम में मिली कोरबा के व्यक्ति की लाश

HighLights

  1. दरवाजा तोड़ा गया तो बाथरूम में प्रतीक की लाश पड़ी हुई थी।
  2. वह पिछले तीन- चार दिनों से रायल रेस्ट हाउस में ठहरा हुआ था।
  3. पुलिस ने उसके पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया है।

कोरबा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के एक रेस्ट हाउस में मिली पर्यटक की लाश की शिनाख्त कोरबा निवासी प्रतीक कुमार पंत के रूप में की गई। वह पिछले तीन- चार दिनों से रायल रेस्ट हाउस में ठहरा हुआ था। पुलिस ने उसके पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया है। पुलिस के अनुसार पंत ने जहर पीकर आत्महत्या की है। प्रतीक कुमार को बुधवार की सुबह वापस जाना था, लेकिन उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला। दोपहर तक भी दरवाजा नहीं खुलने पर रेस्ट हाउस के संचालक ने दरवाजा पीटा तब भी कोई जवाब नहीं मिला।

अनहोनी होने की आशंका प्रबल होने पर दरवाजा तोड़ा गया तो बाथरूम में प्रतीक की लाश पड़ी हुई थी। पुलिस का कहना है कि प्रतीक ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया है जिससे उसकी मृत्यु हुई है। पुलिस ने सुसाइड नोट मिलने की बात कही, पर स्पष्ट नहीं किया कि सुसाइड नोट में क्या लिखा हुआ है। प्रतीक ने आखिर उमरिया में जाकर आत्महत्या क्यों की, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उमरिया पुलिस ने घटना की सूचना कोरबा पुलिस दी गई है। इसके आधार पर पुलिस मृतक प्रतीक के स्वजनों की तलाश कर रही है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि प्रतीक कोरबा में किस क्षेत्र में निवासरत था।

तेज रफ्तार सड़क किनारे दीवार से टकराई, दो घायल

कोरबा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। राइस मिल गोदाम के सामने एक तेज रफ्तार कार सड़क किनारे मकान से जा टकराई। घटना में वाहन के सामने का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस ने मामला कायम कर विवेचना में लिया है। सिविल लाइन पुलिस थाना रामपुर अंतर्गत यह घटना मंगलवार रात 11 बजे की बताई जा रही है। तेज रफ्तार कार में दो लोग सवार थे, जो शराब के नशे में धुत्त थे। घटना के बाद राहगीरों के भीड़ एकत्रित हो गई और वाहन में फंसे व्यक्ति को किसी तरह बाहर निकाला गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि वाहन की रफ्तार काफी तेज थी कि सड़क किनारे एक दीवार को तोड़ते हुए इंडस्ट्रियल एरिया के एक कंपनी में जाकर घुस गई। एयर बैग खुलने की वजह से चालक बच गया। घटना की सूचना के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची। फिलहाल इस हादसे में चालक और एक अन्य साथी की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है और उपचार के लिए एक व्यक्ति को रायपुर रेफर किया गया है।

India Qatar Relation: ‘PM मोदी न होते तो हम रिहा नहीं होते’, कतर में सजा-ए-मौत पाने वाले नागरिक भारत लौटे

India Qatar Relation पीएम मोदी और भारत सरकार के प्रयासों के कारण ही हमारी रिहाई संभव हो सकी है।

By Sandeep Chourey

Publish Date: Mon, 12 Feb 2024 09:25 AM (IST)

Up to date Date: Mon, 12 Feb 2024 10:28 AM (IST)

India Qatar Relation: ‘PM मोदी न होते तो हम रिहा नहीं होते’, कतर में सजा-ए-मौत पाने वाले नागरिक भारत लौटे
कतर से लौटे पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों में से एक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप के बिना हमारे लिए यहां खड़ा रहना संभव नहीं था।

HighLights

  1. भारतीय नागरिकों को 25 मार्च, 2023 को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
  2. सभी 7 भारतीय नागरिकों ने भारत आने पर भारत माता की जय के नारे लगाए।
  3. पीएम मोदी और भारत सरकार के प्रयासों के कारण ही हमारी रिहाई संभव हो सकी है।

एएनआई, नई दिल्ली। कतर में हिरासत में लिए गए 8 भारतीय नागरिकों को रिहा कर दिया गया है और इनमें से 7 नागरिक भारत लौट आए हैं। गौरतलब है कि जासूसी के आरोप में इन 8 नागरिकों को कतर में सजा-ए-मौत की सजा दी गई थी। इन भारतीय नागरिकों को अगस्त 2022 में कतर के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था। सभी 7 भारतीय नागरिकों ने भारत आने पर भारत माता की जय के नारे लगाए। कतर से लौटे पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों में से एक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप के बिना हमारे लिए यहां खड़ा रहना संभव नहीं था। पीएम मोदी और भारत सरकार के प्रयासों के कारण ही हमारी रिहाई संभव हो सकी है।

18 महीने किया इंतजार

एक अन्य पूर्व भारतीय नौसेना कर्मी ने भारत लौटने पर खुशी जताते हुए कहा कि हमने भारत आने के लिए करीब 18 माह तक इंतजार किया। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुत अधिक आभारी हैं। भारत सरकार के हर प्रयास के लिए हम तहे दिल से आभार जताते हैं।

ये है पूरा मामला

गौरतलब है कि भारतीय नागरिकों को 25 मार्च, 2023 को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कतर के कानून के मुताबिक, कानूनी कार्यवाही से गुजरना पड़ा। इस दौरान 8 भारतीयों को मौत की सजा दी गई थी। तब भारत ने कतर के फैसले पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए अपने नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सभी कानूनी विकल्प तलाशने की बात कही थी। भारतीय की रिहाई पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार कतर में हिरासत में लिए गए डहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करने वाले आठ भारतीय नागरिकों की रिहाई का स्वागत करती है।

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    कई मीडिया संस्थानों में कार्य करने का करीब दो दशक का अनुभव। करियर की शुरुआत आकाशवाणी केंद्र खंडवा से हुई। महाराष्ट्र में फील्ड रिपोर्टिंग, भोपाल दूरदर्शन, ETV न्यूज़ सहित कुछ रीजनल न्यूज चैनल में काम करके इलेक्

Randhir Kapoor Wrestle Story Spouse Babita Karishma Kareena | पत्नी-बेटियों का खर्च उठाने तक के पैसे नहीं थे: रणधीर कपूर को छोटे रोल मिले तो 10 साल एक्टिंग नहीं की, 43 साल में अवॉर्ड जीरो

4 मिनट पहले

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बॉलीवुड एक्टर रणधीर कपूर 77 साल के हो गए हैं। 15 फरवरी, 1947 को जन्मे रणधीर कपूर ने फिल्म ‘श्री 420’ (1955) में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्मी दुनिया में कदम रखा था। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में अभिनय किया। डायरेक्शन, प्रोडक्शन में भी उतरे। रणधीर कपूर की अहम फिल्मों में ‘कल आज और कल’, ‘जवानी दीवानी’, ‘रामपुर का लक्ष्मण’ और ‘चाचा भतीजा’ शामिल हैं। फिल्मों में उनका करियर उतार-चढ़ाव भरा रहा।

वो अपने पिता राज कपूर, भाई ऋषि कपूर की तरह स्टारडम की ऊंचाइयां नहीं छू पाए। इनकी निजी जिंदगी भी उथल-पुथल रही। शादी के कुछ सालों बाद ही पत्नी बबीता से अलगाव हो गया और दोनों अलग हो गए हालांकि इन्होंने तलाक नहीं लिया।

फिल्मी करियर खास न चलने से इन्हें बीवी-बच्चों के खर्चे तक चलाने में दिक्कत होने लगी। बेटी करिश्मा और करीना की स्कूल फीस तक भरने में परेशानी होती थी।

जन्मदिन के मौके पर नजर डालते हैं रणधीर कपूर की लाइफ से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्सों पर…

रणधीर के सामने रोमांटिक सीन शूट नहीं करते थे राज कपूर

रणधीर कपूर का जन्म 15 फरवरी,1947 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। वो 1920 से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय कपूर खानदान में पैदा हुए। लीजेंडरी फिल्ममेकर और एक्टर पृथ्वीराज कपूर इनके दादा और राज कपूर पिता हैं। ऋषि कपूर और राजीव कपूर इनके भाई थे। इसके अलावा इनकी दो बहनें रीमा और ऋतु हैं।

बचपन में ऋषि और रणधीर कपूर

बचपन में ऋषि और रणधीर कपूर

रणधीर जब छोटे थे तो अपने पिता राज कपूर के साथ उनकी फिल्मों की शूटिंग देखने जाया करते थे। ऐसे में जब कोई रोमांटिक सीन की शूटिंग होती थी तो राज कपूर उन्हें पांच रुपए देकर कहते थे- जाओ बाहर कुछ खा लो। दरअसल, उन्हें बेटे के सामने रोमांटिक सीन शूट करने में झिझक होती थी।

पिता ने नहीं करने दिया आरके स्टूडियो में काम

ग्रेजुएशन के बाद रणधीर ने राज कपूर से कह दिया कि वो आगे पढ़ाई नहीं करना चाहते बल्कि फिल्मों में काम करना चाहते हैं। रणधीर ने सोचा था कि उन्हें अपने ही आरके स्टूडियो में काम करने का मौका मिल जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

राज कपूर ने उन्हें साफ-साफ कह दिया कि अगर वो फिल्मों में काम करना चाहते हैं तो पहले आरके बैनर के बाहर जाकर काम करके देखें क्योंकि आरके स्टूडियो के मालिक होने के नाते वो यहां उतना सीख नहीं पाएंगे, जितना उन्हें सीखना चाहिए।

इसके बाद रणधीर ने डायरेक्टर लेख टंडन को असिस्ट कर शुरू किया और उन्होंने बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर 1968 में आई फिल्म ‘झुक गया आसमान’ में काम किया।

फिल्म 'रामपुर का लक्ष्मण' में रणधीर कपूर

फिल्म ‘रामपुर का लक्ष्मण’ में रणधीर कपूर

पिता और दादा को पहली फिल्म में किया डायरेक्ट

1971 में एक्टर के तौर पर रणधीर कपूर ने फिल्म ‘कल आज और कल’ से डेब्यू किया। ये बतौर डायरेक्टर भी उनकी पहली फिल्म थी। इस फिल्म में पिता राज कपूर और दादा पृथ्वीराज कपूर ने भी काम किया।

राज कपूर पहले इस फिल्म में काम नहीं करना चाहते थे क्योंकि इससे पहले उनकी छवि रोमांटिक हीरो की थी और स्क्रीन पर पिता का रोल करने में वो कंफर्टेबल नहीं थे लेकिन रणधीर ने बतौर डायरेक्टर अपनी पहली फिल्म में काम करने के लिए आखिरकार उन्हें मना ही लिया।

आरके बैनर के प्रोडक्शन में बनी इस फिल्म को एवरेज सक्सेस मिली थी। इसी फिल्म के सेट पर रणधीर और बबीता की प्रेम कहानी परवान चढ़ी थी।

‘कल आज और कल’ से डेब्यू के बाद रणधीर कपूर की 1972 में बैक टू बैक तीन फिल्में रिलीज हुईं। इनमें से एक फिल्म ‘जीत’ थी जो कि MGR और जयललिता की तमिल फिल्म ‘एन अन्नन’ की हिंदी रीमेक थी।

दूसरी फिल्म ‘जवानी दीवानी’ थी जो कि 1972 की सबसे बड़ी हिट फिल्म थी। वहीं, तीसरी फिल्म ‘रामपुर का लक्ष्मण’ थी जिसमें रणधीर कपूर के अलावा शत्रुघ्न सिन्हा, रेखा भी मुख्य भूमिका में थे। फिल्म के डायरेक्टर मनमोहन देसाई थे और इसके म्यूजिक डायरेक्टर आरडी बर्मन थे।

जीत की सक्सेस के बाद रणधीर कपूर ने MGR की एक और हिट फिल्म के हिंदी रीमेक में काम किया जिसका नाम ‘रिक्शावाला’ था। ये 1973 में रिलीज हुई थी जिसमें उनके अपोजिट नीतू सिंह थीं। फिल्म के डायरेक्टर के. शंकर थे।

फिल्म फ्लॉप रही थी लेकिन इसके गाने पॉपुलर हुए। इसके एक साल बाद 1974 में रणधीर ने फिल्म ‘हमराही’ और ‘हाथ की सफाई’ जैसी हिट फिल्मों में काम किया।

सपोर्टिंग रोल मिलने लगे तो 10 साल नहीं की एक्टिंग

1975 में रणधीर कपूर ने फिल्म ‘धरम करम’ बनाई जिसमें उन्होंने पिता राजकपूर के साथ एक बार फिर काम किया। इसी साल उनकी फिल्म ‘लफंगे’ और ‘पोंगा पंडित’ हिट रही थीं। 1976 से 1981 तक रणधीर कई मल्टीस्टारर फिल्मों में दिखे जिनमें ‘चाचा भतीजा’, ‘कसमें वादे’, ‘मामा भांजा’, ‘हीरा लाल पन्ना लाल’, ‘बीवी ओ बीवी’ जैसी फिल्मों में दिखे।

1981 में फिल्म ‘हरजाई’ पिटने के बाद रणधीर कपूर को बतौर हीरो फिल्में मिलना बंद हो गईं और उन्हें साइड रोल ऑफर होने लगे जिससे दुखी होकर उन्होंने एक्टिंग से दूरी बना ली। बतौर लीड एक्टर उनकी आखिरी फिल्म खजाना थी जो कि 1987 में रिलीज हुई थी।

1991 से रणधीर कपूर ने बतौर डायरेक्टर और प्रोड्यूसर अपने करियर पर फोकस किया और हिना, आ अब लौट चलें, प्रेम ग्रंथ जैसी फिल्में बनाईं। 10 साल के गैप के बाद उन्होंने फिल्म ‘लेडीज ओनली’ से एक्टिंग में फिर वापसी की लेकिन ये फिल्म रिलीज नहीं हो पाई। इसके बाद उन्होंने कुछ फिल्मों में छोटे-मोटे रोल किए। अपने 43 साल लंबे करियर में रणधीर कपूर को कोई अवॉर्ड नहीं मिला। उन्हें एकमात्र नॉमिनेशन उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में फिल्म ‘कसमें वादे’ के लिए मिला था जो कि बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के लिए था।

सेट पर बबीता से बढ़ी नजदीकियां, कर ली शादी

रणधीर कपूर ने 6 नवंबर 1971 को एक्ट्रेस बबीता से शादी की थी। इनकी पहली मुलाकात 1969 में हुई थी। दरअसल, 1969 में रिलीज हुई फिल्म ‘संगम’ में बबीता के पिताजी हरी शिवदासानी सपोर्टिंग एक्टर थे, जिसके डायरेक्टर राज कपूर थे।

बबीता-रणधीर कपूर की शादी में राज कपूर (बाएं), मंसूर अली खान पटौदी और शर्मिला टैगोर

बबीता-रणधीर कपूर की शादी में राज कपूर (बाएं), मंसूर अली खान पटौदी और शर्मिला टैगोर

सेट पर पिता राज कपूर के साथ रणधीर भी जाते थे और बबीता भी वहां पिता हरी के साथ पहुंचा करती थीं। यहीं रणधीर और बबीता की जान पहचान हो गई। दोनों एक-दूसरे के साथ वक्त बिताने लगे। इसके बाद रणधीर ने 1971 में जब अपनी डेब्यू फिल्म में ‘कल आज और कल’ में काम किया तो उन्होंने इसमें बबीता को भी कास्ट कर लिया। दोनों फिल्म शूटिंग के दौरान और करीब आ गए।

राज कपूर ने कहा था, बबीता बुड्ढी हो जाएगी तब शादी करेगा क्या?

कुछ साल पहले ‘द कपिल शर्मा शो’ में पहुंचे रणधीर कपूर ने बबीता के साथ अपनी लव स्टोरी का जिक्र करते हुए कहा था, ‘मैं केवल उनके साथ टाइमपास कर रहा था। फिर पापा (राज कपूर) ने मुझसे पूछा, शादी करने का इरादा है या नहीं? मैंने जवाब दिया कि अभी तो ऐसी प्लानिंग नहीं तो पापा ने मुझसे गुस्से में कहा, जब वो बुड्ढी हो जाएगी तो क्या तब उससे शादी करेगा? सच बताऊं तो मैंने बबीता को शादी के लिए प्रपोज नहीं किया था बल्कि मेरे पेरेंट्स ने मेरी तरफ से रिश्ता भेजा था।’

करिश्मा-करीना के साथ बबीता-रणधीर कपूर

करिश्मा-करीना के साथ बबीता-रणधीर कपूर

17 साल बाद रणधीर से अलग हो गईं बबीता

शादी के वक्त रणधीर 24 साल के थे। वहीं, बबीता के सामने राज कपूर ने ये शर्त रख दी कि रणधीर से शादी के बाद वो फिल्मों में काम नहीं कर सकती हैं क्योंकि कपूर खानदान की बहुएं शादी के बाद फिल्मों में काम नहीं करती हैं। बबीता ने ये बात मानी और अपना फिल्मी करियर दांव पर लगा दिया।

शादी के तीन साल बाद रणधीर-बबीता एक बेटी के पिता बने जिसका नाम करिश्मा रखा। इसके बाद 1980 में इनके घर एक और बेटी पैदा हुई जिसका नाम करीना है।

बबीता के साथ रणधीर की शादी उतार-चढ़ाव भरी रही। दोनों 1988 में अलग हो गए। बबीता ने दोनों बेटियों के साथ रणधीर का घर छोड़ दिया। उन्होंने दोनों बेटियों की परवरिश अकेले की।

असफलता के कारण शराबी बन गए रणधीर

एक इंटरव्यू में रणधीर ने बबीता से अनबन के बारे में बात करते हुए कहा था, ‘बबीता को मेरा घर देर से आना और खूब शराब पीना बिल्कुल पसंद नहीं था। उन्हें लगता था कि मैं एक बुरा आदमी हूं। भले ही हमने लव मैरिज की थी लेकिन मैं वैसे नहीं रहना चाहता था जैसे कि वो चाहती थीं और वो मुझे वैसे एक्सेप्ट नहीं करना चाहती थीं, जैसा मैं था। हमारे दो प्यारे बच्चे हैं। बबीता ने दोनों को बेहतरीन परवरिश दी और बड़े होकर इन्होंने हमारा न सिर्फ नाम रोशन किया बल्कि खुद को भी अपने करियर में बखूबी स्थापित किया। एक पिता के तौर पर मुझे और क्या चाहिए?’

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘रणधीर और बबीता के रिश्ते में दरार आने की एक वजह ये भी थी कि अस्सी के दशक में रणधीर कपूर का फिल्मी करियर डाउनफॉल पर चला गया था। उनकी फिल्में पिटने लगी थीं और उन्हें काम मिलना कम हो गया। इस डिप्रेशन में वो खूब शराब पीने लगे थे।’

एक इंटरव्यू में रणधीर ने कहा था, ‘आज किसी भी एक्टर के लिए पैसा कमाना बहुत ही आसान हो गया है। हमारे जमाने में ऐसा बिल्कुल नहीं था। मेरे पास अपनी बेटियों की ट्यूशन फीस देने तक के पैसे नहीं थे। हम पैसा कमाने के लिए बहुत मेहनत करते थे, मेरे लिए वो दौर इतना मुश्किल था कि अपनी कमाई से मैं पत्नी बबीता के खर्चे भी नहीं उठा पाता था’।

अलग हुए लेकिन नहीं लिया तलाक

रणधीर और बबीता भले ही 35 सालों तक अलग रहे हैं लेकिन इन्होंने तलाक नहीं लिया। इसकी वजह भी रणधीर कपूर ने एक इंटरव्यू में बताई थी। उन्होंने कहा था, ‘तलाक किसलिए? न मुझे दूसरी शादी करनी थी न बबीता को, इसलिए तलाक का सवाल ही नहीं उठता।’

आज भी बबीता और रणधीर कपूर किसी भी फैमिली फंक्शन में साथ नजर आते है और मुसीबत में एक-दूसरे को हमेशा सपोर्ट करते हैं। पिछले साल से रणधीर और बबीता एक बार फिर साथ रहने लगे हैं।

करीना ने कहा था-अलग रहने में कोई हर्ज नहीं

करीना ने अपने पेरेंट्स के अलग होने पर रिएक्शन दिया था। उन्होंने कहा था, ‘मैं और करिश्मा बहुत छोटी सी उम्र में ही ये समझ चुके थे कि बिन साथ रहे भी रिश्ते अच्छे तरीके से निभाए जा सकते हैं। हमारे पेरेंट्स भले ही साथ ना रहें लेकिन जब भी उन्हें कहीं साथ मौजूद होना होता है तो वो पहुंच जाते हैं। मेरे पेरेंट्स अच्छा रिलेशनशिप शेयर करते हैं, लेकिन दो लोग जब ये समझ जाते हैं कि कई बार जिंदगी जैसी प्लान करो वैसी नहीं चलती तो अलग रहने में कोई हर्ज नहीं है।’

करीना ने एक इंटरव्यू में ये भी बताया था कि सिंगल पेरेंट के तौर पर उनकी मां बबीता को काफी स्ट्रगल करना पड़ा था। करीना ने कहा था, ‘लोगों को लगता था कि हम कपूर खानदान से हैं तो हमारे पास सबकुछ था लेकिन ऐसा नहीं है। हमारे लिए सबकुछ बहुत लिमिटेड था। करिश्मा लोकल ट्रेन से कॉलेज जाया करती थीं। हमारा बचपन भी बेहद नॉर्मल बीता लेकिन, इन बुरे दिनों से जूझते हुए मां ने हमेशा सीख दी कि हर चीज की कद्र करो।’

डिमेंशिया होने की आई थीं खबरें

77 साल के हो चुके रणधीर स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहे हैं। वो ठीक से चल नहीं पाते और कई बार उन्हें व्हीलचेयर पर देखा जाता है। दो साल पहले रणबीर कपूर ने खुलासा किया था कि रणधीर डिमेंशिया से जूझ रहे हैं।

इस बीमारी में याददाश्त, सोचने की क्षमता पर गहर असर पड़ता है। चीजें याद नहीं रहती। मेमोरी लॉस भी होता है हालांकि रणधीर कपूर ने रणबीर की इन बातों का खंडन कर दिया था। उन्होंने कहा था कि उन्हें डिमेंशिया नहीं है।

415 करोड़ के मालिक हैं रणधीर

रणधीर कपूर की नेटवर्थ 415 करोड़ रु. है। उन्होंने अपने करियर में एक्टिंग, डायरेक्शन, फिल्म प्रोडक्शन से कमाई की है। इसके अलावा उन्होंने रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट से भी करोड़ो रुपए कमाए हैं। मुंबई में उनकी कई पॉश जगहों पर प्रॉपर्टी है। उन्होंने कई कमर्शियल स्पेस भी रेंट पर दे रखे हैं।

पीएम आवास के 50 से ज्यादा मकानों में मुस्लिमों का कब्जा

साल 2013 में हाउसिंग बोर्ड ने ऐसे लोग जो मकानविहीन हैं, उनके लिए 400 मकान बनवाए। उनमें से 335 मकान पात्र हितग्राहियों को आवंटित किया गया और बचे 65 मकानों पर ताला लगा दिया गया। इसके कुछ महीने बाद आसपास के कुछ मुस्लिम परिवार ताला तोड़कर मकानों में घुसकर रहने लगे।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Thu, 15 Feb 2024 05:10 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 15 Feb 2024 05:10 AM (IST)

पीएम आवास के 50 से ज्यादा मकानों में मुस्लिमों का कब्जा
दो मकानों में अवैध निर्माण कराते हुए उसे मजारनुमा शक्ल दे दिया गया है।

HighLights

  1. दो मकानों में नियम विरुद्ध मजारनुमा स्थल निर्माण करा कर रहे झाड़-फूंक
  2. देवरीखुर्द हाउसिंग बोर्ड कालोनी का मामला, कुछ मकान बन चुके हैं जुआ, शराब के अड्डे
  3. शिकायत मिलने पर निगम ने ताला तोड़कर मकान में घुसने वाले 125 लोगों को खाली करने का दिया नोटिस

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। हाउसिंग बोर्ड कालोनी देवरीखुर्द के वार्ड 23 में हाउसिंग बोर्ड ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 400 मकान बनाए हैं। यहां लोगों ने 125 मकानों पर कब्जा कर लिया है। उनमें से 50 से ज्यादा मुस्लिम परिवार ऐसे हैं, जिन्होंने ताला तोड़कर मकानों पर कब्जा जमाया है। साथ ही दो मकानों में अवैध निर्माण कराते हुए उसे मजारनुमा शक्ल दे दिया गया है। वहां पर झाड़-फूंक आदि किया जा रहा है। वहीं कुछ अन्य मकान भी बदमाश युवकों का अड्डा बन गया है, जहां पर 24 घंटे शराब, गांजा, जुआ के साथ अन्य प्रकार की असामाजिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। इससे आसपास के रहवासी दहशत में हैं। इसी को लेकर इसकी शिकायत नगर निगम प्रबंधन से की गई है, जहां शिकायत में मकान पर कब्जा करने की पुष्टि होने पर जबरदस्ती घुसे 125 परिवारों को मकान खाली करने का नोटिस थमाया गया है।

साल 2013 में हाउसिंग बोर्ड ने ऐसे लोग जो मकानविहीन हैं, उनके लिए 400 मकान बनवाए। उनमें से 335 मकान पात्र हितग्राहियों को आवंटित किया गया और बचे 65 मकानों पर ताला लगा दिया गया। इसके कुछ महीने बाद आसपास के कुछ मुस्लिम परिवार ताला तोड़कर मकानों में घुसकर रहने लगे। धीरे-धीरे शहर के तालापारा व अन्य क्षेत्र के मुस्लिम भी मकान का ताला तोड़कर यहां रहने लगे। देखते ही देखते 50 से ज्यादा मुस्लिम परिवारों का इन मकानों पर कब्जा हो गया। इसी तरह आसपास रहने वालों ने भी मकान के पात्र हितग्राहियों को डराकर मकान से भगा दिया और उस पर कब्जा कर लिया। मौजूदा स्थिति में 125 मकानों पर कब्जा है। इन सब के बीच अवैध कब्जाधारी लोग यहां पर आतंक फैलाने लगे हैं। वही मकान नंबर 199 और 200 में जाकिर खान का कब्जा है। उसने इस मकान पर अतिरिक्त निर्माण कराते हुए एक मजारनुमा स्थल बनवाते हुए झाड़-फूंक कर रहा है। वहीं आसपास के रहवासियों का कहना है कि अन्य मकानों में रहने वाले भी असामाजिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं। इससे क्षेत्र का माहौल खराब हो गया है। वहीं अब इस प्रकार की दिक्कतों को देखते हुए रहवासियों ने इसकी शिकायत नगर निगम से की है। जहां इस मामले को गंभीरता से लिया गया है और तत्काल कब्जा करने वालों को नोटिस जारी करते हुए मकान खाली करने के निर्देश दिए गए हैं।

बांग्लादेशी भी पकड़ा चुके हैं

आशंका यह भी है कि कुछ कब्जा किए गए मकानों में बांग्लादेशी भी रहते हैं, क्योंकि आज से करीब तीन साल पहले तोरवा पुलिस की जांच में यहां रहने वाले चार मुस्लिम परिवार पकड़ में आए थे। जांच में उनके बांग्लादेशी होने की पुष्टि भी हुई थी। ऐसे में कब्जे वाले कई अन्य मकानों को भी संदिग्ध माना जा रहा है। मौजूदा स्थिति में जबरदस्ती ताला तोड़कर रहने वाले ज्यादातर लोगों का वेरीफिकेशन तक नहीं हो सका है।

हो चुका है लव जेहाद का मामला

कुछ दिन पहले ही यहां पर लव जेहाद का मामला सामने आया था। इसमें उत्तरप्रदेश से आया इमरान नाम का युवक मजारनुमा निर्माण वाले घर के बाजू में ही रहता था। उसने इसी क्षेत्र में रहने वाली एक 13 साल की बच्ची को प्रेम जाल में फंसा लिया और उसे उत्तर प्रदेश ले गया था। मामला पुलिस में आया तो टीम ने कुछ दिन पहले ही बच्ची को उत्तर प्रदेश से बरामद किया और युवक के खिलाफ कार्रवाई की थी।

मोहल्ले के लोग रहते हैं दहशत में

लगातार असामाजिक गतिविधियां बढ़ती ही जा रही हैं। ऐसे में रहवासी दहशत में रहते हैं। हर समय कब्जा किए गए मकानों में कुछ न कुछ संदिग्ध गतिविधियां चलती ही रहती हैं। हर समय आठ से 10 आटो खड़ी रहती हैं और युवक शराबखोरी करने के साथ सड़क पर गाली-गलौज करते हैं। इससे रहने वालों का आना-जाना भी दूभर हो गया है।

जबरदस्ती मकान पर कब्जा कर क्षेत्र की बिगाड़ रहे शांति व्यवस्था

नगर निगम को शिकायत करने वाले हाउसिंग बोर्ड कालोनी के अध्यक्ष बीपी सिंह ने बताया कि पीएम आवास में जबरदस्ती कब्जा कर लिया गया है और ज्यादातर मकानों में अतिरिक्त निर्माण करा दिया गया है। यह नियम के विरुद्ध है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए निगम से इसकी शिकायत की गई है। इनकी वजह से क्षेत्र की शांति व्यवस्था खराब हो गई है।

वर्जन

शिकायत है मिली है कि मकान का ताला तोड़कर कब्जा कर लिया गया है और उस पर अतिरिक्त निर्माण करा लिया गया है। ऐसे लोगों को मकान खाली करने का नोटिस दिया गया है। मकान खाली नहीं करने की दशा में आगे की कार्रवाई की जाएगी।

सुरेश बरुआ, कार्यपालक अभियंता, नगर निगम