दादी नानी की बातें जूता-चप्पल उल्टा रखने से क्या होता है हिंदू धर्म

दादी नानी की बातें जूता-चप्पल उल्टा रखने से क्या होता है हिंदू धर्म


दादी-नानी की बातें: दादी-नानी के पास होता है ज्ञान का भंडार. इसलिए समय श्रमिक इनके पास निश्चित रूप से बैठें। घर के बड़े-बुजुर्ग में हमें कई नींद-टोका करते हैं। कुछ चीजें तो ऐसी होती हैं जिन्हें देखकर हम भी उलझन में पड़ जाते हैं।

दोस्ती में एक ज़ूम-चप्पल लोन का नक्षत्र होगा। असली दादी-नानी को अगर उल्टे उपभोक्ता-चप्पल नजर आ जाएं तो वो तुरंत इसे सीधा करने को कहते हैं। कभी-कभी वो विस्तार से जवाब न देकर बस इतना कह देता है कि उपभोक्ता-चप्पल उल्टे से अशुभ नहीं होता है।

दादी-नानी की कहानियाँ और दादी-नानी के घरेलू नुस्खे के बारे में तो सभी लोग जानते होंगे। लेकिन दादी-नानी के पास ज्ञान से जुड़ी कई बातें होती हैं, जो हम सुनते हैं तो हमेशा ही होती हैं लेकिन उस पर कम ही गौर करते हैं। इसी तरह उलटे जूते-चप्पल (जूता-चप्पल) को सीधा करने पर दादी-नानी की रोक-टोक भले ही आपको कुछ समय के लिए अटपटी लग सकती है, लेकिन इसका कारण धार्मिक भी है। आइये जानते हैं धार्मिक दृष्टिकोण से अंतिम जूते उल्टी दिखने पर टोका क्यों करते हैं हमारी दादी-नानी।

सिद्धांत (विश्वास)

  • ऐसा माना जाता है कि जूते-चप्पल उल्टे हो तो घर पर लड़ाई-झगड़े का कारण बनते हैं। इस परिवार के सदस्यों के बीच कलह-क्लेश होता है।
  • दादी-नानी का कहना है कि उपभोक्ता-चप्पल उलटे रहने से मां लक्ष्मी नाराज होती हैं और धनहानी होती हैं।
  • ऐसा भी माना जाता है कि जूते-चप्पल उलटे हो तो इससे बीमार होने की संभावना होती है।

धार्मिक मान्यताएँ (धार्मिक मान्यताएँ)

वास्तु शास्त्र (वास्तु शास्त्र) के अनुसार उपभोक्ता-चप्पलों को बनाए रखने पर सकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है। इसलिए-चप्पलों को हमेशा शूलाइन या स्थान पर रखना चाहिए। वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनीश व्यास कहते हैं कि, शनिदेव (Shani Dev) को शत्रु कारक माना जाता है। ऐसे में शनि देव नाराज हो सकते हैं।

ये भी पढ़ें: Dadi-Nani Ki Baatein: शाम हो गई दहलीज पर मत बैठो, क्यों कहती हैं दादी-नानी

अस्वीकरण: यहां चार्टर्ड सूचना सिर्फ अभ्यर्थियों और विद्वानों पर आधारित है। यहां यह जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह के सिद्धांत, जानकारी की पुष्टि नहीं होती है। किसी भी जानकारी या सिद्धांत को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।



Source link