बिहार पुलिस ने एक बड़े बदलाव की घोषणा की है। 1991 में बिहार के नए पुलिस महानिदेशक (डीजेपी) में बैचलर अधिकारी विनय कुमार की नियुक्ति की गई। उन्होंने आलोक राज की जगह यह जिम्मेदारी संभाली। विनय कुमार की कंपनी को दो साल हो गए।
शिक्षाविद विनय कुमार की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने अपने अध्ययन देश के प्रतिष्ठित संस्थान खड़गपुर से इंजीनियरिंग की है। वह वर्तमान में बिहार भवन पुलिस निर्माण निगम में डीजे के पद पर कार्यरत हैं। इसके अलावा वह एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) और एडीजी (सी डेटाबेस) जैसे अहम पर भी स्थापित रह चुके हैं। 1991 में बिहार पुलिस के सीईओ विनय कुमार नए पुलिस महानिदेशक (डीजेपी) के रूप में शामिल हुए। विनी का चयन इस महत्वपूर्ण पद के लिए होता है जो उनके घर जिले के केम्पानी गांव में उत्सव का उत्सव है।
चार चौथाई में इकलौते भाई
विनय कुमार बिहार के आरोही जिले के किशोर थाना क्षेत्र के निवासी हैं। उनके पिता राम स्कूल के शिक्षक थे। चार बहनों के बीच इकलौते भाई विनय कुमार बचपन से ही पढ़ाई में बेहद होनहार थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के स्कूल से ही पूरी की। गांव में ही रिकार्ड पास करने के बाद वह इंटर की पढ़ाई के लिए पटना चला गया। पटना से पासपोर्ट पास करने के बाद विनय कुमार ने देश के प्रतिष्ठित संस्थान खड़गपुर में दाखिला लिया और वहां से इंजीनियरिंग की पूरी पढ़ाई की।
इंजीनियर से इंजीनियर तक का सफर
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद विनय कुमार ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की। उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी लेकिन नतीजे आने में एक साल का समय लग गया। इसके बावजूद उन्होंने कोई मेहनत और पैसा नहीं कमाया। आख़िरकार उन्होंने सफ़लता की परीक्षा में भारतीय पुलिस सेवा (पीएसआई) को शामिल किया।
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