Gupt Navratri: माघ मास की गुप्त नवरात्र 10 फरवरी से, इंदौर के मंदिरों में होंगे ये आयोजन
Gupt Navratri: एरोड्रम रोड स्थित श्री श्रीविद्याधाम मंदिर में गुप्त नवरात्र के दौरान प्रकाशोत्सव मनाया जाएगा। अन्नपूर्णा मंदिर में विशेष अनुष्ठान होंगे।
By Hemraj Yadav
Publish Date: Wed, 31 Jan 2024 05:05 AM (IST)
Up to date Date: Wed, 31 Jan 2024 05:05 AM (IST)

Gupt Navratri: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। माघ मास की गुप्त नवरात्र 10 फरवरी से शुरू होगी। इस दौरान मंदिरों में विशेष अनुष्ठान होंगे। कहीं गुप्त साधना होगी तो कहीं भव्य स्वरूप में देवी के दर्शन होंगे। 10 से 18 फरवरी तक मनाई जाने वाली गुप्त नवरात्र में इंदौर के देवी मंदिरों में कई अनुष्ठान होंगे।
एरोड्रम रोड स्थित श्री श्रीविद्याधाम मंदिर में गुप्त नवरात्र के दौरान प्रकाशोत्सव मनाया जाएगा। 10 फरवरी से शुरुआत होगी। महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के सान्निध्य में नौ दिवसीय महोत्सव मनाया जाएगा। शुभारंभ 10 फरवरी को सुबह 6 बजे संध्या वंदन, 7 बजे वेदपाठ और शोडषोपचार पूजन से होगा। सुबह 9.30 बजे ललिता महात्रिपुर सुंदरी महायज्ञ अनुष्ठान होगा। शाम 5.30 बजे ललिता सहस्र नामावली से लक्षार्चन आराधना और शाम 7.30 बजे 108 दीपों से शृंगार आरती होगी। प्रतिदिन रात 9 बजे से ललिता सहस्रनाम अर्चना भी होगी।
वसंत पंचमी पर होगा ललिता सहस्रनाम यज्ञ
आश्रम परिवार के सुरेश शाहरा, पं. दिनेश शर्मा व यदुनंदन माहेश्वरी के अनुसार आश्रम की यज्ञशाला में 13 फरवरी को महागणपति यज्ञ, 14 को वसंत पंचमी पर ललिता सहस्रनाम यज्ञ, 15 को महाविष्णु यज्ञ, 16 को सूर्य नारायण यज्ञ व 17 फरवरी को सदाशिव यज्ञ होगा। 16 फरवरी को सुबह 9 बजे आश्रम के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी गिरिजानंद सरस्वती का प्रतिमा पूजन, पादुका पूजन, शोडषोपचार पूजन, अभिषेक व आरती होगी। शाम 6 बजे से मां परांबा ललिता महात्रिपुर सुंदरी कौ नौका विहार कराया जाएगा।
भक्तों को दर्शन देने नगर भ्रमण करेंगी मां
17 फरवरी को शाम 5.30 बजे से मां भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण करेंगी। रात 8 बजे छप्पन भोग दर्शन होंगे। 18 फरवरी को शाम 6 बजे पुष्प बांगला सजाया जाएगा। मंदिर के प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में अनेक संत भी उपस्थित होंगे। आचार्य पं. राजेश शर्मा के निर्देशन में 21 विद्वान व कई यजमान इन अनुष्ठानों में शामिल होकर सग्रहमख पंच देवोपसनात्मक श्री ललिता महात्रिपुर सुंदरी महायज्ञ के दिव्य आयोजन में सहभागी बनेंगे।
नवचंडी पाठ और सरस्वती पूजन
अन्नपूर्णा मंदिर में भी गुप्त नवरात्र में विशेष अनुष्ठान होंगे। अन्नपूर्णा आश्रम के स्वामी जयेंद्रानंदगिरि बताते हैं कि इस नवरात्र में प्रतिदिन सुबह 7 बजे से नवचंडी पाठ होगा। मंदिर में प्रतिदिन मां अन्नपूर्णा, महाकाली और मां गायत्री का अभिषेक व विशेष शृंगार होगा। 14 फरवरी को वसंत पंचमी पर सुबह 9 बजे से मंदिर में देवी सरस्वती का पूजन भी होगा। वेद भवन में पूजन किया जाएगा।
ब्रह्ममुहूर्त में होगा हवन
खजराना स्थित काली मंदिर में नौ दिन तक विशेष अनुष्ठान होगा। मुख्य पुजारी गुलशन अग्रवाल बताते हैं कि मां कालिका का शृंगार किया जाएगा। यह गुप्त नवरात्र है इसलिए अनुष्ठान भी गुप्त विधान से होंगे। कार्यसिद्धि के लिए इस दौरान तंत्र अनुष्ठान हवनात्मक रूप से होंगे। ये अनुष्ठान महानिशिथ काल और ब्रह्ममुहूर्त में होंगे।
अभिष्ट कामना के लिए उत्तम
आचार्य पं. राकेश तिवारी के बताते हैं कि चैत्र व आश्विन मास की नवरात्र का तो विशेष महत्व है ही, लेकिन माघ और आषाढ़ में आने वाली गुप्त नवरात्र का भी बहुत महत्व है। यह नवरात्र साधकों के लिए बहुत सिद्ध मानी गई है। यदि संकल्पित होकर अभिष्ट कामना के लिए इस दौरान कोई अनुष्ठान किया जाता है तो उसका विशेष फल मिलता है। गृहस्थ जीवन में भी इस नवरात्र में पूजन किया जाना श्रेष्ठ है। प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ या श्रीयंत्र की साधना विशेष फलदायी रहती है। जो साधक यह नहीं कर सकते, वे दुर्गा चालीसा का पाठ या देवी दुर्गा के बीजमंत्र की एक माला का जाप भी प्रतिदिन करते हैं।


