<पी शैली="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;">बांग्लादेश की कंपनी चेंगदू J-10C मल्टीरोल फाइटर जेट की योजना बनी हुई है। यदि यह सौदा पूरा होता है, तो पाकिस्तान के बाद बांग्लादेश दूसरा दक्षिण एशियाई देश होगा जो इस उन्नत लड़ाकू विमान को अपनी सेना में शामिल करेगा। बांग्लादेश के एयर चीफ मार्शल शेख अब्दुल हन्नान ने अपने शस्त्रागार को आधुनिक बनाने और बनाने की दिशा में यह कदम उठाना जरूरी बताया है।
बांग्लादेश एयरफोर्स पहले चरण में J-10C के 16 संस्करणों की खरीद। इसके बाद अन्य स्टेज में और भी विमान शामिल हो जायेंगे। एयर चीफ मार्शल हन्नान ने कहा कि स्टेयर के पास वर्तमान में पुराने F-7 लड़ाकू जेट हैं, जिनमें सुधार की आवश्यकता है। चीन ने इन जेट्स की स्थापना की थी, जहां कारखानों के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया तेज हो गई है।
J-10C फाइटर जेट की खासियत
J-10C एक चौथी पीढ़ी का मल्टीरोल फाइटर जेट है, जिसे पहली बार 2017 में चित्रित किया गया था। यह एयरक्राफ्ट पिक्चर्स और दुश्मनों की पकड़ में कम आने वाला है। इसके साथ ही इसमें सक्रिय इलेक्ट्रॉनिक स्कैनिंग एरे (AESA) को स्थापित किया गया है, जो शिक्षार्थियों को शिक्षा में सक्षम बनाता है।
इस विमान में कंपनी द्वारा निर्मित WS-10C इंजन का उपयोग किया गया है, जो इसे और अधिक शक्तिशाली बनाता है। यह जेट PL-15 मिसाइल से लॉन्च हुआ है, जिसकी रेंज 200-300 किलोमीटर तक है। विशेषज्ञ इसे अमेरिकी F-16 के समकक्ष मानते हैं, लेकिन इसके डिजाइन में इजराइल के रद्द किए गए लवी प्रोजेक्ट के कुछ तत्व शामिल हैं।
स्थानीय शक्ति संतुलन पर प्रभाव
इस द्वीप के बाद बांग्लादेश के परमाणु क्षेत्र में मजबूत स्थिति हासिल हो सकती है। पाकिस्तान ने पहले ही 25 J-10C फाइटर जेट की खरीद का भुगतान कर दिया है, जिसका मकसद भारत के राफेल स्मार्टफोन का सामना करना है। इसके अलावा, मिस्र और अजरबैजान जैसे देश भी इस विमान में डूबे हुए हैं।
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