छुईखदान के कन्या महाविद्यालय में नए बैच, बेल्ट और आई कार्ड को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। मुनि वत्सल मंत्र स्वामी तमसो मा ज्योतिर्गमय को चित्रित नए प्रतीक चिह्नों के लिए छात्रों से 100 रुपये शुल्क लिया गया। इस बदलाव के लिए डिवाइन लीव नहीं की गई, और इसमें धार्मिक भावनाओं को जोड़ा गया।
द्वारा आशीष कुमार गुप्ता
प्रकाशित तिथि: गुरु, 21 नवंबर 2024 09:38:00 अपराह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: गुरु, 21 नवंबर 2024 09:39:54 अपराह्न (IST)
पर प्रकाश डाला गया
- वर्कशॉप ने बदला मंत्र वाला बाॅक-बिल्ला, दिया बेटियों का विरोध।
- पूजा और उत्सव से निषेध पर माता का गुस्सा फूटा।
- किशोरी ने कार्यशाला के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
छुईखदान। छत्तीसगढ़ के छुईखदान के नगर में स्थित कन्या कॉमेडी हाईस्कूल में मुनि वत्सल स्वामी के मंत्र “तमसो मा ज्योतिर्गमय” को लेकर नए आई कार्ड, बैचलर और बेल्ट को हटाने के बाद विवाद शुरू हो गया है। कर्मशाला ने 100-100 रुपये लेकर एक कन्या की दुकान का फोटो वाला नया कार्ड और बाकियों से शादी कर ली। इसके लिए कार्यशाला द्वारा नियुक्त अधिकारियों से किसी भी प्रकार का कोई भी लाइसेंस नहीं लिया जाता है। इसे छात्रों की भावनाओं से जोड़ा गया अखिल भारतीय छात्र परिषद और छात्राओं ने कार्यशाला पर कार्रवाई की मांग की है।
अभाविप के जिला संयोजक जीत प्रजापति, नगर सह मंत्री नितिन कंदरा व प्रदेश सदस्य मंडल गुलशन भगत व छात्रा ने कार्यशाला पर आरोप लगाते हुए कहा कि धार्मिक संबंधियों के साथ दुष्कर्म किया जा रहा है। सरस्वती पूजन के दौरान जूता-चप्पल का दबाव डाला जाता है। छात्रा का आरोप है कि बैस्ट और बेल्ट पर नए सिंबल लगे हुए हैं, जिसके लिए छात्रा से 100 रुपये चार्ज लिया जा रहा है। विरोध किया जाता है तो कार्यशाला द्वारा टीसी (ट्रांसफर फार्मेसी) की आपूर्ति को खतरनाक बना दिया जाता है।
मेरे ख़िलाफ़ राजनीतिक साजिश रची गई है। मैं हर धर्म का सम्मान करता हूं। न्यू बाक्स, बेल्ट-ताई के लिए स्क्रैप शुल्क लिया गया है। नए लोगों में एक लड़की की तस्वीरें हैं, जो कन्या स्कूल के खाते में अंकित है, जो किसी धर्म विशेष का नहीं है। संस्था प्रमुखों को बिना सूचना दिए स्कूल से विद्यार्थियों को अनुमति ले ली गई। इस पर प्रशासन से संबंधित कार्रवाई करनी चाहिए। एलिज़ा मोजेस, कार्यशाला, क्लिज़ा कन्या शाला माध्यमिक शाला
अधिकारियों ने नहीं दिया ध्यान
नायिका ने सबसे पहले वस्तुस्थिति से लेकर डिवीज़न अधिकारियों को भी अलग रखा। इसके बाद भी अधिकारियों ने इसे नोट में नहीं लिया। नायिका ने अभाविप के साथ मिलकर केस की शिकायत की और जिला शिक्षा अधिकारी से की। लड़की ने वर्कशॉप को सस्पेंड करने की मांग की है।
इधर, अभाविप ने कहा कि यदि कार्यशाला में कार्रवाई नहीं है तो प्रदर्शन किया जाएगा। नायिका के विरोध के बाद, नायिका का बयान भी लिया गया था। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी रामेन्द्र डडसेना ने कहा कि बाल-बिल्ला नियुक्ति के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। शुल्क शुल्क के रूप में 100 करोड़ रुपये का विरोध कर रही थी।