टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 2-0 से पिछड़ने का सामना करना पड़ा है। मुंबई में होने वाले अंतिम टेस्ट में क्लीन स्वीप का खतरा मंडरा रहा है, जो 92 साल के इतिहास में पहली बार होगा। कप्तान रोहित शर्मा को टीम में नया उत्साह भरने की आवश्यकता है।
By Anurag Mishra
Publish Date: Mon, 28 Oct 2024 02:57:19 PM (IST)
Up to date Date: Mon, 28 Oct 2024 02:57:19 PM (IST)
HighLights
- बेंगलुरु में 46 रन पर आउट हुआ था भारत।
- पुणे में मैच न्यूजीलैंड ने 113 रन से जीता था।
- 1 नवंबर को वानखेडे में भारत के लिए जीत जरूरी ।
डिजिटल डेस्क, इंदौर। टीम इंडिया हाल के टेस्ट क्रिकेट में एक चौंकाने वाली स्थिति का सामना कर रही है। न्यूजीलैंड ने भारत में उनकी मेजबानी में सीरीज में एक बड़ा उलटफेर करते हुए 2-0 से बढ़त बना ली है।
भारत में 60-70 साल में केवल दो टेस्ट जीतने वाली न्यूजीलैंड ने बेंगलुरु में पहले मैच में भारत को 8 विकेट से हराया, जिसमें भारतीय टीम सिर्फ 46 रन पर आउट हो गई थी। यह उनके घरेलू धरती पर सबसे छोटा स्कोर है। पुणे में खेले गए दूसरे टेस्ट में भी न्यूजीलैंड ने 113 रन से जीत हासिल कर ली, जिससे भारत ने 2012 के बाद पहली बार घरेलू सीरीज गंवाई।
92 साल के इतिहास में भारतीय टीम के साथ ये नहीं हुआ
अब भारतीय टीम पर एक बड़ा संकट मंडरा रहा है। उनके सामने मुंबई में होने वाले अंतिम टेस्ट मैच में क्लीन स्वीप का खतरा है। भारतीय क्रिकेट के 92 साल के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि उन्होंने तीन या उससे अधिक टेस्ट मैच की घरेलू श्रृंखला में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा हो। अब तक चाहे कितनी भी सीरीज भारत ने खेली हों, उसमें ड्रॉ खेला है या फिर एक-दो मैच जीत लिए हैं।
हालांकि, 2000 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2 मैचों की सीरीज में उन्हें क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। भारतीय टीम मुंबई में न्यूजीलैंड से हार जाती हैं, तो बहुत शर्मिंदगी झेलनी पड़ेगी।
टीम को नए उत्साह के साथ मैदान पर उतरने की जरूरत
1 नवंबर से वानखेडे स्टेडियम में शुरू होने वाले अंतिम टेस्ट में भारत को अपनी प्रतिष्ठा और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की उम्मीदों को बनाए रखने के लिए जीत हासिल करनी होगी। कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर को अब टीम में नए उत्साह भरकर मैदान पर उतरने की जरूरत है, ताकि वे इस संकट से उबर सकें।