Bhagoria Images: भगोरिया उत्सव का होली के साथ हुआ समापन, देखिए इसकी तस्वीरें
Bhagoria Images: झाबुआ, आलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन के गांवों में होली के पहले सात दिनों तक मनाए जाने वाले इस उत्सव का इस बार निराला अंदाज दिखा।
By Prashant Pandey
Publish Date: Mon, 25 Mar 2024 06:13 PM (IST)
Up to date Date: Mon, 25 Mar 2024 06:29 PM (IST)

HighLights
- अंतिम भगोरिये मेले की मस्ती इस कदर थी कि देखते ही बन रही रही थी।
- काम के लिए दूसरे शहरों में गए लोग भी भगोरिया में शामिल होने के लिए अपने गांव पहुंचे थे।
- ढोल-मांदल की लय पर लोक नृत्य और नए परिधान में सजे-धजे ग्रामीणों में दिखा उल्लास।
Bhagoria Images: झाबुआ। मध्य प्रदेश के आदिवासी अंचल में भगोरिया उत्सव और मेलों का समापन होलिका दहन के साथ हो गया। झाबुआ, आलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन के गांवों में होली के पहले सात दिनों तक मनाए जाने वाले इस उत्सव का इस बार निराला अंदाज दिखा। काम के लिए दूसरे शहरों में गए लोग भी भगोरिया में शामिल होने के लिए अपने गांव पहुंचे थे।
रविवार को झाबुआ में अंतिम भगोरिये मेले की मस्ती इस कदर थी कि देखते ही बन रही रही थी। चारों तरफ से वाहन आ रहे थे, जिनमे हजारों की भीड़ थी। दोपहर एक बजते के बाद तो शहर में ऐसा लगा मानो पांव रखने की जगह ही नही बची है। ढोल-मांदल की लय पर लोक नृत्य और नए परिधान में सजे-धजे ग्रामीणों की उल्लास के साथ मेला स्थल पर उपस्थिति यह बता रही थी कि कोई बड़ा उत्साह मन रहा है।
इस पल को हर कोई देखकर उत्साहित था। वजह साफ थी किसाल में एक बार ही यह पर्व आता है। इस उत्सव मनाने के लिए 200 से अधिक गांव के लोग झाबुआ आए थे। जिला मुख्यालय होने से हमेशा से ही झाबुआ का मेला विशेष अहमियत रखता आया है। इसके मद्देनजर कांग्रेस व भाजपा ने भी अपनी गैर के माध्यम से शक्ति प्रदर्शित की।
चुनावी वर्ष होने से इस बार राजनीतिक दलों के लिए यह भगोरिया मेला खास था इसलिए अपनी क्षमता के अनुरूप दोनो दलों ने ताकत लगाई। हालांकि आम जनता का लक्ष्य केवल यह था कि उत्सव को जी भरकर मना लिया जावे। इसी कारण वे खूब बड़ी संख्या में मेला स्थल पर उमड़े।
झाबुआ की खासियत
– 200 से अधिक गांव सीधे जुड़े हुए
– 25 किमी दूर से आते हैं ग्रामीण
– 50 लाख तक का व्यवसाय सामान्य रूप से
– 200 से अधिक जवान लगे हुए रहते हैं
यह रहा खास
– 30 हजार से अधिक जनता की उपस्थिति
– 3 हजार अलग-अलग दुकानें
– 3 स्थानों पर अधिक भीड़
– 1 बजे दोपहर से जमा रंग
– 5 बजे शाम तक चलता रहा
यह था नजारा
थांदला गेट से लेकर बस स्टैंड तक के मार्ग पर, उत्कृष्ट विद्यालय खेल मैदान पर और बस स्टैंड पर मेला मुख्य रूप से आयोजित हुआ। झूले- चकरी व खाद्यान्न सामग्री का आनंद उत्कृष्ट खेल मैदान पर लिया जा रहा था। बस स्टैंड पर लोक नृत्य का तड़का लगा हुआ था, तो बाजार में चहल पहल लगातार जारी थी।


