Mayasheel Ventures IPO: मायाशील वेंचर्स लिमिटेड ने शेयर बाजार में कदम रखने के साथ ही धमाल मचा दिया है. 27 जून, 2025 को NSE SME प्लेटफॉर्म पर कंपनी की लिस्टिंग हुई. मायाशील वेंचर्स लिमिटेड का आईपीओ 20 जून को लॉन्च हुआ और 24 जून को इश्यू क्लोज हुआ. 25 जून को शेयर अलॉट किए गए और 27 जून को लिस्टिंग हुई.
लिस्टिंग के बाद ही कंपनी के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. मायाशील वेंचर्स के शेयर की लिस्टिंग आईपीओ प्राइस से 23 परसेंट से अधिक 58 रुपये के प्रीमियम पर हुई. रिटेल निवेशक इस शेयर पर जमकर पैसा लगा रहे हैं. उन्होंने अपने शेयरों की लिस्टिंग इश्यू प्राइस से 9 परसेंट अधिक पर करके एक दमदार शुरुआत की.
इतने रुपये पर हुई शेयर की लिस्टिंग
आज मायाशील वेंचर्स के शेयर NSE पर 58 रुपये प्रति शेयर पर खुले, जो आईपीओ प्राइस 47 रुपये प्रति शेयर से 23.4 परसेंट ज्यादा है. कुछ देर कारोबार के बाद और अधिक बढ़त के साथ शेयर 60 रुपये प्रति शेयर के इंट्राडे हाई पर पहुंच गया. बाजार में कदम रखने के महज पांच मिनट के भीतर मायाशील वेंचर्स के 21.33 लाख शेयरों का लेन-देन हुआ. कुल 12.44 करोड़ रुपये के कारोबार के साथ कंपनी का मार्केट कैप 130.1 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
मायाशील वेंचर्स लिमिटेड का सब्सक्रिप्शन स्टेटस
मायाशील वेंचर्स लिमिटेड के आईपीओ को टोटल 232 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. इस इश्यू को रिटेल कैटेगरी में 102 गुना से अधिक, एनआईआई कैटेगरी में 715 गुना से अधिक और क्यूआईबी कैटेगरी में 98 गुना से अधिक सब्सक्रिप्शन मिला. इस आईपीओ का टोटल साइज 27.28 करोड़ रुपये का था. इस आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कंपनी कंस्ट्रक्शन कामों में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी को खरीदने के साथ-साथ कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने और पूंजीगत व्यय के लिए करेगी. बची हुई रकम का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
क्या करती है कंपनी?
मायाशील वेंचर्स एक कंस्ट्रक्शन कंपनी है, जो खासतौर पर NHIDCL और अन्य सरकारी विभागों के लिए रोड और हाइवे का निर्माण करती है. 2008 में बनी यह कंपनी एक्सप्रेस वे, फ्लाईओवर, पुल जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के काम से भी जुड़ी है. कंपनी इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन और BOQ बेसिस पर प्रोजेक्ट्स लेती है.
मायाशील वेंचर्स लिमिटेड पावर प्रोजेक्ट्स से जुड़े काम भी करती है जैसे कि स्ट्रीट लाइट लगाना, पावर हाउस का निर्माण, ट्रांसमिशन लाइन को बनाना वगैरह. कंपनी को अपने ज्यादातर प्रोजेक्ट्स सरकारी विभागों से मिलते हें इसलिए इनकी कमाई का मुख्य जरिया भी सरकारी टेंडर है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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