भारत-US ट्रेड डील के रुख और कंपनियों के तिमाही नतीजे समेत इन फैक्टर से तय होगी बाजार की दिशा

भारत-US ट्रेड डील के रुख और कंपनियों के तिमाही नतीजे समेत इन फैक्टर से तय होगी बाजार की दिशा


Stock Market This Week: इस हफ्ते स्थानीय शेयर बाजार की दिशा भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर रुख, वैश्विक रुझान और इन्फोसिस-बजाज फाइनेंस जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों से तय होने वाली है. बाजार के जानकारों का मानना है कि हफ्ते के पहले कारोबार दिन सोमवार 21 जुलाई 2025 को तीन बड़ी  कंपनियां – रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के तिमाही नतीजों पर बाजार का रुख देखने को मिल सकता  है. 

तिमाही नतीजों से बदलेगी बाजार की चाल?

वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे शुक्रवार देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के आए और इसने 26,994 करोड़ रुपये का अपना अब तक का सबसे अधिक तिमाही लाभ दर्ज किया है. ये पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 78.3 प्रतिशत की जबरदस्त उछाल है. ब्रोकिंग फर्म रेलिगेयर लिमिटेड के सीनियर वाइस चीफ रिसर्च अजित मिश्रा का कहना है कि चालू तिमाही नतीजों के सत्र पर इस वक्त सभी की निगाहें लगी हुई हैं. 

सोमवार को निवेशक तीन दिग्गज कंपनियां- रिलायंस, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक के तिमाही नतीजे पर सबसे पहले अपनी प्रतिक्रिया देंगे. इसके बाद डॉ. रेड्डी लैबोरेटरीज, नेस्ले इंडिया, इन्फोसिस और बजाज फाइनेंस समेत अन्य कंपनियों की तरफ से तिमाही नतीजों का ऐलान किया जाएगा. 

विदेशी संस्थागत निवेशकों पर भी नजर

इसके साथ ही, अजीत मिश्रा का कहना है कि ग्लोबल स्तर पर ट्रेड डील जैसी घटनाक्रमों पर नजर रहेगी और विदेशी संस्थागत निवेशकों के प्रवाह के साथ ही मुद्रा की चाल से भी बाजार को दिशा मिलेगी.

इस बारे में ब्रोकिंग फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के रिसर्च चीफ- (संपदा प्रबंधन) सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि एक अगस्त की टैरिफ की समय-सीमा से पहले भारत और अमेरिका व्यापार समझौते के लिए लंबे समय से चल रहे इंतजार के चलते इन्वेस्टर मार्केट से दूरी बनाए हुए हैं.

इसके साथ ही, क्रूड ऑयल की कीमतों में उतार चढ़ाव और विदेश संस्थागत निवेशकों की गतिविधियों पर भी नजर रहेगी. गौरतलब है कि बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 742.74 अंक या 0.90 प्रतिशत नीचे आया. वहीं एनएसई का निफ्टी 181.45 अंक या 0.72 प्रतिशत के नुकसान में रहा.

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