Climate of MP: पूरे मध्य प्रदेश में छाया मानसून, अगले 24 घंटे में जबलपुर, रीवा, सागर समेत 36 जिलों भारी बारिश का अलर्ट

Climate of MP: पूरे मध्य प्रदेश में छाया मानसून, अगले 24 घंटे में जबलपुर, रीवा, सागर समेत 36 जिलों भारी बारिश का अलर्ट

मध्य प्रदेश के सभी हिस्सों में मानसून छा गया है। शनिवार को जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने के आसार हैं। भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के जिलों में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने की संभावना है।

By Neeraj Pandey

Publish Date: Fri, 28 Jun 2024 10:33:22 PM (IST)

Up to date Date: Fri, 28 Jun 2024 10:33:22 PM (IST)

गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने की संभावना

HighLights

  1. मऊगंज, सीधी और सिंगरौली के उत्तरी क्षेत्र में भी मानसून ने किया प्रवेश
  2. अब पूरे मध्य प्रदेश में छाया मानसून, शनिवार को कई जिलों में बारिश
  3. भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने की संभावना

नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल: दक्षिण-पश्चिम मानसून शुक्रवार को मध्य प्रदेश के अभी तक शेष रहे मऊगंज जिले एवं सीधी और सिंगरौली के उत्तरी क्षेत्र में भी प्रवेश कर गया। इस तरह अब पूरे प्रदेश में मानसून छा गया है। उधर बंगाल की खाड़ी में मानसून सीजन का पहले कम दबाव का क्षेत्र बना गया है। साथ ही इस मौसम प्रणाली से संबद्ध द्रोणिका भी मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है।

जबलपुर, शहडोल, रीवा में बारिश

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने के आसार हैं। शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सिवनी में 67, मलाजखंड में 19, उज्जैन में आठ, भोपाल में चार, मंडला में तीन, उमरिया, इंदौर में एक, छिंदवाड़ा में 0.8 मिलीमीटर वर्षा हुई।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। दक्षिणी गुजरात एवं हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बने हैं। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। महाराष्ट्र से लेकर केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है।

बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के तट पर इस सीजन का पहला कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर से लेकर ओडिशा तट पर बने कम दबाव के क्षेत्र तक एक द्रोणिका बनी हुई है। जो मध्य प्रदेश से होकर जा रही है।

गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने की संभावना

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अरब सागर के बाद अब बंगाल की खाड़ी में से भी लगातार ऊर्जा मिलने लगी है। इस वजह से पूरे प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला बढ़ने लगेगा। शनिवार को जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने के आसार हैं। भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के जिलों में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने की संभावना है।