रतलाम पुलिस ने दो बच्चियों के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में बड़ा खुलासा किया है। पुलिस इस मामले में जिसकी तलाश कर रही थी, उसने जहर पीकर खुदकुशी कर ली। इसकी लाश नदी किनारे मिली थी। पुलिस ने जब डीएनए जांच कराई तो यह बात सामने आई कि उसने ही दुष्कर्म किया था।
By Prashant Pandey
Publish Date: Fri, 15 Nov 2024 11:06:01 AM (IST)
Up to date Date: Fri, 15 Nov 2024 11:12:20 AM (IST)
नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम(Ratlam Crime Information)। करीब तीन माह पहले जावरा हुसैन टेकरी क्षेत्र में दस वर्षीय मूकबधिर बालिका से आरोपित फणजी गणावा पुत्र नाथू गणावा निवासी ग्राम अमरपुरा थाना सरवन ने घटना दुष्कर्म किया था। पुलिस ने डीएनए जांच रिपोर्ट के बाद इसका खुलासा किया।
आरोपित ने एक अन्य बालिका के साथ भी दुष्कर्म किया था। पुलिस उसे तलाशने दबिश देने लगी तो जहर पीकर आत्महत्या कर ली थी। एसपी अमितकुमार ने बताया कि सात व आठ अगस्त 2024 की रात हुसैन टेकरी क्षेत्र में झोपड़ी बनाकर रह रही महिला की बेटी के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई थी।
झोपड़ी से उठाकर ले गया था
महिला ने पुलिस को सूचना दी थी कि उनकी दस वर्षीय मूकबधिर बेटी को अज्ञात व्यक्ति झोपड़ी से उठाकर ले गया और दुष्कर्म करने के बाद घायल अवस्था में झोपड़ी से कुछ दूरी पर छोड़कर भाग गया है।
औद्योगिक क्षेत्र थाना जावरा में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ बीएनएस की धारा 65(2), 115(2), 332(बी) व पाक्सो एक्ट की धारा 5एम/6 के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई। एएसपी राकेश खाखा के मार्गदर्शन व जावरा सीएसपी दुर्गेश आर्मो के नेतृत्व में गठित तीन टीमों ने आसपास के करीब सौ सीसीटीवी कैमरे चेक कर कई संदेहियों से पूछताछ की।
टार्च लेकर घटनास्थल की ओर जाता दिखा था
सीसीटीवी फुटेज में घटना वाली रात एक व्यक्ति टार्च जलाकर घटनास्थल की तरफ जाता दिखा। फुटेज की जांच व तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर उक्त व्यक्ति की पहचान फणजी गणावा के रूप में हुई। टीमों ने फणजी के घर और संभावित स्थानो पर कई बार दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला। उसके स्वजन की डीएनए जांच कराई गई।
उधर, पुलिस से बचने के लिए फणजी इधर-उधर भागता रहा और उसने 24 अगस्त 2024 को सरवन थाना क्षेत्र के ग्राम गायरीपाड़ा में बुधन नदी के पास जहर पीकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर फणजी के शव के पीएम कराकर रक्त सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया।
एफएसएल जांच रिपोर्ट आई पॉजीटिव
घटनास्थल से प्राप्त साक्ष्यों का फणजी के रक्त सैंपल से डीएनए कराया गया। एफएसएल जांच रिपोर्ट में डीएनए पॉजीटिव पाया गया। उधर, चार पहले पहले 2020 में जावरा में ही मामू साहब की दरगाह के समीप अज्ञात व्यक्ति द्वारा सात वर्षीय बालिका से दुष्कर्म करने की घटना की गई थी।
डीएनए का हो गया मिलान
उक्त घटना के साक्ष्यों का भी फणजी गणावा के रक्त सैंपल से डीएनए मिलान हो गया। एसपी ने बताया कि शंका है कि आरोपित फणजी द्वारा जिले में पहले भी अन्य बालिकाओं के साथ घटना की गई होगी।
दुष्कर्म के 6 केस की कराई जा रही है जांच
बालिकाओं से हुए रेप के छह अनसुलझे मामलों की भी जांच कराई जा रही है। टीम में जावरा औद्योगिक क्षेत्र टीआइ मुनेंद्र गौतम, एसआइ विजय बामनिया, राकेश मेहरा, लक्ष्मीनारायण गिरी, प्रधान आरक्षक हर्षवर्धन, योगेश सेनी, संजय आंजना, सायबर सेल प्रभारी मनमोहन शर्मा, सेल के सदस्य आरक्षक विपुल भावसार, मयंक व्यास आदि शामिल थे।