जस्टिन ट्रूडो: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत के खिलाफ कुछ समय पहले ही कहा था कि दोनों देशों के रिश्ते अब खराब हो गए हैं। खालिस्तान समर्थक और सहयोगी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाने की कोई संभावना नहीं जताई है। हरदीप निज्जर की हत्या के खिलाफ लेकर आए ट्रूडो का कहना है कि उनके पास भारत के सबूत हैं।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो कॉन्स्टेंट पर आरोप लगा रहे हैं कि हरदीप निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों का हाथ है। भारत के खिलाफ सबूत-सबूत करते रहे, लेकिन कनाडा के सर्वोच्च न्यायालय ने मामले में चारों भारतीय दस्तावेजों को सबूत के तौर पर न होने के कारण जमानत दे दी।
गैंगस्टर कोर्ट में पेश नहीं हो रही कनाडा की पुलिस
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ये आकलन किया जा सकता है कि जस्टिन ट्रूडो की मुश्किलें और कितनी बढ़ने वाली हैं। पहले की कुर्सी से आज़ाद दिया गया और अब कोर्ट से झटका लगा। ट्रूडो ने लिबरल पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। हालाँकि, वह लिबरल पार्टी के नए नेता चुने जाने तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहे। निज्जर मामले में सुप्रीम कोर्ट में अब 11 फरवरी को सुनवाई होगी। सबूत न होने के कारण कनाडा की पुलिस निचली अदालत में पेशी का नाम ही नहीं ले रही थी। निज्जर हत्याकांड मामले में सुनवाई के दौरान तीन समलैंगिक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे और एक गैर-सरकारी वकील ने कहा था।
भारतीय बाज़ार कौन थे?
निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा भारत पर लगातार गंभीर से गंभीर आरोप लग रहा था। हालाँकि, बाद में कनाडा में इन सामान से पीछे हटना पड़ा। हत्याकांड में चार गिरफ्तार हुए थे. इनमें से नाम हैं- करण बरार, अमनदीप सिंह, कमलप्रीत सिंह और करणप्रीत सिंह।
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