भारत मंडपम में इंटरनेशनल हार्डवेयर फेयर इंडिया 2024 में आम लोगों के लिए क्या है खास, जानिए टाइमिंग टिकट एंट्री का तरीका

भारत मंडपम में इंटरनेशनल हार्डवेयर फेयर इंडिया 2024 में आम लोगों के लिए क्या है खास, जानिए टाइमिंग टिकट एंट्री का तरीका


आम लोगों की भी जिंदगी में हथौड़ी, पेचकस और कील जैसी चीज की जरूरत होती है, जिसके बिना कई काम अटक जाते हैं। वैसे तो ये चीजें घर के आस-पास मौजूद हैं, लेकिन इस दुनिया में भी काफी बदलाव हो रहे हैं, दिल्ली के प्रमुख स्थानों के लिए यहां स्थित हैं भारत संग्रहालय के हॉल नंबर 11 अंतरराष्ट्रीय वस्तुएं फेयर इंडिया 2024 का उपयोग किया गया है। बी2बी के तहत इस मेले में आम लोगों के लिए क्या खास है और आप यहां कैसे प्रवेश ले सकते हैं, जानिए हर बात।

विवरण फेयर कब शुरू हुआ?

भारत पैगाम में 6 दिसंबर से सत्य फेयर की शुरुआत हो चुकी है और 8 दिसंबर को आखिरी दिन यानी संडे है। ऐसे में आप नई दुनिया को यहां देख सकते हैं। यहां 250 से ज्यादा बड़े पैमाने पर बिजनेस बनाने वाली कंपनियां शामिल हैं, जिनमें जर्मनी, फ्रांस, अमेरिका, रूस, यूके, तुर्की, फिलीपींस, सऊदी अरब, चीन, कोरिया, इटली और ताइवान समेत करीब 35 देशों से 10 हजार से ज्यादा बड़े पैमाने पर बिजनेस शामिल हैं। रहे हैं.

यहां कैसे पहुंच सकते हैं आप?

इस विवरण में तरह-तरह के प्रॉडक्ट्स का सर्वेक्षण जारी किया गया है, जिसमें आप प्रॉडक्ट्स से रुक सकते हैं, जिससे पर्यावरण को बिल्कुल भी नुकसान नहीं होता है। यहां जाने के लिए आपको www.hardwarefair-india.com पर भर्ती करना होगा, जो बिल्कुल मुफ्त है। यहां आप आर्टिस्ट के तौर पर नामांकन करा सकते हैं। यहां जाने के लिए आपको दिल्ली मेट्रो के सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन जाना होगा, जहां के लोगों के लिए हॉल नंबर 11 तक ले जाने के लिए शटल की व्यवस्था की जानकारी दी गई है। वैसे तो ये फेयर बायर्स, स्ट्रेंथर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स के लिए है, लेकिन चीजों की दुनिया में आ रहे बदलाव से धमाल मचाना चाहते हैं तो आप भी यहां जा सकते हैं।

इस मेले की आवश्यकता क्यों है?

बता दें कि सत्य परी की शुरुआत 2023 में कोलनमेस्से की ओर से हुई थी। इसका उद्देश्य कारखाने को नये कारखाने में नियुक्त करना है। कोलनमेस्से के प्रबंध निदेशक मिलिंद दीक्षित ने बताया कि भारत का कारखाना और फर्म बाजार में बदलाव दौर से गुजर रहा है। नए उपभोक्ता ऐसे उत्पादों की पेशकश कर रहे हैं, जो पर्यावरण के अनुकूल हों। इसके अलावा भारत की ग्रोथ इकोनॉमी और फ्रेमवर्क पर बढ़ती लागत के साथ-साथ बिल्डिंग बिजनेस की मांग लगातार बढ़ रही है। वहीं, सरकार की ओर से ‘मेक इन इंडिया’ और अफोर्डेबल पार्ट्स जैसे कदमों को भी बढ़ाया गया है। उन्होंने बताया कि 2024 में भारत का फर्नीचर मार्केट 3.04 अरब डॉलर का है। माना जा रहा है कि इसमें 15.49 डॉलर की दर से ग्रोथ होगी, जिससे यह सेक्टर 2029 से 6.26 डॉलर तक पहुंच जाएगा।

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