Bangladesh News: बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान और अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. ढाका में तीनों सेनाओं के एक कार्यक्रम में जनरल वकार ने मोहम्मद यूनुस को सख्त संदेश दिया है. उन्होंने बांग्लादेश में आम चुनाव कराने की भी अल्टीमेटम दिया है. म्यांमार सीमा पर प्रस्तावित रखाइन कॉरिडोर को खूनी गलियारा करार देते हुए कहा कि इसे नहीं बनने दिया जाएगा.
आर्मी चीफ की चेतावनी पर यूनुस सरकार का यू-टर्न
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक जनरल वकार ने दो टूक कहा है कि जब तक देश (बांग्लादेश) में चुनी हुई सरकार नहीं आ जाती है तब तक कोई बड़ा फैसला नहीं लिया जाएगा. माना जाता है कि मोहम्मद यूनुस ने रखाइन कॉरिडोर पर सहमति जताई थी, जिसे बांग्लादेश की संप्रभुता के लिए खतरा माना जाता है. जनरल वकार की चेतावनी के बाद बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने रखाइन कॉरिडोर पर यू-टर्न ले लिया है.
आर्मी चीफ का सख्त निर्देश
रखाइन कॉरिडोर का जिक्र करते हुए जनरल वकार ने कहा, “बांग्लादेश की सेना कभी भी किसी ऐसी गतिविधि में शामिल नहीं होगी, जो संप्रभुता के लिए खतरनाक हो और न ही किसी को ऐसा करने की इजाजत दी जाएगी.” आर्मी चीफ ने कहा कि बांग्लादेश में दिसंबर 2025 तक निष्पक्ष चुनाव होने के बाद 1 जनवरी 2016 तक एक निर्वाचित सरकार आ जानी चाहिए.
यूनुस सरकार को को याद दिलाई हैसियत
आर्मी चीफ वकार की चेतावनी के बाद बांग्लादेश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) खलीलुर रहमान ने स्पष्ट किया कि अंतरिम सरकार रखाइन कॉरिडोर के बारे में चर्चा नहीं की है और भविष्य में भी ऐसा नहीं किया जाएगा.
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक खलीलुर रहमान ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र ने केवल यह पूछा था कि क्या बांग्लादेश सीमा के पास मानवीय सहायता भेजने में सहायता कर सकता है, जिसे रखाइन तक पहुंचाया जाएगा. हमने कहा कि हम इस पर विचार कर सकते हैं.” रहमान रोहिंग्या समेत कई मुद्दों के लिए मोहम्मद यूनुस के प्रतिनिधि भी हैं.
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