Trump on Middle East: मध्य पूर्व (Middle East) में बढ़ते तनाव और ईरान को परमाणु हथियार न देने की अमेरिकी जिद के बीच अमेरिका ने इराक समेत क्षेत्र के कई देशों से अपने कुछ सरकारी कर्मचारियों और सैन्य परिवारों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि यह इलाका अब “खतरनाक” हो सकता है और अमेरिका ईरान को किसी भी हाल में परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देगा.
इराक से अमेरिकी दूतावास के आंशिक निकासी की तैयारी
रॉयटर्स के अनुसार, अमेरिका इराक में स्थित अपने दूतावास से आंशिक रूप से कर्मचारियों को हटाने की योजना बना रहा है. चार अमेरिकी और दो इराकी सूत्रों ने इसकी पुष्टि की, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि कौन से सुरक्षा कारणों ने यह निर्णय लेने को मजबूर किया.
बहरीन और कुवैत से स्वैच्छिक निकासी की अनुमति
एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने बहरीन और कुवैत से गैर-आवश्यक अमेरिकी कर्मचारियों और उनके परिवारों को स्वेच्छा से निकलने की अनुमति दे दी है.
विदेश विभाग की नई ट्रैवल एडवाइजरी
अमेरिकी विदेश विभाग ने 11 जून को अपनी ग्लोबल ट्रैवल एडवाइजरी अपडेट करते हुए कहा, “क्षेत्रीय तनाव के कारण, गैर-आपातकालीन अमेरिकी कर्मचारियों को हटाने का आदेश दिया गया है.”
ट्रंप का बड़ा बयान: ‘ईरान को परमाणु हथियार नहीं मिल सकता’
ट्रंप ने रिपोर्टर्स से कहा, “हमने उन्हें हटाने का निर्देश दिया है क्योंकि वह इलाका खतरनाक हो सकता है.” उन्होंने दोहराया, “ईरान को परमाणु हथियार नहीं मिल सकता. बिल्कुल नहीं.”
ट्रंप की चेतावनी और परमाणु डील पर गतिरोध
ट्रंप ने पहले भी कहा था कि अगर ईरान परमाणु कार्यक्रम पर समझौता नहीं करता तो वह सैन्य कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे. एक इंटरव्यू में उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अब भरोसा नहीं है कि ईरान यूरेनियम संवर्धन (uranium enrichment) को रोकने पर सहमत होगा.
ईरान की धमकी: अमेरिका के ठिकानों पर हमला करेंगे
ईरान के रक्षा मंत्री अज़ीज़ नासिरज़ादेह ने चेतावनी दी कि अगर ईरान पर हमला हुआ तो वह अमेरिकी ठिकानों पर पलटवार करेगा. ईरान के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने भी कहा,”हम परमाणु हथियार नहीं चाहते, लेकिन अमेरिका की सैन्य रणनीति से अस्थिरता ही बढ़ेगी.”
कुवैत और कतर में अभी स्थिति सामान्य
कुवैत स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा कि उनके स्टाफ में कोई बदलाव नहीं हुआ है और सभी संचालन सामान्य हैं. कतर स्थित अल उदीद एयर बेस, जो मिडिल ईस्ट में अमेरिका का सबसे बड़ा ठिकाना है, वहां भी कोई निकासी आदेश नहीं जारी हुआ है.
बहरीन में सैन्य परिवारों को निकालने की मंजूरी
अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हगसेथ ने मध्य पूर्व के कई ठिकानों से सैन्य परिवारों को निकालने की मंजूरी दे दी है. विशेष रूप से यह बहरीन के लिए लागू है, जहां ज्यादातर सैन्य परिवार रहते हैं.
तेल की कीमतों में तेजी
इराक से कर्मचारियों की संभावित निकासी की खबर आने के बाद तेल की कीमतें 3 डॉलर तक बढ़ गईं, जिससे ब्रेंट क्रूड की कीमत 69.18 डॉलर प्रति बैरल हो गई.
ब्रिटेन की चेतावनी और समुद्री मार्गों पर खतरा
ब्रिटेन की समुद्री एजेंसी ने भी चेतावनी दी कि तनाव के कारण सैन्य गतिविधियों में बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे ग़ुल्फ, ओमान की खाड़ी और होर्मुज़ जलडमरूमध्य जैसे महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों पर खतरा बढ़ सकता है. ब्रिटेन ने कहा कि वह इराक स्थित अपने दूतावास की स्थिति पर लगातार निगरानी रखेगा. उधर, इराकी राज्य समाचार एजेंसी ने सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा कि बगदाद में किसी बड़े खतरे का कोई संकेत नहीं मिला है जिससे निकासी की जरूरत पड़े.
इराक और ईरान के बीच तनावपूर्ण संबंध
इराक, जो अमेरिका और ईरान दोनों का साझेदार है, वहां करीब 2,500 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं. ईरान समर्थित सशस्त्र गुटों ने गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से अमेरिका पर कई बार हमले किए हैं, हालांकि इनकी संख्या अब कम हो गई है.
ईरान और इजरायल की सीधी टकराव की घटनाएं
2023 में ईरान और इजरायल ने पहली बार सीधा हमला किया था, जिसमें मिसाइल और ड्रोन इराक की सीमा से होते हुए गुजरे. इजरायल ने ईरान समर्थित गुटों पर इराक और सीरिया में भी हमले किए हैं.
नए परमाणु समझौते की कोशिशें जारी
अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु समझौते की नई दौर की बातचीत अगले कुछ दिनों में होनी है. ईरान की ओर से एक नया प्रस्ताव सौंपा जाएगा, क्योंकि उसने पहले अमेरिकी प्रस्ताव को ठुकरा दिया था.
जनरल कुरिल्ला की सैन्य चेतावनी
अमेरिकी सेना के जनरल माइकल “एरिक” कुरिल्ला ने राष्ट्रपति को ईरान को रोकने के लिए कई सैन्य विकल्प दिए हैं. उन्होंने बढ़ते तनाव के कारण अमेरिकी सांसदों के सामने होने वाली अपनी गवाही स्थगित कर दी है.