भूल से टूट जाए सावन सोमवार का व्रत तो क्या करें?

भूल से टूट जाए सावन सोमवार का व्रत तो क्या करें?


सावन हिंदू कैलेंडर का पांचवा माह है, जोकि शिव पूजन के लिए समर्पित होता है. इस साल सावन 11 जुलाई से 9 अगस्त 2025 तक है. सावन में प्रतिदिन शिव पूजन करना शुभ होता है. लेकिन सावन सोमवार व्रत का विशेष धार्मिक महत्व है.

सावन हिंदू कैलेंडर का पांचवा माह है, जोकि शिव पूजन के लिए समर्पित होता है. इस साल सावन 11 जुलाई से 9 अगस्त 2025 तक है. सावन में प्रतिदिन शिव पूजन करना शुभ होता है. लेकिन सावन सोमवार व्रत का विशेष धार्मिक महत्व है.

सावन में पड़ने वाले सोमवार के दिन शिवभक्त पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ व्रत रखते हैं, जिससे कि शिव का आशीर्वाद पाया जा सके. लेकिन जाने-अनजाने में व्रत खंडित हो जाए या टूट जाए तो ऐसी परिस्थिति में क्या करना चाहिए?

सावन में पड़ने वाले सोमवार के दिन शिवभक्त पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ व्रत रखते हैं, जिससे कि शिव का आशीर्वाद पाया जा सके. लेकिन जाने-अनजाने में व्रत खंडित हो जाए या टूट जाए तो ऐसी परिस्थिति में क्या करना चाहिए?

गलती से व्रत टूट जाने पर मन में कई शंकाएं और सवाल पैदा होते हैं. लेकिन जाने-अनजाने में हुई गलतियों के लिए शास्त्रों में कुछ उपाय बताए गए हैं, जिससे कि आप दोष मुक्त हो सकते हैं. साथ ही इन उपायों को करने के बाद आपके व्रत का पुण्यफल भी व्यर्थ नहीं जाएगा.

गलती से व्रत टूट जाने पर मन में कई शंकाएं और सवाल पैदा होते हैं. लेकिन जाने-अनजाने में हुई गलतियों के लिए शास्त्रों में कुछ उपाय बताए गए हैं, जिससे कि आप दोष मुक्त हो सकते हैं. साथ ही इन उपायों को करने के बाद आपके व्रत का पुण्यफल भी व्यर्थ नहीं जाएगा.

क्षमायाचना- जाने-अनजाने में पूजा के दौरान कोई गलती हो जाए या भूल से व्रत टूट जाए तो इसके लिए सबसे पहले हमें भगवान से क्षमा याचना करनी चाहिए. हाथ जोड़कर अनजाने में हुई गलती की क्षमा मांगने पर ईश्वर माफ कर देते हैं.

क्षमायाचना- जाने-अनजाने में पूजा के दौरान कोई गलती हो जाए या भूल से व्रत टूट जाए तो इसके लिए सबसे पहले हमें भगवान से क्षमा याचना करनी चाहिए. हाथ जोड़कर अनजाने में हुई गलती की क्षमा मांगने पर ईश्वर माफ कर देते हैं.

व्रत का संकल्प लें- सावन सोमवार का व्रत अगर पहले प्रहर में टूट जाए तो फिर से व्रत करने का संकल्प लेकर उसी दिन या अगले दिन व्रत को पूरा कर सकते हैं. ऐसे व्रत को शास्त्रों में प्रायश्चित व्रत कहा गया है.

व्रत का संकल्प लें- सावन सोमवार का व्रत अगर पहले प्रहर में टूट जाए तो फिर से व्रत करने का संकल्प लेकर उसी दिन या अगले दिन व्रत को पूरा कर सकते हैं. ऐसे व्रत को शास्त्रों में प्रायश्चित व्रत कहा गया है.

मंत्र जाप करें- शिव पुराण में बताया गया है कि, यदि सावन सोमवार व्रत भूल से खंडित हो जाए तो महामृत्युंजय मंत्र का अधिक से अधिक जाप करना चाहिए. इससे शिव प्रसन्न होकर भूल चूक को माफ करते है और दोषों को दूर करते हैं.

मंत्र जाप करें- शिव पुराण में बताया गया है कि, यदि सावन सोमवार व्रत भूल से खंडित हो जाए तो महामृत्युंजय मंत्र का अधिक से अधिक जाप करना चाहिए. इससे शिव प्रसन्न होकर भूल चूक को माफ करते है और दोषों को दूर करते हैं.

दान करें- गलती से व्रत टूट जाए तो गरीब या जरूरतमंदों में अपने सामर्थ्यनुसार दान करें. आप मंदिर में भी दान कर सकते हैं. मानसिक शांति पाने और पापों के प्रायश्चित के लिए दान को सबसे उत्तम तरीका माना जाता है.

दान करें- गलती से व्रत टूट जाए तो गरीब या जरूरतमंदों में अपने सामर्थ्यनुसार दान करें. आप मंदिर में भी दान कर सकते हैं. मानसिक शांति पाने और पापों के प्रायश्चित के लिए दान को सबसे उत्तम तरीका माना जाता है.

Published at : 19 Jul 2025 07:04 AM (IST)

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