भाई ने दी जान से हत्या की खतरनाक

भाई ने दी जान से हत्या की खतरनाक

सरकंडा स्टेट में गोदाम के आरक्षक रंजीत खांडे ने अपनी शिकायत में बताया कि शनिवार 16 नवंबर की रात को वह परास्त हुए थे। इसी दौरान उनके थान प्रभारी तोपसिंह नवरंग ने डीएलएस लैपटॉप के पास के रक्षक बसंत भारद्वाज और शरद खुसरो से मुलाकात के लिए कहा।

द्वारा योगेश्वर शर्मा

प्रकाशित तिथि: मंगल, 19 नवंबर 2024 01:10:12 पूर्वाह्न (IST)

अद्यतन दिनांक: मंगल, 19 नवंबर 2024 01:10:12 पूर्वाह्न (IST)

पुलिस ने आरोपी के भाई के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है।

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। सरकंडा जिले के करपावंड में किराने के सामान ने ताले से हुज्जतबाजी की। वहीं, उनके भाई ने पेंसिल को जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने आरोपी के भाई के खिलाफ आरोपी की शिकायत दर्ज कर ली है।

सरकंडा स्टेट में गोदाम के आरक्षक रंजीत खांडे ने अपनी शिकायत में बताया कि शनिवार 16 नवंबर की रात को वह परास्त हुए थे। इसी दौरान उनके थान प्रभारी तोपसिंह नवरंग ने डीएलएस लैपटॉप के पास के रक्षक बसंत भारद्वाज और शरद खुसरो से मुलाकात के लिए कहा। वहां जब वे समुद्र तट पर पहुंचे तो दो लोग रक्षकों से हुज्जतबाजी कर रहे थे। दोनों को थाने के प्रभारी के निर्देश पर स्टेशन लाया गया। इसी दौरान एक शख्स ने खुद को प्यारे तीसरे रक्षकों से हुज्जतबाजी की। पुलिस ने उनकी डॉक्टरी जांच की। तब पता चला कि खुद को प्यारा दोस्त शराब के नशे में था। इसी बीच विनी मिश्रा शोरूम। उसने अपने भाई को ताना की को लेकर रक्षकों को जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने विनायक मिश्रा के खिलाफ़ किलेबंदी कार्य में बाधा का जुर्म दर्ज किया है।

दोस्त ने एसपी कार्यालय में की शिकायत

किरपावंड जिले के करपावंड में अंतिम संस्कार के कलाकार पुष्पराज मिश्रा ने बताया कि शनिवार की रात वे अपने भाई और पिता के साथ रेलवे स्टेशन से घर अशोक नगर जा रहे थे। डीएलएस नामांकित के पास दो आरक्षकों ने उन्हें अंकित के लिए कहा। इस पर वे करीब पांच मीटर दूर स्कूटर हैं। उनके रुकते ही रक्षकों ने अपने पास बुलाया। इसके बाद उन्होंने प्रतिभा से ग्लास-व्याख्यायिका की। इस पर कलाकार ने अपना परिचय देते हुए ठीक से बात करने के लिए कहा। इस पर संरक्षकों ने अपना परिचय पत्र मांगा। परिचय पत्र नहीं होने के कारण प्रमुख कलाकार ने अपने मोबाइल से उन्हें परिचय पत्र की कॉपी दी। इसके बाद रक्षकों ने थाना प्रभारी से मोबाइल पर बात की। कार्यालय प्रभारी से बात करने के बाद संरक्षकों ने अपने पिता को घर जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कंपनी में कंपनी के निदेशक की नियुक्ति के लिए कहा जाता है। वाहनों में ऑटोमोबाइल ही रक्षकों ने अपना अभद्र व्यवहार किया। थाने में प्रभारी तोपसिंह नवरंग भी अभद्रता की अभद्रता की। रात करीब 3:45 बजे रात करीब 3:45 बजे पिज्जा के भाई स्टेशन पर। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी मोबाइल पर रजिस्ट्रार को दी। संस्था के प्रभारी से बात की। इसके बाद भी मंच प्रभारी ने उन्हें छोड़ दिया। इस दौरान नायिका के भाई ने अपने मोबाइल पर वीडियो बनाने की कोशिश की तो रक्षकों ने अपने मोबाइल पर फोटो वीडियो डिलीट कर दिया। इसके बाद उन्हें घर भेज दिया गया। ज़ाहिल अख्तर ने फ़ाफ़ने की ख़तरनाक शख्सियत में किए गए ग़ैरक़ानूनी दस्तावेज़ की जांच की मांग की है।

संस्करण

प्यारी की याचिका मिल गई है। इसकी जांच कराई जाएगी। जांच में मिले दोषी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

रजनीश सिंह

एसपी बिलासपुर

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प्रदेश में सोलोमन-कोर्ट कमिश्नर स्टैनलिस्ट और हाई कोर्ट को रियोगेन रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने खराब व्यवस्था को लेकर कोर्ट कमिश्नरों को प्रदेशभर की व्यवस्था की जांच और रिपोर्ट पेश करने को कहा है। इसके लिए डिवीजन बेंच ने कोर्ट कमिश्नरों को 28 दिन का समय दिया है। पीआईएल की अगली सुनवाई 17 दिसंबर को होगी। बता दें कि पूर्व राज्य शासन द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में नाकाफी तैनात किए गए बेंच में नामांकित व्यक्ति था। साथ ही कोर्ट कमिश्नरों ने पूरी रिपोर्ट पेश करने की बात कही थी. सोमवार को पीआईएल की सुनवाई हुई।

प्रदेश की खराब सीमेंट प्रणाली के कारण हो रही सड़क किनारे हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा, “नोटबुक में ली गई रिकॉर्डिंग के रूप में सुनवाई शुरू हो गई है। सड़क पर अनावृत मोटरबाइक के जमा होने से लेकर भारी भरकम आबादी की पहाड़ियों में टुकड़े-टुकड़े हो जा रहे रहे आदिवासियों का भी उल्लेख पीआइएल की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने किया था। अवास्तविक सुरक्षित स्थान पर शिफ्टिंग के स्थान पर व्यवस्था की जांच और रिपोर्ट पेश करने के लिए डेका प्रांजल अग्रवाल और ग्रेडर शर्मा को कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया गया है। निरीक्षण के दौरान कोर्ट कमिश्नरों ने डिवीजन बेंच को बताया कि बिलासपुर और आसपास के कई प्रमुख नमूनों के निरीक्षण के बाद यह जानकारी मिली कि सैडकों से मृतकों को हटाने की कोई योजना ही नहीं है। सुबह जिन अप्राकृतिक को निकाला जाता है, शाम को फिर कहीं पर वापस आ जाते हैं। जब तक नगर निगम, नगर पंचायत, पंचायत जैसे स्थानीय प्रशासन उपाय नहीं होंगे तब तक इसका समाधान नहीं निकलेगा।

एस्पलों में कट्टर ही नहीं,दुर्घटना की बड़ी वजह ये भी

कोर्ट कमिश्नरों ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया है कि शहर में निजी निजी तौर पर की जा रही बात को पोस्ट नहीं किया गया है। अस्पताल आने वाले मरीज़, अस्पताल और जान पहचानने वाले सामुहिक को सड़क किनारे पार्क कर दे रहे हैं। ईसाई समुदाय के अव्यवस्थित रख-रखाव के कारण भी दुर्घटनाएँ बढ़ रही हैं।

डीफ़एम पर कब्ज़ा भी बड़ा कारण

रिपोर्ट में डीएमके पर कब्ज़ा करने का कारण भी बताया गया है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन की विफलता को भी बड़ा कारण बताया गया है।

एनएचएआइ की रिपोर्ट पांच खतरनाक ब्लैक स्पाट में

एनएचएआई के दिग्गजों ने डिवीजन बेंच के दौरान स्केल रिव्यू के दौरान इस बात की रिपोर्ट पेश करते हुए बताया था कि प्रदेश में पांच ऐसे खतरनाक ब्लैक स्पाट हैं जहां लगातार मौतें हो रही हैं। एनएचएआई की रिपोर्ट में सेंडरी चौक भी शामिल है।