BJP Attack Congress: भारत की राजनीति एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर गरमा गई है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के राफेल विमान और भारतीय वायुसेना को लेकर की गई टिप्पणियों के बाद भाजपा ने पलटवार किया है. भाजपा नेताओं का आरोप है कि कांग्रेस जानबूझकर पाकिस्तान की भाषा बोल रही है और भारतीय सेना की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचा रही है.
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “सबूत गैंग फिर से सक्रिय हो गया है.” पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी सिर्फ इस बात में रुचि रखते हैं कि भारत ने कितने विमान खोए, जबकि भारत की सैन्य उपलब्धियों को नकार दिया जा रहा है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सोनिया गांधी आतंकवादियों के मारे जाने पर रोई थीं और राहुल गांधी ने 26/11 हमलों के बाद जश्न मनाया था. पात्रा ने दावा किया कि भारत ने 9 आतंकी शिविरों और 11 पाकिस्तानी हवाई अड्डों को नष्ट किया है और इसके प्रमाण के रूप में सैटेलाइट इमेजरी मौजूद है.
#WATCH | Delhi: BJP MP Sambit Patra says, “Rahul Gandhi, Jairam Ramesh, Revanth Reddy are asking how many Rafales were shot down. ‘Yeh jo Pakistan ke Babbar hain, woh Hindustan ke Gabbar hain’. Rahul Gandhi did not ask how many Pakistani airbases were destroyed, how many… pic.twitter.com/X43SVhZ9S5
— ANI (@ANI) May 30, 2025
“कांग्रेस नेता पाकिस्तान की पीआर एजेंसी की तरह”-अमित मालवीय
भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने भी एक्स (पूर्व ट्विटर) पर तीखी टिप्पणी की. उन्होंने रेवंत रेड्डी के उस बयान पर आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने पूछा था, “पाकिस्तान ने कितने राफेल मार गिराए?” मालवीय ने कहा कि अगर पाकिस्तान ने ऐसा दावा किया होता तो उसके पास सबूत होते—मलबा, सैटेलाइट इमेज या अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की पुष्टि. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता व्हाट्सएप फॉरवर्ड या सोशल मीडिया अफवाहों पर भरोसा करते हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करते हैं. उन्होंने लिखा, “कांग्रेस पाकिस्तान की पीआर एजेंसी की तरह बर्ताव कर रही है.”
रेवंत रेड्डी और राहुल गांधी के बयान
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हाल ही में एक रैली में प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि हाल के संघर्ष में पाकिस्तान ने कितने राफेल विमानों को मार गिराया. इसके साथ ही उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि युद्ध से पहले सर्वदलीय बैठक क्यों नहीं बुलाई गई और भाजपा सरकार पर पीओके को वापस लेने में विफल रहने का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर पर आरोप लगाया कि उन्होंने हमले की जानकारी पाकिस्तान को दी और पूछा, “हमने कितने विमान खोए? इसे किसने अधिकृत किया?”
कांग्रेस पर सवाल या देशद्रोह का आरोप?
इस पूरे विवाद में मुख्य सवाल यह है कि क्या विपक्षी दलों के सवाल उठाने को राष्ट्रविरोधी कहा जा सकता है? क्या सवाल पूछना लोकतंत्र में अपराध है या देशद्रोह की श्रेणी में आता है? भाजपा का मानना है कि जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात हो, तो विपक्ष को सेना पर संदेह नहीं करना चाहिए. वहीं कांग्रेस यह कहती है कि सरकार से सवाल पूछना उनका संवैधानिक अधिकार है और जनता को जवाबदेही सुनिश्चित करना उनका कर्तव्य.