गर्मी के दिनों में अस्पतालों में होने वाली आग की घटनाओं को रोकने की कवायद, स्वास्थ्य विभाग की टीम कभी भी कर सकती है औचक निरीक्षण
By Yogeshwar Sharma
Publish Date: Fri, 29 Mar 2024 01:43 AM (IST)
Up to date Date: Fri, 29 Mar 2024 01:43 AM (IST)
बिलासपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। समय-समय पर अस्पतालों में शार्ट सर्किट की वजह से आग लग जाती है, जिससे भर्ती मरीजों की जान आफत में पड़ जाती है। खासतौर से गर्मी के दिनों में पावर लोड की वजह से निजी अस्पतालों में आग लगने की आशंका ज्यादा रहती है। इन सब बातों को स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता से लिया है। इसके तहत गर्मियों में आग लगने के मामले होने की आशंका ज्यादा रहती है। इसमें अस्पताल सबसे ज्यादा संवेदनशील माने जाते हैं। इन्ही बातों को ध्यान में रखकर सभी निजी अस्पतालों को नोटिस जारी कर दिया गया है, जिसमे साफ किया गया है कि फायर सेफ्टी फीचर अपडेट होना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग की टीम कभी भी निजी अस्पताल का औचक निरीक्षण करेगी, उस समय यदि फायर सिस्टम दुरुस्त नहीं पाया गया तो उस अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिले में 151 से ज्यादा छोटे बड़े अस्पताल हैं। इसके अलावा 350 से ज्यादा क्लीनिक हैं। इन्हें पहले ही निर्देशित किया गया था कि वे अपने अस्पताल का फायर आडिट होम गार्ड से कराएं और ओके रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को दें। इससे यह पता चलेगा कि अस्पतालों में फायर सेफ्टी का पालन किया जा रहा है। इसके बाद भी दर्जनों अस्पताल ऐसे हैं, जिन्होंने अब तक फायर आडिट की ओके रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी है। वही अब फिर से सभी निजी अस्पताल को नोटिस देकर फायर आडिट कराने का अंतिम मौका दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने साफ किया है कि आने वाले दिनों में अस्पतालों का निरीक्षण किया जाएगा। इस दौरान किसी अस्पताल में कमी मिली तो उस पर कार्रवाई की गाज गिरना तय होगा।
सरकारी अस्पताल में भी कमियां की जाएंगी दूर
सीएमएचओ ने सरकारी अस्पताल में भी फायर सिस्टम के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत अग्निशमन यंत्र, रेत की बाल्टी, स्टाफ को आग पर काबू पाने का प्रशिक्षण आदि शामिल हैं। इसी को लेकर जिला अस्पताल का भी निरीक्षण किया गया है।