दाऊदी बोहरा समाज ने ईद की बांटी खुशियां

दाऊदी बोहरा समाज ने ईद की बांटी खुशियां

रमजान माह के तीस रोजे के बाद ईद अपने साथ बहुत सारी खुशियों लेकर आई। दाऊदी बोहरा समाज ने ईद की खुशियां मिलकर बांटी।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Wed, 10 Apr 2024 12:37 AM (IST)

Up to date Date: Wed, 10 Apr 2024 12:37 AM (IST)

नईदुनिया न्यूज, तखतपुर रमजान माह के तीस रोजे के बाद ईद अपने साथ बहुत सारी खुशियों लेकर आई। दाऊदी बोहरा समाज ने ईद की खुशियां मिलकर बांटी।

लोगों ने बताया कि रमजान के तीस दिनों तक रखे गए रोजा का एक ही मकसद है। शरीर, मन और आत्मा का शुद्धिकरण जिससे मन में सभी के प्रति दया, करुणा और सेवा करने की भावना आए। इसी कड़ी में दाऊदी बोहरा समाज ने ईद का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। ईद के खुतबे की नमाज सुबह साढ़े छह बजे मुंबई निवासी मुल्ला हमजा भाई के द्वारा पढ़ी गई। उन्होंने नमाज में देश में अमन चैन ख़ुशहाली और सुख समृद्धि शांति के लिए दुआएं मांगी व सैय्यदना साहब की उम्रदराजी के लिए दुआ की गई। तखतपुर में नई मस्जिद का निर्माण जल्द पूर्ण हो इसके उद्घाटन के लिए वे यहां आए इसके लिए भी दुआ की गई। ईद की नमाज के बाद सभी लोगों ने आपस में गले मिलकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। ईद की सेवाइयों का वितरण किया गया। ईद की खुशी का इजहार करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। माह भर सक्रिय एवं सेवा करने वाले युवाओं एवं बच्चों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के बाद नाश्ते का आयोजन यंग कमेटी द्वारा किया गया। इसके पश्चात बच्चों की टोलिया अपने-अपने घरों से नए-नए कपड़े पहनकर बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद और ईदी लेने के लिए स्वजन के घरों में पहुंचे। बड़े बुजुर्ग ने भी एक दूसरे के घरों में जाकर ईद की बधाई दी व एक दूसरे का हाल-चाल जाना ।

दोपहर की नमाज के बाद मजलिस व सामूहिक भोज आयोजित किया गया इस अवसर पर मुल्ला शब्बीर कपासी, जाफर कपासी, सिराज वनक, शब्बीर शाम, कुतुबुद्दीन भारमल, शब्बीर लक्ष्मीधर, ताहेर लक्ष्मीधर, यूसुफ वनक, सादिक कपासी, अब्बास हिरानी, जाकिर कपासी, मोईन वनक, युसूफ भारमल, मुर्तुजा लक्ष्मीधर, परवेज भारमल, हातिम लक्ष्मीधर, होजेफा कपासी, शब्बीर सीमेंट वाला, युसूफ लक्ष्मीधर, सैफ़ुद्दीन शाम, अदनान अली, मंसूर, इब्राहिम, मोइज भारमल, मोहम्मद कपासी, अब्दे अली, होजेफा भारमल, हाशिम भारमल, हमजा भारमल, कुशय शाम, मुस्तफा वनक, हातिम, हुसैन,अब्बास, मुर्तुजा, मुस्तफ़ा, ताहा, बुरहानुद्दीन सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।