Indian Products in Russia: भारत बड़े पैमाने पर रूस से क्रूड ऑयल खरीदता है. इसके चलते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 परसेंट की टैरिफ को पेनाल्टी के तौर पर दोगुना बढ़ा दिया. अब अमेरिका में भारत से आयात होने वाले वालों पर 50 परसेंट की दर से टैरिफ लगता है.
हालांकि, भारत और रूस के बीच कारोबार सिर्फ क्रूड ऑयल तक ही सीमित नहीं है. इसका दायरा फार्मास्यूटिकल्स, कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स, प्रोसेस्ड फूड, इंटीरियर, इलेक्ट्रॉनिक जैसे तमाम अलग-अलग सेगमेंट्स में बढ़ता जा रहा है. दोनों देशों के बीच आज के समय में USD 68 बिलियन से ज्यादा का कारोबार होता है. आइए इस क्रम में देखते हैं भारत से रूस बड़े पैमाने पर किन सारी चीजों को खरीदता है:-
चाय और मसाले
भारत की चाय और यहां के मसालों की पहचान पूरे दुनिया में है. रूस में भी इनकी अच्छी-खासी डिमांड है. बीते कुछ सालों में यहां भारतीय मसाला चाय का चलन काफी तेजी से बढ़ा है. कड़ाके की ठंड में यहां लोग मसाला चाय की चुस्की लेकर इसका लुत्फ उठाना पसंद करते हैं. इसके अलावा, रूस के किसी भी शहर के सुपरमार्केट में आपको दालचीनी, तेजपत्ता, हल्दी, गरम मसाला, इलायची, लौंग जैसे भारतीय मसाले बड़े आराम से मिल जाएंगे.
अनाज और दालें
रूस भारत से बड़े पैमाने पर दालें भी खरीदता है. खासकर, मसूर दाल. इसके अलावा, रूस भारत से मूंग, चना दाल और पीली मटर की दाल का भी आयात करता है. भारत से रूस में कॉफी, चावल, केला, पपीता, प्रोसेस्ड फूड, मीट भी भेजा जाता है.
बासमती चावल
रूस भारत के खूबसूरत, हाई क्वॉलिटी के बासमती चावल का भी दीवाना है. यहां इसकी मांग लगातार बढ़ रही है. न केवल ये सुंगधित और खाने में टेस्टी होते हैं, बल्कि सेहत के लिए भी यह काफी फायदेमंद है क्योंकि इसमें फाइबर ज्यादा पाए जाते हैं और ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है. ऐसे में भारत से भर-भरकर रूस के लिए बासमती चावल भी भेजा जाता है.
सब्जियां
भारत रूस को बड़ी मात्रा में सब्जियां भी एक्सपोर्ट करता है. इस लिस्ट में अंगूर, किशमिश और सूखी सब्जियों के साथ-साथ प्याज, पत्तागोभी, लहसुन, अदरक और जड़ वाली सब्जियां शामिल हैं. भारत के एक्सपोर्ट डेटा के अनुसार, 2024-25 में रूस को सब्जी प्रोडक्ट्स का टोटल एक्सपोर्ट 75,229,407 डॉलर का था.
टेक्सटाइल
भारत से रूस को कपड़े भी खूब भेजे जाते हैं. इनमें रेशम से बने कपड़ों से लेकर सूती वस्त्र भी शामिल हैं. भारत रूस से इसके लिए कच्चा माल भी खरीदता है.
फार्मास्यूटिकल्स
पिछले कुछ सालों में एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी के साथ भारत रूस का टॉप फार्मास्यूटिकल रिसोर्स बन गया है. इंडिया एक्सपोर्ट डेटा के अनुसार, 2024-25 में रूस के लिए इंडिया का फार्मास्यूटिकल एक्सपोर्ट 520,549,626 डॉलर का था.
मशीनरी
भारत अपने घरेलू इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और मॉडर्नाइजेशन के लिए रूस को मशीनरी और मैकेनिकल अप्लायंस एक्सपोर्ट करता है. भारत-रूस ट्रेडिंग बढ़ने के साथ मशीनरी और मैकेनिकल अप्लायंस टॉप प्रोडक्ट लिस्ट में पहले नंबर पर आ गए.
रूस में भारतीय रेस्तरां
इसके अलावा, रूस में लोग पका-पकाया भारतीय खाना भी खूब पसंद करते हैं. मॉस्को से लेकर सेंट पीटर्सबर्ग में कई ऐसे भारतीय रेस्तरां हैं, जहां केवल प्रवासियों की ही भीड़ नहीं रहती, बल्कि भारतीय खाना चखते हुए रूसी भी दिख जाते हैं. इन रेस्टोरेंट्स की कस्टमर लिस्ट में 70–80 कस्टमर्स रूसी ही होते हैं.
योग भारत की प्राचीन परंपरा है, जिसे अब पूरी दुनिया अपना रही है. मॉस्को, सेंट पीटर्सबर्ग और व्लादिवोस्तोक रूस के तमाम बड़े शहरों में आपको आयुर्वेदिक उपचार सेंटर, योग स्टूडियो, मसाज थेरेपी सेंटर मिल जाएंगे. यहां इनकी लोकप्रियता धीरे-धीरे बढ़ रही है. इसके अलावा, हर्बल ऑयल और स्किनकेयर प्रोडक्ट्स भी खूब डिमांड में हैं. रूस में योग प्रशिक्षकों की भी अच्छी-खासी डिमांड है. रूसी लोगों में ‘नैचुरल हीलिंग’ का कॉन्सेप्ट बढ़-चढ़कर उभर रहा है.
बॉलीवुड का जादू
दिग्गज कलाकार राज कपूर की फिल्म ‘आवारा’ से रूस में बॉलीवुड की दीवानगी का जो दौर शुरू हुआ था, वह आज भी बरकरार है. रूस के थिएटर्स में ‘आवारा’, ‘श्री 420’ जैसी फिल्में खूब देखी गईं. ‘आवारा’ फिल्म की तो रूस में 640 लाख टिकट बिके थे. आप समझ सकते हैं कि किस हद तक वहां के लोगों को भारतीय सिनेमा को लेकर क्रेज है. रूस के लोगों को मसालेदार भारतीय फिल्में खूब पसंद आती है, जिसकी कहानी दमदार हो, गाने हो, अच्छे डायलॉग्स हो. यही वजह है कि आज के समय में ‘दंगल’, ‘3 इडियट्स’, ‘बाहुबली’ जैसी फिल्मों को भी यहां के लोगों ने खूब पसंद किया.
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