भारत सरकार ने ऐप्पल गूगल ऐप स्टोर से लोकप्रिय वीपीएन ऐप हटा दिए हैं, अधिक विवरण देखें
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वीपीएन ऐप्स पर भारत सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर से कई वीपीएन ऐप्स को हटाने का ऑर्डर दिया गया है। इसमें Cloudflare का प्रमुख VPN 1.1.1.1 और अन्य कई वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इन वीपीएन ऐप्स को हटाने के पीछे कानूनी उल्लंघनों का आरोप लगाया गया है।
टेकक्रंच की रिपोर्ट के मुताबिक, रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय गृह मंत्रालय की ओर से इन ऐप्स को हटाने का आदेश जारी किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ऐप के धोखेबाज़ को भेजे गए संदेश में ऐप्पल ने गृह मंत्रालय के एक डिवीजन भारतीय साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर की ओर से एक “डिमांड” का ज़िक्र किया है।
केंद्र ने आरोप लगाया कि अवैध संबंध में भारतीय कानून का उल्लंघन किया गया है। हालाँकि, न तो मंत्रालय और न ही टेक जाइंट Apple, Google और Cloudflare ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। दस्तावेज़ों के लिए कई नियम सरकार की ओर से तय किए गए थे।
वीपीएन प्रदाताओं को ये नियम लागू थे
इनमें वीपीएन प्रोवाइडर्स और क्लाउड सर्विस ऑर्गेनाइजर्स के लिए अपने यूजर का इंटेलिजेंट रिकॉर्ड रखना अनिवार्य कर दिया गया था। इनमें एड्रेस, आईपी एड्रेस और पांच साल के ट्रांज़ैक्शन क्रॉनिकल शामिल हैं। इन नियमों के अनुसार, इन नीवे को स्टोर करके रखना और सरकारी एजेंसी पर सामान जमा करना होता है।
बड़े वीपीएन ऐप प्लेयर्स ने किया विरोध
बड़े वीपीएन ऐप प्लेयर्स ने इस नियम का कड़ा विरोध किया था। NordVPN, ExpressVPN SurfShark और ProtonVPN जैसे इंडस्ट्री प्लेयर्स ने इसका विरोध किया था। इन लोगों ने इस नियम को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा की हैं। भारत के नए नेटवर्क के रिस्पॉन्स में, कई प्रमुख वीपीएन प्रदाताओं ने देश से अपना सर्वर सर्वर वापस लेने की योजना की घोषणा की है।
बता दें कि NordVPN, ExpressVPN और SurfShark जैसे ऐप्स अभी भी इंडियन कस्टमर्स को सर्विस देना जारी रखे हुए हैं। हालाँकि, उन्होंने देश में ऐसे ऐप्स को प्रोमोट करना बंद कर दिया है।
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