Chhattisgarh Naxal Encounter: धमतरी के उदंती सीतानदी के जंगल में मुठभेड़, जवानों की फायरिंग में जान बचाकर भागे नक्‍सली

Chhattisgarh Naxal Encounter: धमतरी के उदंती सीतानदी के जंगल में मुठभेड़, जवानों की फायरिंग में जान बचाकर भागे नक्‍सली

Chhattisgarh Naxal Encounter: छत्‍तीसगढ़ के धमतरी जिले के उदंती सीतानदी के टांगरीडोंगरी जंगल में नक्सलियों और डीआरजी पुलिस जवान व एसटीएफ जवानों की संयुक्त टीम के बीच लंबे समय तक मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में किसी तरह की कोई हताहत नहीं है।

By Ashish Kumar Gupta

Publish Date: Sat, 13 Apr 2024 11:08 AM (IST)

Up to date Date: Sat, 13 Apr 2024 11:09 AM (IST)

HighLights

  1. – धमतरी के उदंती सीतानदी के जंगल में मुठभेड़
  2. – पुलिस जवानों की फायरिंग के बाद भाग निकले नक्सली
  3. – धमतरी, गरियाबंद डीआरजी व एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई

नईदुनिया प्रतिनिधि, धमतरी। Chhattisgarh Naxal Encounter: छत्‍तीसगढ़ के धमतरी जिले के उदंती सीतानदी के टांगरीडोंगरी जंगल में नक्सलियों और डीआरजी पुलिस जवान व एसटीएफ जवानों की संयुक्त टीम के बीच लंबे समय तक मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में किसी तरह की कोई हताहत नहीं है। पुलिस की टीम नक्सलियों पर भारी पड़ी तो नक्सली भाग निकले। क्षेत्र में इस घटना के बाद पुलिस जवानों की सर्चिंग तेज हो गई है। वहीं नगरी, ओड़िसा व मैनपुर मार्ग में फिलहाल सन्नटा पसरा हुआ है।

नक्सल डीएसपी आरके मिश्रा से मिली जानकारी के अनुसार 12 अप्रैल को उदंती सीतानदी के टांगरीडोंगरी जंगल क्षेत्र में पुलिस को 25 से 30 नक्सलियों के होने की जानकारी मिली। तत्काल धमतरी डीआरजी, गरियाबंद डीआरजी पुलिस जवानों की टीम और एसटीएफ जवानों की संयुक्त टीम बनाई गई। नक्सलियों को पकड़ने पुलिस व फोर्स की संयुक्त टीम शाम को ही उदंती सीतानदी के टांगरीडोंगरी जंगल में घुसे।

नक्सलियों की सुगबुगाहट होते ही पुलिस की संयुक्त टीम और नक्सलियों के बीच में फायरिंग शुरू हो गई। इस बीच पुलिस जवानों की टीम नक्सलियों पर भारी पड़ी तो नक्सली वहां से भाग निकले। घटना के बाद पुलिस जवानों ने घटना स्थल व आसपास क्षेत्रों में सर्चिंग की। इस मुठभेड़ में कोई हताहत नहीं हुई है, लेकिन घटना के बाद से क्षेत्र के जंगल में पुलिस और फोर्स की सर्चिंग तेज कर दी गई है।

बोराई क्षेत्र नक्सलियों के लिए मुख्य कारिडोर

उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही बस्तर में फोर्स के दबाव बढ़ने के कारण ओड़िसा और धमतरी सीमा क्षेत्र में नक्सलियों की आवाजाही शुरू हो जाती है, क्योंकि नक्सलियों के लिए बस्तर प्रवेश के लिए यह मुख्य कारिडोर है। लोकसभा चुनाव शुरू होने से पहले क्षेत्र में नक्सलियों की आने की खबर से क्षेत्रवासियों में दहशत है। नक्सली मुठभेड़ के बाद क्षेत्र के मेचका थाना, बोराई, बिरनासिल्ली सीआरपीएफ जवान सक्रिय हो गए है।