ऑस्ट्रेलिया ने चली चाल, पहले टेस्ट में खतरनाक पिच से टीम इंडिया का स्वागत, बल्लेबाजों को फूल जाएंगे हाथ पांव

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ऑस्ट्रेलिया ने चली चाल, पहले टेस्ट में खतरनाक पिच से टीम इंडिया का स्वागत, बल्लेबाजों को फूल जाएंगे हाथ पांव

पर्थ. भारतीय क्रिकेट टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा बेहद अहम है. न्यूजीलैंड से टेस्ट सीरीज 0-3 से हारने के बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह बनाने के लिए टीम इंडिया को सीरीज जीत की जरूरत है. ऑस्ट्रेलिया भी फाइनल की रेस में शामिल है और वो भारत को आसानी से जीत हासिल करने नहीं देगा. भारतीय टीम का ऑस्ट्रेलिया में कड़ा स्वागत होने वाला है. दोनों टीम के बीच बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट की मेजबानी करने वाले ऑप्टस स्टेडियम की पिच से ‘अच्छा उछाल और गति’ मिलेगी जैसी पारंपरिक रूप से पर्थ की पिच होती है.

भारतीय टीम 22 नवंबर से शुरू हो रहे पर्थ टेस्ट में बिना किसी प्रैक्टिस मुकाबले में खेले उतरेगी. मेहमान टीम ने 15 से 17 नवंबर के बीच अपनी ही दो टीम बनाकर होने वाले मैच को रद्द कर दिया है. भारत अब पास के वाका स्टेडियम पर तैयारी करेगा जहां ऑस्ट्रेलिया की टीम भी अपने कौशल को निखारेगी. वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के मुख्य क्यूरेटर इसाक मैकडोनाल्ड ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ से कहा, ‘‘यह ऑस्ट्रेलिया है, यह पर्थ है… मैंने काफी अच्छी गति और काफी अच्छे उछाल की तैयारी की है.’’

मैकडोनाल्ड उसी तरह की पिच तैयार करने का प्रयास कर रहे हैं जो उन्होंने पिछले साल दिसंबर में पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए तैयार की थी. उस मैच में पाकिस्तान की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 89 रन पर सिमट गई थी और ऑस्ट्रेलिया ने 360 रन की बड़ी जीत दर्ज की थी. मैच आगे बढ़ने के साथ उस मैच में पिच टूटने लगी थी और मार्नस लाबुशेन जैसे बल्लेबाजों को गेंद लगी थी. ऑस्ट्रेलिया के तीन तेज गेंदबाजों पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और मिशेल स्टार्क ने पाकिस्तान के 20 में से 12 विकेट चटकाए थे.

हाल में तीसरे वनडे में पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों शाहीन शाह अफरीदी, नसीम शाह और हारिस राऊफ ने ऑस्ट्रेलिया को 140 रन पर ढेर कर दिया था. मैकडोनाल्ड ने कहा कि वह पिच पर थोड़ी घास छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘यह (10 मिली) अच्छा रहेगा. पिछले साल की परिस्थतियों को देखते हुए 10 मिमी काफी सहज था. शुरुआती कुछ दिन पिच काफी अच्छी रही थी. पिच पर घास का मतलब है, गति. पिछले साल दोनों गेंदबाजी आक्रमण (ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान) काफी तेज थे और इस साल भी ऐसा ही उम्मीद है (भारत के खिलाफ मैच के लिए).’’

Tags: Border Gavaskar Trophy, India vs Australia

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