शिक्षा के स्तर को मजबूत करने के लिए शिक्षा विभाग ने प्रत्येक विद्यालय प्रमुखों की प्रतिमाह शाला प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित करने की बात कही है। इससे जुड़े बच्चों के नियमित उपस्थिति में प्रमुख का सहयोग आवश्यक है। शिक्षक-अभिभावक के सामुहिक संयोजन से शिक्षण के स्तर में सुधार होगा। स्कूल की व्यवहारिक समस्या जैसे बिल्डिंग कवर, स्कूल स्वतन्त्रता आदि में बुनियादी सुविधाओं के योगदान से भी योगदान लिया जा सकता है।
द्वारा सुरेश कुमार देवांगन
प्रकाशित तिथि: मंगल, 19 नवंबर 2024 12:23:32 पूर्वाह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: मंगल, 19 नवंबर 2024 12:23:32 पूर्वाह्न (IST)
पर प्रकाश डाला गया
- देरी से स्कूल पहुंच वाले सचिवालय की खैर नहीं
- बाथटब कोर्स और अध्यापन की दशा कोचिंग विभाग की पहल
- वैकल्पिक पर निर्दिष्ट अलौकिक कार्रवाई की जाएगी।
नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा: सरकारी स्कूलों में सरकारी स्कूलों में सरकारी स्कूलों के शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है। स्कूल में शिक्षक समय और कक्षा में निर्धारित समय पर पढ़ाई शुरू हो इसके लिए शिक्षा विभाग ने विकासखंड स्तर पर पांच निरीक्षण टीमों का गठन किया है। यह टीम स्कूल स्कूटर से पहली टीम अस्त्र होगी। समय पर विद्यालय में प्रवेश नहीं होने वाले परमाणु निर्देशात्मक कार्रवाई की जाएगी।
दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्र ही नहीं बल्कि शहर के मुख्य राजघराने से लगे अवशेषों में भी शिक्षक बेखटके विलंब से स्थापित हैं। स्थिति यहां तक देखने से पता चलता है कि बच्चे स्कूल पहुंच गए हैं और दरवाजे पर ताला लटका हुआ है, जिसकी वजह से शिक्षक के आने तक का इंतजार है। बुनियादी ढाँचे में पहले ही कमी है। जिसका सीधा असर शिक्षा के स्तर पर पड़ रहा है। अधिकांश शिक्षक पद स्थापना वाले स्थान में न प्रतिदिन अपने गृहग्राम से ही आते रहते हैं। इंस्टीट्यूट की उपस्थिति को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से पूर्व में भी औचक निरीक्षण की प्रक्रिया शुरू की गई थी। नियमित निरीक्षण के अभाव में शिक्षा विभाग की ओर से लगातार शिकायत मिल रही थी। जनदर्शन के माध्यम से आ रही याचिका को चयनित करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने टीम का गठन किया है।
टीम के दल नियमित रूप से अलग-अलग इलाकों का निरीक्षण करेंगे। दूर-दराज के स्कूलों के निरीक्षण की रिपोर्ट भी दल को शिक्षा विभाग से संबद्ध करेगी। टीम के सदस्य प्राइमरी, मिडिल के अलावा हाई व हायर यार्ड का भी निरीक्षण करेंगे। शिक्षक बिना सूचना दिए गए स्कूल से मित्रवत हैं और दूसरे दिन के ज्ञान दो दिन की एकमुश्त उपस्थिति पर हस्ताक्षर कर देते हैं। बताया गया है कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र की कक्षा में सोने, प्रार्थना के समय तक स्कूल नहीं पहुंचने के वीडियो वायरल और समाचार प्रकाशन से शिक्षा विभाग की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं। इसी कारण जिला शिक्षा विभाग ने लगातार निरीक्षण कर निर्णय लिया है।
30 कार्यशालाओं के दल के लिए प्री-बोर्ड
राज्य शासन ने इस प्रत्येंक स्कॉल में प्री-बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए कहा है। जनवरी माह के अंत तक प्रत्येक साइबेरियाई पाठ्यक्रम पूरा किया जाएगा। प्रश्न: 30 वर्कशॉप की टीमों के जिला स्तर पर चमड़े के ब्लू प्रिंट तैयार करने की तैयारी चल रही है। प्रत्येक छात्र को प्री-बोर्ड में शामिल होना होगा। जिन स्कूलों में शिक्षा सत्र के बाद अतिथि सचिवालय की पेशकश हुई है, उन्हें भी अध्यापन में प्रगति पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
स्कूल में अध्यापन को स्थायी रूप से जारी रखने के लिए विद्यालय में अध्यापन का समय आवश्यक है। जनदर्शन एवं विभाग में आये दिन गेस्टहाउस के छात्रावास एवं देर से विद्यालय आगमन की शिकायत बनी हुई है। समस्या के लिए फार्मासिस्ट के चॉकलेट पर बैचलर औचक निरीक्षण टीम को शामिल किया गया है। समय पर विद्यालय में प्रवेश नहीं करने वाले को निर्देशात्मक कार्रवाई की जाएगी।
तामेश्वर उपाध्याय, जिला शिक्षा अधिकारी