Shubh Muhurat: ऑफिस की पहली एंट्री सिर्फ एक औपचारिकता नहीं होती. यह वह पल है, जब भविष्य की राह तय होती है. आज के कॉर्पोरेट दौर में लोग नौकरी बदलने को नई लाइफ-डील की तरह मानते हैं.
लेकिन शास्त्र कहते हैं अगर यह शुरुआत अशुभ समय पर हो जाए, तो मेहनत का फल देर से मिलता है, प्रमोशन रुक जाता है और बॉस से तालमेल बिगड़ सकता है.
क्यों जरूरी है शुभ मुहूर्त?
मुहूर्त चिंतामणि में स्पष्ट बताया गया है कि द्वितीया, पंचमी, दशमी, एकादशी, त्रयोदशी कार्यारम्भे शुभाः. यानी नौकरी या किसी बड़े काम की शुरुआत इन्हीं तिथियों में करनी चाहिए.
मुहूर्त चिंतामणि के अनुसार सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार का दिन स्थिरता और सफलता दिलाने वाला होता है. वहीं रोहिणी, हस्त, अनूराधा, रेवती जैसे नक्षत्र में शुरू हुआ काम लंबे समय तक टिकता है. इसी प्रकार से अभिजित मुहूर्त को हर कार्य को चिरस्थायी करने वाला समय.
किन दिनों से बचें?
मंगलवार और शनिवार को शुभ नहीं माना गया है. इस दिन कार्य आरंभ करने से वर्कप्लेस पर विवाद और अड़चन का सामना करना पड़ता है. वहीं अष्टमी, चतुर्दशी और अमावस्या की तिथियां नौकरी में तनाव और बाधा लाती हैं.राहुकाल और यमगंड को अच्छा नहीं माना गया है. इन समयों में प्रवेश करने पर शुरुआत भारी पड़ती है.
कॉर्पोरेट प्रोफेशनल्स के लिए खास संकेत
सोमवार और गुरुवार को जॉइनिंग करने वाले अक्सर बॉस के सपोर्ट और पदोन्नति पाते हैं. बुधवार और शुक्रवार को एंट्री लेने वाले लोग टीमवर्क और नेटवर्किंग में मजबूत रहते हैं.
गलत दिन पर जॉइनिंग करने वालों के साथ देखा गया है कि सालों की मेहनत भी सही पहचान नहीं दिला पाती है और किसी न किसी समस्या में उलझे ही रहते हैं.
करियर को मंगलमय बनाने के उपाय
पहली जॉइनिंग के दिन पीला या नीला परिधान पहनें. ऑफिस प्रवेश से पहले ॐ गं गणपतये नमः का जप करें. नई पेन या डायरी साथ ले जाना शुभारम्भ का प्रतीक है.
कॉर्पोरेट सेक्टर में सफलता सिर्फ स्किल्स और मेहनत का खेल नहीं है. शास्त्र मानते हैं कि सही शुरुआत ही सही मंजिल तक पहुंचाती है. अगर जॉइनिंग का दिन, नक्षत्र और मुहूर्त अनुकूल हो, तो करियर की हर मंजिल आसान हो जाती है.
FAQ
Q. क्या सचमुच जॉइनिंग का दिन करियर पर असर डालता है?
हां, मुहूर्त चिंतामणि में कार्यारम्भ का महत्व स्पष्ट बताया गया है.
Q. सबसे अच्छे दिन कौन-से हैं?
गुरुवार और शुक्रवार, खासकर दशमी और द्वितीया तिथि पर.
Q. किन दिनों से बचना चाहिए?
मंगलवार, शनिवार और राहुकाल/यमगंड के समय.
Q. कॉर्पोरेट में भी पूजा-पाठ के उपाय क्यों?
क्योंकि यह मनोबल बढ़ाता है और सकारात्मक ऊर्जा के साथ शुरुआत होती है.
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