इजराइल सीरिया युद्ध समाचार सीरिया टार्टस पर जेट विमानों के बम हमले भूकंप की तरह लग रहे हैं


इज़राइल सीरिया युद्ध: इजराइल ने उत्तरी पश्चिमी सीरिया के टार्टस शहर पर अब तक के सबसे बड़े हवाई हमले किए। इस हमले के कारण पूरे इलाके में भूकंप महसूस किया गया, इंजेक्शन रिक्टर स्केल पर 3 माप किए गए। अलग-अलग से चांद के आकार का आग का गोला उठा, जिससे इलाके में भारी तबाही हुई। यह हमला उस क्षेत्र में हुआ जहां रूस की नौसेना का बेस मौजूद है, जो इस घटना को और भी संकेत देता है।

मैरियन राइट्स के लिए ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी, इजरायली सेना ने सीरियाई सेना के हथियार और ज्वालामुखीय विध्वंसक बनाए। इजराइल के मसूद द्वारा मार गिराए जाने वाली मिसाइलों के भंडार और एयर डिफेंस यूनिट तक को नुकसान पहुंचाया गया। इस क्षेत्र में साल 2012 के बाद यह सबसे बड़ा हमला होने की बात कही जा रही है। इजराइल का यह हमला सीरियाई तटवर्ती इलाकों तक सीमित नहीं है। बौद्धों के अनुसार, दमिश्क, होम्स, आश्रम, सुवेदा और कलामौन पहाड़ों में बने हथियार डिपो पर भी हमला किया गया।

30 मिनट तक जारी रही दोस्ती
हमलों के दौरान करीब 30 मिनट तक मानक धमाकों की आवाजें गूंजती रहीं। इजरायली लड़ाकू विमानों ने तटीय इलाकों के अलावा दीर अल-जौर के सैन्य हवाई हमले और दमिश्क के ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई बमबारी की। इससे पहले रविवार को इजराइली सेना ने हामा हवाई अड्डे और आसपास के मंदिरों को भी विकसित किया था।

राष्ट्र फुटबॉल संयुक्त जोन का उल्लंघन
इजराइली सैनिकों ने संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जा रहे बोल्ट जोन में प्रवेश किया, जो इजराइली और सीरियाई सेनाओं पर गोलान हाइट्स को अलग करता है। संयुक्त राष्ट्र ने इस कार्रवाई में 1974 के युद्धविराम एक्ट्रा का अनावरण बताया।

एचटीएस की चेतावनी और सीरिया की प्रतिक्रिया
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए हयात शामियाल-शाम (एचटीएस) के नेता अहमद अल-शरा ने इजरायल की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इजराइल अब इन मराठा को नहीं बता सकता. हालाँकि, उन्होंने यह भी कहा कि सीरिया किसी नए संघर्ष में फँसना नहीं चाहता।

सीरिया में टोक्यो का दौर जारी
इजराइल ने अब तक सीरिया में 300 से ज्यादा हमले किए हैं. ये हमले सीरिया की सैन्य ताकत को कमजोर करने के उद्देश्य से किए गए थे, जब बशर अल-असद के नेतृत्व में रूस ने पास दिया तब से शील पर तब तक हमला किया गया। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस पूरे घटनाक्रम में ईरान को भी सबसे ज्यादा प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि इजरायल के प्रभाव को खत्म करने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा।

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