Maratha Reservation: भूख हड़ताल जारी रखेंगे मनोज जारांगे पाटिल, रास्ता रोको आंदोलन की दी चेतावनी
Manoj Jarange Patil: मनोज जारांगे ने आरक्षण विधेयक का स्वागत किया, लेकिन तर्क दिया कि जो आरक्षण प्रस्तावित किया गया है। वह समुदाय की मांग के अनुसार नहीं है।
By Kushagra Valuskar
Publish Date: Wed, 21 Feb 2024 04:11 PM (IST)
Up to date Date: Wed, 21 Feb 2024 04:11 PM (IST)

एएनआई, मुंबई। Maratha Reservation, Manoj Jarange Patil: मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल ने सेज सोयरे अध्यादेश अधिसूचना को लागू करने की मांग को लेकर 3 मार्च को राज्यव्यापी रास्ता रोके की घोषणा की। महाराष्ट्र विधानसभा ने मंगलवार को शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण के लिए मराठा रिजर्वेशन विधेयक पारित किया। मनोज जारांगे ने शिंदे सरकार पर ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण न देकर समुदाय को धोखा देने का आरोप लगाया है।
मनोज जारांगे ने कहा
मराठाओं को जाति-आधारित आरक्षण प्रदान करने के लिए आंदोलन का नेतृत्व करने वाले कार्यकर्ता मनोज जारांगे ने आरक्षण विधेयक का स्वागत किया, लेकिन तर्क दिया कि जो आरक्षण प्रस्तावित किया गया है। वह समुदाय की मांग के अनुसार नहीं है।
सेज सोयरे कानून पारित करने की मांग
उन्होंने कहा कि हमें आरक्षण चाहिए जिसके हम हकदार हैं। हमें उन लोगों को ओबीसी के तहत आरक्षण दें। जिनके कुनबी होने का प्रमाण मिल है। जिनके पास कुनबी होने का सर्टिफिकेट नहीं है। उनके लिए सेज सोयरे का कानून पारित करें।
Maratha reservation activist Manoj Jarange Patil publicizes statewide ‘Rasta Roko’ on third March to demand implementation of ‘Sage Soyare’ ordinance notification
— ANI (@ANI) February 21, 2024
10 फरवरी से भूख हड़ताल पर पाटिल
बता दें पाटिल ने मराठों को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की मांग करते हुए 10 फरवरी को अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की। वह कुनबी मराठों के रक्त संबंधियों पर मसौदा अधिसूचना को कानून में बदलने की मांग कर रहे हैं। मराठा समुदाय ओबीसी श्रेणी के तहत शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण की मांग कर रहा है।


