राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और हरियाणा के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ और दमन और दीव में भाजपा ने क्लीन स्वीप किया था।
By Navodit Saktawat
Publish Date: Tue, 19 Mar 2024 12:45 PM (IST)
Up to date Date: Tue, 19 Mar 2024 12:53 PM (IST)
HighLights
- इस जीत के साथ एक और उपलब्धि भाजपा के खाते में जुड़ी थी।
- एनडीए स्वतंत्र भारत में दूसरा कार्यकाल पाने वाली एकमात्र गैर-कांग्रेसी सरकार बन गई थी।
- नरेंद्र मोदी नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद पूर्ण बहुमत के साथ तीसरे प्रधान मंत्री बने थे।
डिजिटल डेस्क, इंदौर। देश की 18 वीं लोकसभा के लिए 7 चरणों में चुनाव अगले महीने से होने वाले हैं। आचार संहिता लागू होते ही सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। भाजपा को अपने गठबंधन एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से पिछले चुनाव की तुलना में इस बार बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। जहां तक 2019 के लोकसभा चुनाव की बात है, तब एनडीए ने 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जीत का परचम लहराया था। 2019 के चुनाव में भाजपा के गठबंधन ने इससे पिछले चुनाव 2014 के अपने प्रदर्शन को दोहराया था। नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) के अपने घटक दलों के साथ पूर्वोत्तर राज्यों के क्षेत्रीय दलों के साथ एनडीए के राजनीतिक गठबंधन ने सिक्किम, नागालैंड और मिजोरम में भी चुनाव जीता था। बीते चुनाव में भाजपा ने उत्तरी, पूर्वी और पश्चिमी भारत में लगभग 50 प्रतिशत वोट शेयर के साथ शानदार जीत की अपनी उपलब्धि दोहराई।
लगातार दूसरी बार सत्ता में आने वाली पहली गैर कांग्रेसी सरकार
इस जीत के साथ एक और उपलब्धि भाजपा के खाते में जुड़ी थी। भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए स्वतंत्र भारत में दूसरा कार्यकाल पाने वाली एकमात्र गैर-कांग्रेसी सरकार बन गई थी। इसी के साथ ही नरेंद्र मोदी जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद लोकसभा में पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता बरकरार रखने वाले तीसरे प्रधान मंत्री बने थे।
2019 में एनडीए के प्रदर्शन पर एक नज़र
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने कुल 542 लोकसभा सीटों में से 353 सीटें हासिल करने के लिए 2014 की अपनी 336 सीटों को पीछे छोड़ दिया था। बीजेपी ने अपने दम पर देशभर में 303 सीटें हासिल कीं थी और पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी।
इन राज्यों में किया था क्लीन स्वीप
मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह के गृह राज्य गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और हरियाणा के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ और दमन और दीव में भाजपा ने क्लीन स्वीप किया था। यानी यहां एकतरफा जीत हासिल हुई थी।
इस बार क्या हैं समीकरण
गुजरात – गुजरात की 26 लोकसभा सीटों पर एक ही चरण में 7 मई को मतदान होना है। यहां भाजपा व कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है। आम आदमी पार्टी भी इस बार मैदान में है। गृह मंत्री अमित शाह को इस बार भी गांधी नगर सीट से टिकट मिला है।
राजस्थान – राजस्थान में 25 सीटों के लिए दो चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में 12 सीटों के लिए 19 अप्रैल को वोटिंग होगी जबकि दूसरे चरण में 13 सीटों के लिए 26 अप्रैल को वोटिंग होगी। 2019 में सभी 25 सीटों पर भाजपा जीती थी। इस बार बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल को बीकानेर से टिकट दिया है। चुरू सीट से दो बार के विजेता राहुल कांस्वा का इस बार टिकट काटा गया है।
उत्तराखंड – उत्तराखंड की 5 सीटों के लिए एक ही चरण में 19 अप्रैल को वोटिंग होगी। इस बार भाजपा ने राज्य में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को हिमाचल से टिकट दिया है। साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को भी मैदान में उतारा है।
हरियाणा – हरियाणा की 10 सीटों के लिए 25 मई को एक ही चरण में मतदान होगा। यहां पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल करनाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। भारतीय जनता पार्टी ने करनाल के साथ-साथ हरियाणा की छह सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं। दूसरी लिस्ट में सोनीपत, रोहतक, कुरुक्षेत्र व हिसार का फैसला अभी हुआ नहीं है। जिन छह सीटों पर नामों की घोषणा की है। उनमें दो के नाम बदले गए हैं। भाजपा ने सिरसा और करनाल से उम्मीदवार बदल दिए हैं।
सफलता की सीटों के सोपान
– बीते चुनाव में गुजरात में बीजेपी ने अपना 2014 का प्रदर्शन दोहराया और लोकसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार सभी 26 लोकसभा सीटें जीतीं।
– 2019 में गांधीनगर से संसदीय क्षेत्र में पदार्पण करने वाले अमित शाह ने 5 लाख 57 हज़ार 14 वोटों से अपने पूर्ववर्ती और भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को पछाड़ दिया। जीत का अंतर रिकॉर्ड 4,83,121 वोटों का रहा।
– भाजपा ने पिछले 67 वर्षों में लगातार दूसरी बार क्लीन स्वीप करके राजस्थान में एक इतिहास भी रचा। इसने 25 संसदीय सीटों में से 24 पर जीत हासिल की। भाजपा की सहयोगी हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने एक और सीट जीती।
– 2019 में मोदी सरकार में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने वाले मंत्रियों ने अपनी सीटों से आराम से जीत हासिल की।
– राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जयपुर ग्रामीण में राष्ट्रमंडल खेलों (सीडब्ल्यूजी) की स्वर्ण पदक विजेता और कांग्रेस उम्मीदवार कृष्णा पूनिया को 3,93,171 वोटों से हराया।