मनमोहन सिंह की मृत्यु और जन्म तिथि एक ही 26 अंक, शनिदेव मूलांक 8 से संबंधित संयोग

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मनमोहन सिंह की मृत्यु: देश के पूर्व डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 26 दिसंबर 2024 को हुआ। वे दिल्ली एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे 92 वर्ष के थे. मनोविज्ञानी सिंह की मृत्यु के बाद यूएसएसआर में शोक की लहर है। देश की आर्थिक प्रगति, विकास और राजनीति में उनका अमूल्य योगदान रहा है। हम सभी उनके सरल, सरल जीवन और निःस्वार्थ सेवा को नमन करते हैं।

मनमोहन सिंह अब हमारे बीच नहीं रहेंगे। लेकिन उनके पीछे छोड़ दिया एक ऐसा हादसा जिसकी चर्चा का विषय है. जन्म और मृत्यु की तारीख किसी को नहीं दिखती। लेकिन मनमोहन सिंह के जीवन में 26 तारीख का एक ऐसा संयोग है जो जोकी के जन्म से लेकर मृत्यु तक उनके साथ रहा।

जन्म-मरण संसार की, जिससे हर किसी को नियति मिलती है। गीता में भी कहा गया है कि जिसका जन्म इस संसार में हुआ उसकी मृत्यु भी निश्चित है। जीवन की शुरुआत हुई है तो अंत भी होगा। जन्म से लेकर मृत्यु तक की इसी अवधि को हम जीवन कहते हैं। मृत्यु अटल सत्य है, लेकिन मृत्यु कब, कैसे और किस अवस्था में होगी यह किसी को भी ज्ञात नहीं है।

मृत्युतिथि भी होती है अहम

आमतौर पर जन्मतिथि को हम अधिक नैतिकता देते हैं। लेकिन मृत्युतिथि भी अहम मानी जाती है। यही वह तारीख है जिसमें हम उन महापुरुषों द्वारा बनाए गए महान खिलाड़ियों को याद करते हैं, उनके विचारों पर विचार करते हैं। क्योंकि जन्म के समय सभी व्यक्ति सामान्य ही होते हैं। लेकिन जीवनभर में कर्मों से वह महान बनता है। यही कारण है कि महापुरुषों की मृत्यु के बाद भी उन्हें याद किया जाता है और अमर कहलाते हैं।

मनमनोहन सिंह और 26 अंक का संयोग

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जन्म अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के गाह गांव में 26 सितंबर 1932 को हुआ था। उनकी मृत्यु भी इसी तारीख 26 दिसंबर 2024 को हुई। 26 तारीख को ही उनका जन्म हुआ और 26 तारीख को ही वे दुनिया को अलविदा कह गए। अब आप इसे संयोग से या फिर भाग्य का लिखा कुछ भी कह सकते हैं। लेकिन ज्योतिष की माने तो मनमोहन सिंह की मृत्यु और जन्मतिथि का सीधा संबंध शनि से है।

26 शनि से क्या होता है नाता

अंक ज्योतिष के अनुसार 26 अंक का मूलांक 8 (2+6=8) होता है। ज्योतिषाचार्य अनीश व्यास कहते हैं कि 8 अंक के स्वामी शनि देव हैं। शनि देव को हम न्याय और कर्म के देवता भी कहते हैं। आमतौर पर कहा जाता है कि, जिन लोगों का जन्म किसी भी महीने 8,17 और 26 तारीख को होता है तो भगवान शनि देव की कृपा रहती है। लेकिन मनमोहन सिंह का केवल जन्म ही नहीं मृत्यु भी इसी तिथि पर हुई। ऐसे में यह कहा गया है कि शनि देव के जन्म से लेकर मृत्यु तक उनके साथ रहने तक यह गलत नहीं होगा।

शनि का साथ हर किसी को नहीं मिलता. बल्कि जो लोग अपने जीवन में न्यायपूर्ण कार्य करते हैं। दीन-दुखियों की सेवा करते हैं। किसी भी कार्य को करने के लिए काफी प्रयास करते हैं और लोगों की मदद करते हैं। शनिदेव शनि देव लोगों पर अपनी कृपा बरसाते हैं। 8 मूलांक वालों पर शनि का प्रभाव रहता है।

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