CBSE में 124 नॉन-टीचिंग पदों पर भर्ती, जानें किस उम्र सीमा तक के उम्मीदवार कर सकते हैं अप्लाई?
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CBSE में 124 नॉन-टीचिंग पदों पर भर्ती, जानें किस उम्र सीमा तक के उम्मीदवार कर सकते हैं अप्लाई?
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CBSE में 124 नॉन-टीचिंग पदों पर भर्ती, जानें किस उम्र सीमा तक के उम्मीदवार कर सकते हैं अप्लाई?
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सनातन धर्म में शुक्रवार के दिन का बेहद खास महत्व होता है. ये दिन धन और वैभव की देवी मां लक्ष्मी को समर्पित है. शास्त्रों में इस बात का उल्लेख है कि शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और घर में खुशहाली आती है. तो ऐसे में शुक्रवार को करें ये खास उपाय, घर में कभी नहीं होगी आर्थिक तंगी.

आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी के सामने एक सिक्का रख दें. इसके बाद लक्ष्मी जी की पूरी विधि-विधान से पूजा करें और अपने गुनाहों की माफी मांगे और ठीक अगले दिन इस सिक्के में लाल कपड़ा बांधकर अपने पास रख लें.

शुक्रवार के दिन नीम के पेड़ में जल चढ़ाने से मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है. साथ ही ग्रह दोषों से भी छुटकारा प्राप्त होता है. यह उपाय विशेष रूप से शुक्रवार की सुबह स्नान करने के बाद करना बेहद शुभ माना जाता है.

शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घी का दीपक जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें और श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः मंत्र का 108 बार जाप करें.

ज्योतिष के अनुसार, शुक्रवार के दिन चींटियों को आटा और चीनी फेटकर खिलाने से ग्रहों की स्थिति मजबूत होती है, जिससे अटके हुए काम फिर से शुरू हो जाते हैं और कार्यों में कामयाबी मिलती है.

शुक्रवार के दिन ‘ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः’ और ‘ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः’ जैसे मंत्रों का जाप कर सकते हैं. इस मंत्र के जाप से धन की प्राप्ति होती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
Published at : 05 Dec 2025 07:30 AM (IST)
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Maa Lakshmi Friday Worship
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YouTube Silver Button: यूट्यूब आज सिर्फ वीडियो देखने का प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि लाखों लोगों के लिए कमाई का बड़ा जरिया बन चुका है. नए क्रिएटर्स के मन में अक्सर ये सवाल रहता है कि आखिर YouTube Silver Play Button कब मिलता है और इसे पाने के लिए क्या-क्या शर्तें पूरी करनी होती हैं. इसके साथ ही यह भी जानना जरूरी है कि सिल्वर बटन मिलने के बाद कितनी कमाई होती है. आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं.
YouTube सिल्वर प्ले बटन उन क्रिएटर्स को देता है जिनके चैनल पर 1 लाख सब्सक्राइबर्स (100K Subscribers) पूरे हो जाते हैं. यह यूट्यूब के Creator Awards का पहला स्तर है और इसे हासिल करने के लिए आपके चैनल को यूट्यूब की सभी कम्युनिटी गाइडलाइंस और मोनेटाइजेशन नीतियों का पालन करना आवश्यक होता है.
जब आपका चैनल 1 लाख सब्सक्राइबर पार कर लेता है तो यूट्यूब आपके क्रिएटर स्टूडियो में एक नोटिफिकेशन भेजता है जिसमें एक कोड दिया जाता है. उसी कोड की मदद से आप यूट्यूब की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना सिल्वर प्ले बटन ऑर्डर कर सकते हैं. यह आपके पते पर कुछ हफ़्तों के भीतर पहुंच जाता है.
सिर्फ सब्सक्राइबर पूरे होना ही काफी नहीं होता. यूट्यूब आपके चैनल की क्वालिटी, कंटेंट की मौलिकता, कॉपीराइट स्थिति और प्लेटफॉर्म नियमों के पालन की भी जांच करता है. अगर आपके चैनल पर स्ट्राइक या किसी तरह का बड़ा उल्लंघन है तो अवॉर्ड मिलने में दिक्कत आ सकती है.
बहुत लोगों का मानना है कि सिल्वर प्ले बटन मिलने के साथ ही कमाई बढ़ जाती है लेकिन यह पूरी तरह सही नहीं है. यूट्यूब की कमाई सब्सक्राइबर से नहीं बल्कि वीडियो पर आने वाले Views और Ads से होती है.
कमाई कई चीज़ों पर निर्भर करती है कंटेंट का प्रकार, दर्शकों का देश, एड रेट (CPM और RPM), वीडियो की लंबाई और एंगेजमेंट. भारत में 1 लाख सब्सक्राइबर वाले चैनल की औसत कमाई 20,000 रुपए से 1 लाख रुपए प्रति माह तक हो सकती है लेकिन यह चैनल की निच और व्यूज़ पर आधारित है. कुछ क्रिएटर्स इससे भी ज्यादा कमा लेते हैं.
सिल्वर बटन कमाई भले न बढ़ाए लेकिन यह आपके चैनल की विश्वसनीयता और ब्रांड वैल्यू को जरूर बढ़ाता है. इससे स्पॉन्सरशिप, ब्रांड डील और कोलैबोरेशन मिलने की संभावना बढ़ जाती है जिससे आपकी कुल आय कई गुना तक बढ़ सकती है.
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इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिसबेन में गुरुवार से शुरू हुए एशेज सीरीज के दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने टेस्ट क्रिकेट में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के रूप में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज की उपलब्धि अपने नाम कर ली. इसके साथ ही स्टार्क ने भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को भी पीछे छोड़ दिया.
ब्रिसबेन टेस्ट के पहले दिन स्टार्क ने 6 विकेट लिए. अपना तीसरा विकेट लेते ही स्टार्क ने टेस्ट क्रिकेट में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के रूप में सबसे ज्यादा विकेट लेने के वसीम अकरम के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. वहीं छठा विकेट लेते ही उन्होंने भारत के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को पीछे छोड़ा.
वसीम अकरम ने 104 टेस्ट में 414 विकेट लिए थे, जबकि हरभजन सिंह ने 103 टेस्ट में 417 विकेट लिए थे. स्टार्क अपना 102वां टेस्ट खेल रहे हैं और 418 विकेट ले चुके हैं.
स्टार्क टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में 15वें स्थान पर पहुंच गए हैं. स्टार्क के निशाने पर अगला रिकॉर्ड शॉन पोलॉक का है. पोलॉक ने टेस्ट में 421 विकेट लिए हैं.
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन के नाम है. मुरलीधरन ने 133 टेस्ट में 800 विकेट लिए हैं. दूसरे स्थान पर शेन वॉर्न हैं जिनके नाम 145 टेस्ट में 708 विकेट हैं. इंग्लैंड के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन तीसरे नंबर पर हैं. एंडरसन ने 188 टेस्ट में 704 विकेट लिए हैं. भारत के अनिल कुंबले 132 टेस्ट में 619 विकेट लेकर चौथे स्थान पर हैं. इंग्लैंड के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड 167 टेस्ट में 604 विकेट लेकर पांचवें स्थान पर हैं.
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भारत की धरती पर कदम रखने से कुछ घंटे पहले ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रेमलिन के कैथरीन हॉल में एक ऐसा इंटरव्यू दिया, जिसने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया. पहली बार उन्होंने दो भारतीय महिला पत्रकारों को अपने निजी विचारों, भारत के प्रति भावनाओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संबंधों पर खुलकर बातचीत की. यह इंटरव्यू उसी समय आया है, जब भारत-रूस के रिश्ते एक नए मोड़ पर खड़े हैं और वैश्विक राजनीति में तेजी से बदलाव हो रहा है. इस बातचीत के दौरान पुतिन ने SCO शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी के साथ की गई कार की सवारी की कहानी के पीछे का सच बताया.
तियानजिन में हुए SCO सम्मेलन के बाद जिस दिन प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन एक ही ऑरस सीनेट कार में बैठे दिखाई दिए थे, वह पल इतिहास का हिस्सा बन गया था. इस क्षण के बारे में पूछे गए सवाल पर पुतिन ने हल्के से हंसते हुए कहा कि इसमें किसी प्रकार की कूटनीतिक औपचारिकता नहीं थी. उन्होंने खुद ही प्रस्ताव दिया था कि दोनों एक साथ बैठकर चलें. उनके अनुसार यह कदम दोनों नेताओं के बीच निजी विश्वास और सहजता का प्रमाण था. पुतिन ने यह भी कहा कि यह सब बिना किसी योजना के हुआ. कार में बैठते ही बातचीत तेज़ी से शुरू हो गई और मंजिल पर पहुंचने के बाद भी बातचीत लगभग 45 मिनट तक जारी रहा.
मोदी का पोस्ट, पुतिन का इंतज़ार और लंबी बातचीत
SCO सम्मेलन से लौटते समय पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर पुतिन संग साझा तस्वीर पोस्ट की थी और लिखा था कि उनके साथ बातचीत हमेशा सीख देने वाली रहती है. उस दिन की रिपोर्टें बताती हैं कि पुतिन खुद प्रधानमंत्री को लेने के लिए करीब दस मिनट तक प्रतीक्षा करते रहे थे. सम्मेलन स्थल से होटल तक दोनों एक साथ गए और होटल पहुंचकर भी आधे घंटे से अधिक लंबी अनौपचारिक चर्चा चली. यह वह समय था, जब दुनिया भारत-अमेरिका संबंधों में हल्का तनाव देख रही थी, फिर भी भारत-रूस की गर्माहट पहले जैसी ही बनी रही.
अंतरराष्ट्रीय तनाव के बीच दोस्ती का यह संदेश क्यों महत्वपूर्ण है
हाल के दिनों में अमेरिका की तरफ से भारत पर रूसी कच्चे तेल की खरीद को लेकर लगाए गए टैक्स और चेतावनियों से दोनों देशों के आर्थिक रिश्तों में तनातनी महसूस हो रही थी. इसके बावजूद पुतिन और पीएम मोदी की दोस्ती का यह नजारा जनमत और वैश्विक राजनीति दोनों को नया संकेत देता है कि भारत अपने कूटनीतिक निर्णयों को किसी दबाव में नहीं लेता. रूस के साथ उसका संबंध केवल रणनीतिक ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर भी मजबूत है.
ऐतिहासिक है यह भारत यात्रा
पुतिन का यह दौरा अपने साथ कई ऐतिहासिक संदर्भ लेकर आया है. 2021 के बाद पहली बार वह भारत की भूमि पर कदम रख रहे हैं. यह यात्रा भारत-रूस साझेदारी के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हो रही है और इसके साथ ही 23 वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन भी आयोजित किया जा रहा है.
दौरे का पूरा कार्यक्रम
पुतिन के आगमन के साथ ही दिल्ली ने उन्हें विशेष मेहमान के रूप में सम्मान दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोटोकॉल की परंपरा तोड़कर खुद एयरपोर्ट जाकर स्वागत किया. उसके बाद पीएम आवास पर विशेष रात्रिभोज का आयोजन हुआ. आज दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल आमने-सामने बैठेंगे, जिसमें सैन्य सहयोग, तकनीक, ऊर्जा और व्यापार को लेकर कई नई दिशा-निर्देशक नीतियों पर सहमति बनने की उम्मीद है. दिन के अंत में दोनों नेता संयुक्त बयान भी जारी करेंगे.
ये भी पढ़ें: ‘इसमें ग्रेट जैसा कुछ नहीं क्योंकि भारत…’, G-7 में रूस के शामिल होने के सवाल पर पुतिन का क्लीयर जवाब
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Rashifal: वृषभ चंद्रमा आज कर्क, सिंह, कन्या के करियर, रिश्तों और फाइनेंस में अप्रत्याशित मोड़ ला सकता है. 5 दिसंबर का यह ‘Horoscope Today’ संकेत देता है कि तीनों राशियों के लिए छोटे फैसले भी बड़े नतीजे दे सकते हैं.
वृषभ चंद्रमा आज आपकी Intuitive शक्ति बढ़ा देगा. किसी पुराने दोस्त या रिश्तेदार से अचानक संपर्क हो सकता है. काम में आपका शांत स्वभाव टीम को संतुलित करेगा लेकिन एक अप्रत्याशित जिम्मेदारी भी आ सकती है. रिश्तों में भावनात्मक जुड़ाव गहरा होगा. छात्रों के लिए Group Study बेहतरीन. सेहत में पेट-गैस.
Career: teamwork मजबूत.
Love: पुरानी भावनाएं सक्रिय होंगी.
Education: समूह अध्ययन लाभकारी.
Health: indigestion.
Finance: स्थिर आय.
उपाय: चावल दूध में मिलाकर पक्षियों को दें.
Lucky Color: Cream । Lucky Number: 4
वृषभ चंद्रमा आज आपकी Leadership को Calm करेगा. बॉस आपकी Maturity और Balanced approach को पसंद करेंगे. किसी बड़े काम को लेकर आपकी योजना मजबूत होगी. रिश्तों में Partner आपकी Straightforwardness की कद्र करेगा, बस टोन हल्का रखें. छात्रों के लिए Competition Prep अच्छा समय. सेहत सामान्य.
Career: authority subtle but powerful.
Love: honesty रिश्ते मजबूत करेगी.
Education: प्रतियोगी तैयारी बढ़िया.
Health: normal.
Finance: long-term planning succeed.
उपाय: गुड़, गेहूं का दान.
Lucky Color: Gold । Lucky Number: 9
वृषभ चंद्रमा आपकी Analytical power को Peak पर ले जाएगा. आज हर काम Detail में जाकर करेंगे और उसी से लाभ मिलेगा. ऑफिस में आपकी सलाह Key-role निभाएगी. रिश्तों में आपकी Practical बात Partner को Comfort देगी. छात्रों के लिए Calculation-heavy subjects शानदार. सेहत में digestion slow.
Career: analysis आज strongest.
Love: clarity रिश्ते smooth करेगी.
Education: गणित/साइंस फोकस.
Health: पेट कमजोर.
Finance: steady improvement.
उपाय: तुलसी को जल दें.
Lucky Color: Green । Lucky Number: 5
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर भारत पहुंच गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया और फिर दोनों नेता एक की कार में 7 लोक कल्याण मार्ग के लिए रवाना हो गए. दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति पुतिन का विमान लैंड हुआ. पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर पुतिन को गले लगाया और उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. स्वागत समारोह के दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने एयरपोर्ट पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी देखा और उसकी सराहना की.
रूसी तेल पर अमेरिका के रवैये पर पुतिन का निशाना
भारत दौरे से पहले व्लादिमीर पुतिन ने रूसी कच्चे तेल और एनर्जी के मुद्दे पर अमेरिका और पश्चिम देशों के रवैये पर सवाल उठाया. इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में पुतिन ने कहा कि अमेरिका अपने परमाणु प्लांट के लिए रूस से न्यूक्लियर फ्यूल खरीदता है, लेकिन भारत पर कच्चा तेल आयात करने के लिए प्रतिबंध लगाता है. उन्होंने कहा कि अमेरिका हमसे परमाणु ऊर्जा खरीदता है और फिर हमें ज्ञान देता है.
पुतिन ने की पीएम मोदी की तारीफ
पुतिन ने पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि दुनिया ने भारत की मजबूत और स्पष्ट स्थिति देखी है. ट्रंप ने रूसी तेल खरीदने को लेकर भारत पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ लगाया है, जिसके बाद भारत पर कुल टैरिफ 50 फीसदी हो गया. उस समय भी रूस ने ट्रंप के इस कदम की आलोचना की थी और कहा था कि कोई भी देश अपने हितों के लिए फैसले लेने के लिए आजाद है.
अमेरिका का टैरिफ नीति खतरनाक- पुतिन
पुतिन ने कहा, “अमेरिका और ट्रंप के आर्थिक सलाहकार मानते हैं कि इस तरह टैरिफ लगाने से उन्हें फायदा होगा, लेकिन हमारे जानकार मानते हैं इस तरह की नीतियां खतरनाक हैं. हमने कई ऐसा नहीं किया और न ही आगे करेगा. रूस खुली अर्थव्यवस्था पर विश्वास करता है. हम चाहते हैं कि वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन( WTO) के नियमों में संशोधन किया जाए.”
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देश की उच्च शिक्षा व्यवस्था में पिछले एक दशक में बहुत बड़ा बदलाव आया है. IIM उदयपुर की नई रिपोर्ट ने साफ कर दिया है कि अब कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में SC, ST और OBC वर्ग का दबदबा बढ़ चुका है. 12 साल पहले जहां इन वर्गों की हिस्सेदारी आधी भी नहीं थी, वहीं अब यह बढ़कर 60% के पार पहुंच गई है.
इसके मुकाबले सामान्य वर्ग का नामांकन तेजी से घटकर सिर्फ 39% रह गया है. IIM उदयपुर के सेंटर फॉर डेवलपमेंट पॉलिसी एंड मैनेजमेंट ने 2010-11 से 2022-23 तक के ऑल इंडिया सर्वे ऑफ हायर एजुकेशन (AISHE) डेटा का विश्लेषण किया.
बड़ा बदलाव
सरकारी और निजी दोनों संस्थानों में एक जैसी स्थिति
सरकारी संस्थानों में SC/ST/OBC छात्रों की हिस्सेदारी: 62.2%
निजी संस्थानों में: 60%
मेरिट पर भी आगे आ रहे SC/ST/OBC छात्र
रिपोर्ट का अहम पहलू यह है कि SC, ST और OBC वर्ग के कई छात्र अब आरक्षित सीटों के अलावा सामान्य कैटेगरी की सीटों पर भी चयन पा रहे हैं. इससे साफ है कि इन वर्गों में शिक्षा का स्तर और प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ी है.
क्रीमी लेयर पर उठा नया सवाल
अध्ययन में पूर्व CJI बी.आर. गवई के उस बयान का भी जिक्र है जिसमें उन्होंने SC/ST वर्ग में क्रीमी लेयर लागू करने की जरूरत पर जोर दिया था. उनका कहना था कि बार-बार एक ही आर्थिक रूप से मजबूत परिवार आरक्षण का लाभ ले रहा है, जिससे कमजोर वर्ग पीछे छूट रहा है.
क्या बोले एक्सपर्ट्स?
अध्ययन से जुड़े प्रोफेसर वेंकट रमनन कृष्णमूर्ति का कहना है कि अब उच्च शिक्षा में SC/ST/OBC छात्रों की उपस्थिति सामान्य वर्ग की तुलना में काफी अधिक हो गई है. यह बदलाव हर राज्य, हर विषय और हर संस्थान में दिख रहा है. सह-लेखक त्यागराजन ने कहा क्रीमी लेयर का मुद्दा अब और गंभीर हो गया है. जरूरतमंद छात्रों तक लाभ पहुंचाना सबसे जरूरी है.
सामान्य वर्ग का नामांकन लगातार गिरता हुआ
रिपोर्ट में बताया गया है कि सामान्य वर्ग का नामांकन सभी राज्यों में घट रहा है. कई विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले समय में यह अंतर और बढ़ सकता है.
क्या है इस बदलाव का बड़ा मतलब?
उच्च शिक्षा अब पहले की तुलना में ज्यादा समावेशी हो चुकी है. आरक्षित वर्ग के छात्र केवल संख्या में ही आगे नहीं बढ़ रहे, बल्कि मेरिट में भी मजबूत उपस्थिति दिखा रहे हैं. सामाजिक संतुलन और अवसरों की तस्वीर आने वाले वर्षों में और बदल सकती है.
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