‘खतरा और ज्यादा हो गया है’, ऑपरेशन सिंदूर के पाकिस्तानी जनरल साहिर शमशाद मिर्जा की गीदड़भभकी


भारत-पाकिस्तान तनाव कम होने के बाद दोनों पक्षों ने सीमा पर अपने सैनिकों की संख्या कम करना शुरू कर दी है. इस बीच पाकिस्तानी सेना के जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने गीदड़भभकी दी कि भविष्य में तनाव बढ़ने का जोखिम अभी भी बना हुआ है.

शंगरी-ला डायलॉग फोरम में भाग लेने सिंगापुर पहुंचे पाकिस्तानी जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने कहा कि संघर्ष के दौरान परमाणु हथियारों को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया, लेकिन यह एक खतरनाक स्थिति थी.

‘परमाणु संपन्न पड़ोसियों के बीच तनाव खतरनाक रूप से अस्थिर’ 
जनरल मिर्जा ने रॉयटर्स को दिए इंटरव्यू में कहा, “इस बार कुछ नहीं हुआ, लेकिन आप किसी भी समय किसी भी रणनीतिक गलत अनुमान से इनकार नहीं कर सकते, क्योंकि जब संकट होता है तो प्रतिक्रियाएं अलग होती हैं.” उन्होंने गीदड़भभकी देते हुए कहा कि भले ही तत्काल संकट कम हो रहा हो, लेकिन परमाणु संपन्न पड़ोसियों के बीच अंतर्निहित तनाव खतरनाक रूप से अस्थिर बना हुआ है.

उन्होंने कहा कि भविष्य में तनाव बढ़ने का खतरा बढ़ गया है, क्योंकि हाल की लड़ाई कश्मीर के विवादित क्षेत्र से आगे बढ़कर प्रत्येक देश की मुख्य जमीन तक पहुंच गई है, जिस पर दोनों देश पूर्ण रूप से दावा करते हैं, लेकिन कुछ हिस्सों पर उनका नियंत्रण है.


‘हम लगभग 22 अप्रैल से पहले वाली स्थिति में आ गए हैं’
पाकिस्तान के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन मिर्जा ने कहा कि दोनों सेनाओं ने सैनिकों की संख्या कम करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार सार्वजनिक मंच पर बोलते हुए वरिष्ठ पाकिस्तानी जनरल मिर्जा ने कहा, “हम लगभग 22 अप्रैल से पहले वाली स्थिति में आ गए हैं. हम उस स्थिति के करीब पहुंच रहे हैं, या हम अब तक उस स्थिति के करीब पहुंच चुके होंगे.”

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