हेमंत सोरेन के जमानत पर बाहर आने के बाद से झारखंड में सियासी हलचल तेज है। एक दिन पहले हुई आईएनडीआईए विधायक दल की बैठक में हेमंत सोरेन को एक बार फिर नेता चुन लिया गया। इसके बाद चंपाई सोरेन ने इस्तीफा देकर अपने नेता की ताजपोशी का रास्ता साफ कर दिया।
By Arvind Dubey
Publish Date: Thu, 04 Jul 2024 11:57:25 AM (IST)
Up to date Date: Thu, 04 Jul 2024 12:08:59 PM (IST)
HighLights
- तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बनेंगे हेमंत सोरेन
- जमीन घोटाला केस में हाईकोर्ट से मिली है जमानत
- चंपाई सोरेन ने राज्यपाल को सौंप दिया था इस्तीफा
एजेंसी, रांची (Hemant Soren Jharkhand CM)। झारखंड में हेमंत सोरेन एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इस बीच, राजभवन भी एक्शन में है। संभवत: शपथ ग्रहण की तारीख और समय तय करने के लिए राजभवन ने गुरुवार को आईएनडीआईए गठबंधन के नेताओं को आमंत्रित किया है।
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर और राजद नेता सत्यानंद भोक्ता को राजभवन बुलाया गया है।
विधानसभा चुनाव दूर नहीं, आईएनडीआईए का चेहरा होंगे हेमंत सोरेन
झारखंड में इसी साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से कुछ महीने पहले ही हेमंत सोरेन को जमानत मिलना अहम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में हेमंत ही आईएनडीआईए का चेहरा होंगे।
इस बीच, जमानत मिलते ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की जल्दबाजी चर्चा का केंद्र बनी हुई है। भाजपा ने इस पर सवाल उठाया है, वहीं सत्ता पक्ष का मानना है कि अब हेमंत सोरेन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तर्ज पर काम करेंगे। बता दें, तमाम आरोप लगने और सलाखों की पीछे पहुंच के बाद भी केजरीवाल ने इस्तीफा नहीं दिया है।
झारखंड विधानसभा का गणित
- 81 सदस्य झारखंड विधानसभा में कुल
- 45 विधायक अभी सत्ताधारी धड़े के पास
- 24 विधायक हैं भाजपा के पास