बच गई मैथ्यू हेडन की इज्जत, कपड़े उतारने वाले कमेन्ट पर बेटी ग्रेस ने दी मजेदार प्रतिक्रिया

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ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड दूसरा टेस्ट जब शुरू भी नहीं हुआ था, तब ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज मैथ्यू हेडन ने अजीबोगरीब दावा कर डाला था. हेडन का कहना था कि अगर जो रूट इस सीरीज में शतक नहीं लगा पाते हैं, तो वो मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में सारे कपड़े उतार कर नग्न होकर घूमेंगे. अच्छी बात ये रही कि रूट ने गाबा मैदान में ही शतक लगा दिया है. इस पर मैथ्यू हेडन की बेटी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है.

मैथ्यू हेडन की बेटी, ग्रेस भी क्रिकेट कमेंट्री करती हैं. उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी अपडेट की है, जिसमें उन्होंने अपनी तस्वीर साझा की. साथ ही उन्होंने कैप्शन में लिखा, “रूट, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद. आपकी वजह से हमारी आंखें बच गईं.” उन्होंने यह कमेन्ट अपने पिता के नग्न होकर घूमने को लेकर किया है.

दूसरे एशेज टेस्ट में पहले दिन का खेल खत्म होने तक जो रूट ने 135 रन बना लिए हैं. ये ऑस्ट्रेलियाई धरती पर उनका सबसे पहला शतक रहा. पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद मैथ्यू हेडन ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर सबसे पहला शतक लगाने के लिए जो रूट को बधाई दी.

X पर जो रूट को बधाई देते हुए मैथ्यू हेडन ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया में शतक लगाने के लिए आपको बधाई. आपने थोड़ा समय लिया, और मुझसे ज्यादा शायद ही इस मुकाबले पर किसी का ध्यान होगा. मैं अच्छी भावना के साथ आपको सपोर्ट कर रहा था, बधाई हो. आपको बधाई हो कि 10 अर्धशतकों के बाद आखिरकार पहला शतक आ ही गया. इस पारी को एंजॉय कीजिए.”

गाबा मैदान में जो रूट ने 181 गेंद में अपना शतक पूरा किया. यह उनके टेस्ट करियर का 40वां शतक रहा, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई धरती पर पहला. 30 पारियों के इंतजार के बाद आखिरकार जो रूट ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर शतक लगाया है.

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क्या गजब का रिस्क लिया! 25 लाख की नौकरी छोड़ डिलीवरी बॉय बना लड़का, प्लान सुनकर रोने लगे घरवाले

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Online food delivery: आज के समय में नौकरी की भारी किल्लत है. एक पोस्ट के लिए हजारों-लाखों की तादात में एप्लीकेशन जमा होते हैं. इंटरव्यू के लिए कतारों में लोग खड़े होते हैं. ऐसे में अगर किसी के पास अच्छी-भली नौकरी है, तो वह किस्मत का धनी है.

हालांकि, आज हम आपको जिस शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं उसने सालाना 25 लाख रुपये की नौकरी को महज इसलिए ठोकर मार दी और वह भी इसलिए क्योंकि उसे ऑनलाइन फूड डिलीवरी करनी है. शख्स के इस अजीबोगरीब फैसले का किस्सा जब सोशल मीडिया पर शेयर हुआ, तो इसने लोगों का ध्यान अपनी ओ खींचा. 

घर पर रो रहे हैं माता-पिता 

X पर एनजी वी (@original_ngv) नाम के एक यूजर ने इस कहानी को शेयर करते हुए बताया कि उसके दोस्त ने एक अच्छी-खासी नौकरी छोड़ दी, जिससे उसके माता-पिता परेशान है, रो रहे हैं और उसके फ्यूचर को लेकर परेशान हो रहे हैं. अगले साल उसकी शादी है और हाल ही में उसने एक नई कार भी खरीदी है, लिहाजा फाइनेंशियली काफी प्रेशर है. एनजी ने लिखा, ”मेरे एक दोस्त ने Swiggy / Rapido ड्राइवर बनने के लिए अपनी 25 lpa+ की नौकरी छोड़ दी. नहीं, मैं मजाक नहीं कर रहा हूं. उसके माता-पिता ने मुझे फोन करके उसे समझाने के लिए कहा, वे सच में रो रहे थे. वह अगले साल शादी करने वाला है और उसने अभी-अभी एक कार खरीदी है.”

दोस्त का बिजनेस मॉडल तैयार 

हालांकि, उसने बहुत सोच-समझकर यह कदम उठाया है. एंजी ने बताया, ”वह एक  यूनिवर्सिटी के पास रहता है, जहां खूब सारे स्टूडेंट्स और ऑफिस वर्कर आते हैं. वह अपनी नौकरी छोड़कर 6 महीने के अपने रनवे के साथ क्लाउड किचन शुरू कर रहा है, लेकिन इसे शुरू करने से पहले उसे सबसे पहले मेन्यु तैयार करना था. यह पता लगाने के लिए उसके इलाके में कौन-कौन से फूड आइटम्स सबसे ज्यादा पसंद किए जाते हैं, वह कुछ हफ्तों के लिए डिलीवरी बॉय बन गया.”

एंजी ने बताया कि उसके दोस्त ने पहले ही 12 SKU शॉर्टलिस्ट कर लिया है, जिनके बारे में उसका मानना ​​है कि वे कम कीमत पर लेकिन ज्यादा वॉल्यूम में बिक सकते हैं. उसका बिजनेस मॉडल तीन-चार महीने में मुनाफे का अनुमान लगा रहा है.

लोगों ने दी हिम्मत की दाद

उसके प्लान के बारे में जानकर भी उसके दोस्त और परिवारवाले राजी नहीं हो रहे हैं. एनजी ने कहा, “उसके माता-पिता अभी भी इसके खिलाफ हैं और दोस्त भी फैसले का मजाक उड़ा रहे हैं.” उसे काफी बेइज्जती भी झेलनी पड़ रही है जैसे कि लिफ्ट का इस्तेमाल करने पर वॉचमैन का चिल्लाना वगैरह. लेकिन वह अपनी बात पर अड़ा हुआ है.

एनजी ने कहा, ”अब मैं भी उसे 100 परसेंट सपोर्ट कर रहा हूं. उम्मीद करता हूं कि सब कुछ आगे उसके लिए ठीक हो.” सोशल मीडिया पर लोग एनजी के दोस्त की हिम्मत को दाद दे रहे हैं. कोई इसे असली मार्केट रिसर्च बता रहा है, तो कोई कह रहा है कि फ्यूचर को बेहतर बनाने के लिए अपनी लाइफस्टाइल को डाउनग्रेड करने के लिए हिम्मत चाहिए. 

 

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3 हजार जवान, 3 वॉरशिप और 10 एयरक्राफ्ट… क्या है RELOS, जिस पर भारत-रूस ने लगाई मुहर?

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भारत और रुस के बीच हुए सैन्य समझौते के तहत दोनों देश एक दूसरे के सैन्य ठिकानों पर तीन हजार सैनिक, पांच जंगी जहाज (युद्धपोत) और 10 मिलिट्री एयरक्राफ्ट तैनात कर सकते हैं. इस तरह, हिंद महासागर में रूस अपनी मौजूदगी रख सकता है तो भारत सूदुर आर्टिक क्षेत्र में कदम रख सकता है.

पुतिन के भारत दौरे के दौरान, रूस की संसद (डूमा) ने भारत के साथ एक महत्वपूर्ण रक्षा समझौते को मंजूरी दी है, जिससे दोनों देशों को संयुक्त सैन्य अभ्यास, मानवीय सहायता और आपदा राहत के लिए एक-दूसरे के क्षेत्र में सैनिकों और उपकरणों को तैनात करने की अनुमति मिलेगी.

यह समझौता, जिसे रेसिप्रोकल एक्सचेंज ऑफ लॉजिस्टिक सपोर्ट (RELOS) कहा जाता है, दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित किया गया था और अब इसे रूस की संसद के निचले सदन, डूमा द्वारा अनुमोदित किया गया है.

दरअसल, आर्टिक क्षेत्र में तेल और खनिज की खोज के लिए भारत, इस सुदूर इलाके में अपनी मौजूदगी चाहता है क्योंकि आर्टिक क्षेत्र से रूस का एक लंबा बॉर्डर है, ऐसे में रूस के साथ ये लॉजिस्टिक करार किया गया है. इस क्षेत्र में जबरदस्त बर्फ पड़ती है और समुद्री-जहाज तक को बर्फ काटकर नौवहन करना पड़ता है. ऐसे में रूस ने भारत को इस तरह के क्षेत्र के लिए खास आइस-कटर जहाज बनाने के निर्माण तक में मदद करने का प्रस्ताव दिया है.

दूसरी तरफ रुस अकेला ऐसा पी-5 (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) देश है, जिसकी हिंद महासागर में कोई मौजूदगी नहीं है. ऐसे में भारत के साथ आरईएलएस करार कर रुस ने इस क्षेत्र में अपनी मौजूदगी पक्की कर ली है.

भारत और रूस की सेनाएं, साझा युद्धाभ्यास इंद्रा (इंडिया-रशिया) करती हैं. खास बात है कि रूस पहला ऐसा देश है जिसके साथ भारत की सेना के तीनों अंग, रूस की तीनों अंग यानी थलसेना, वायुसेना और नौसेना के साथ साझा मिलिट्री एक्सरसाइज करती हैं. इसका नाम भी इंद्रा है.

यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद से दोनों देशों के बीच इंद्रा एक्सरसाइज रुक गई थी. लेकिन इस वर्ष एक बार फिर भारतीय सेना (थलसेना) और रूसी सेना के बीच ये युद्धाभ्यास, बीकानेर के करीब महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित की गई.

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Aaj Ka Aries Rashifal (5 December 2025): मेष राशि चंद्रमा 2nd हाउस में होने से ऑफिस में बढ़ेगा

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Aaj Ka Mesh Rashifal 5 December 2025 in Hindi: चन्द्रमा के द्वितीय भाव में गोचर करने से आज मेष राशि वालों को पैतृक संपत्ति से जुड़े दस्तावेज़ों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी. किसी भी तरह की लापरवाही भविष्य में परेशानी खड़ी कर सकती है, इसलिए सभी पेपर सही स्थान पर और सुरक्षित रखें.

बिजनेस राशिफल:

व्यापार में सोच-समझकर निवेश करना ही उचित रहेगा. फालतू सामान, नए स्टॉक या अनावश्यक एक्सपेंशन में धन लगाने से बचें. बिज़नेसमैन यदि किसी बड़े निर्णय पर विचार कर रहे हैं, तो परिवार या अनुभवी व्यक्ति से सलाह लेकर आगे बढ़ें.

नौकरी राशिफल:

ऑफिस में आज आपकी बातों का सम्मान होगा और लोग आपके सुझावों से सहमत भी होंगे. मार्केटिंग, सेल्स या पब्लिक डीलिंग से जुड़े लोग विरोधियों पर भारी पड़ेंगे और अच्छा प्रदर्शन करेंगे. काम में स्थिरता और आत्मविश्वास बढ़ेगा.

लव और फैमिली राशिफल:

परिवार के साथ किसी रिश्तेदार से मिलने जाने की संभावना है. इससे संबंधों में मधुरता बढ़ेगी. प्रेम और वैवाहिक जीवन में जल्दबाज़ी या बिना सोचे-समझे बोलने से बचना चाहिए, वरना गलतफहमी हो सकती है.

युवा और विद्यार्थी राशिफल:

डिफेंस, पुलिस या सरकारी भर्ती की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को आज अपने उत्साह को दोबारा जगाने की जरूरत है. नियमित अभ्यास और सकारात्मकता सफलता दिला सकती है. युवाओं के विवाह की बात घर में आगे बढ़ सकती है.

हेल्थ राशिफल:

मानसिक तनाव से दूर रहें और खुद को रिलैक्स करने की कोशिश करें. आंखों और गले में हल्की समस्या महसूस हो सकती है.

शुभ अंक: 8

शुभ रंग: येलो

अनलक्की नंबर: 4

उपाय: मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं और बजरंग बाण का पाठ करें.

FAQs

Q1: क्या आज बिज़नेस में नया निवेश कर सकता हूँ?

A1: हां, लेकिन केवल विवेकपूर्ण और जरूरी जगह पर ही निवेश करें.

Q2: क्या ऑफिस में प्रमोशन के संकेत हैं?

A2: फिलहाल नहीं, लेकिन आपके सुझाव और कार्यशैली से सीनियर्स प्रभावित होंगे.

Q3: क्या आज रिश्तेदारों से मुलाकात शुभ रहेगी?

A3: हां, इससे संबंध मजबूत होंगे.

Disclaimer यहां दी गई जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं और विश्लेषण पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी दावे की पुष्टि नहीं करता. किसी भी उपाय को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें.

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IVF इलाज मतलब कर्ज! सरकारी रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, पढ़ें गरीब क्यों हो रहे इससे दूर?

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Why IVF Is Expensive In India: भारत में IVF का खर्च इतना ज्यादा हो गया है कि ज्यादातर दंपति इलाज कराते-कराते कर्ज में डूब रहे हैं. एक नई सरकारी रिपोर्ट बताती है कि IVF कराने वाले हर 10 में से 9 भारतीय दंपति ऐसी स्थिति में पहुंच जाते हैं जहां इलाज पर होने वाला खर्च उनकी सालाना आय के 10 प्रतिशत से भी ज्यादा हो जाता है. एक IVF साइकिल पर निजी अस्पतालों में करीब 2.3 लाख रुपये और सरकारी अस्पतालों में भी औसतन 1.1 लाख रुपये खर्च आ रहा है. यह बोझ किसी भी आम परिवार के लिए बेहद भारी है और यही इस रिपोर्ट की सबसे चौंकाने वाली बात है.

यह देश का पहला बड़ा स्टडी है जिसे ICMR–NIRRCH ने स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए तैयार किया है. इसमें साफ दिखा है कि IVF सिर्फ महंगा नहीं, बल्कि कई परिवारों के लिए आर्थिक झटका साबित हो रहा है क्योंकि एक साइकिल में सफलता की गारंटी नहीं होती और अक्सर लोगों को कम से कम तीन बार कोशिश करनी पड़ती है. रिपोर्ट में WHO के आंकड़ों का हवाला भी है, जिनके मुताबिक भारत में 4 से 17 प्रतिशत दंपति इनफर्टिलिटी से जूझते हैं और इनमें से करीब 8 प्रतिशत को IVF जैसे एडवांस्ड इलाज की जरूरत पड़ती है.

क्यों महंगा होता है इलाज?

आईवीएफ की पूरी प्रक्रिया कई चरणों से गुजरती है, ओवेरियन स्टिम्युलेशन, एग रिट्रीवल, फर्टिलाइजेशन, एंब्रियो ट्रांसफर, और लगातार मॉनिटरिंग. यही कारण है कि ये इलाज तकनीकी रूप से मुश्किल भी है और आर्थिक रूप से भारी भी. आयुष्मान भारत योजना अभी कमजोर तबकों को 5 लाख रुपये तक की अस्पताल उपचार कवर देती है, लेकिन आईवीएफ इसमें शामिल नहीं है. रिपोर्ट साफ कहती है कि चूंकि आईवीएफ का ज्यादातर खर्च ओपीडी में होता है, इसलिए इसे पैकेज में जोड़ा जाना चाहिए. अगर योजना में शामिल किया जाता है तो एक आईवीएफ साइकिल की 81,332 हजार रुपये की लागत को सरकारी दर मानने की सिफारिश की गई है. देश में करीब 2.8 करोड़ दंपति इनफर्टिलिटी की समस्या झेल रहे हैं, जिनके लिए आईवीएफ ही आखिरी उम्मीद है, लेकिन इलाज की ऊंची लागत उनके लिए रास्ता रोक देती है.

स्टडी में ये भी सामने आया कि सभी सर्वे मरीजों में पीसीओएस बांझपन की सबसे आम वजह थी. निजी अस्पतालों में सीधे इलाज का खर्च ज्यादा होता है, जबकि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को गैर-चिकित्सकीय खर्च, जैसे यात्रा, ठहरने का खर्च और काम से छुट्टी का नुकसान ज्यादा झेलना पड़ता है. आईवीएफ शुरू होने से पहले ही चार में से एक मरीज पर इतना खर्च हो चुका था कि वो इसे “catastrophic expenditure” की कैटेगरी में पहुंच गया. रिपोर्ट यह भी बताती है कि भारत के हेल्थ सिस्टम में इनफर्टिलिटी की समस्या को अभी भी बहुत कम प्राथमिकता मिलती है, जबकि इसके इलाज पर लगभग कोई आर्थिक सुरक्षा नहीं मिलती.

IVF इतना महंगा क्यों पड़ रहा है?

आईवीएफ की एक साइकिल का खर्च 50,000 से लेकर 2.5 रुपये लाख तक जा सकता है. इसमें दवाएं, टेस्ट, मॉनिटरिंग, एंब्रियो लैब, और कई बार बार-बार ट्राई करने का खर्च शामिल है. ऊपर से महंगाई ने दवाओं और टेस्ट की कीमत और बढ़ा दी है. मिडिल-क्लास परिवारों के लिए ये खर्च असहनीय है. हाउसहोल्ड कंजप्शन सर्वे के हिसाब से ग्रामीण परिवार हर महीने करीब 17,000 रुपये खर्च करते हैं. ऐसे में आईवीएफ का खर्च कई लोगों की पूरी सालाना आय से भी ज्यादा बैठ जाता है. 

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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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तीसरे और निर्णायक वनडे के लिए Vizag पहुंची टीम इंडिया, कुछ इस अंदाज में दिखे विराट कोहली

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भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका तीसरा और निर्णायक वनडे मैच 6 दिसंबर को वाइजैग में खेला जाएगा. सीरीज के अंतिम मुकाबले के लिए टीम इंडिया वाइजैग पहुंच गई है. रांची में खेले गए पहले वनडे में भारतीय टीम 17 रन से जीती थी, वहीं रायपुर में 358 रन बनाने के बाद भी टीम इंडिया को 4 विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी थी. अब एक मीडिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि तीसरे मैच के लिए सारे टिकट अभी से बिक गए हैं.

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा वनडे मैच एसीए वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा. बताया जा रहा है कि इस मुकाबले के लिए सारे टिकट ऑनलाइन उपलब्ध करवाए गए थे, जो कुछ ही देर में बिक गए.

दूसरे वनडे मैच की बात करें तो उसमें भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए 358 रनों का स्कोर बनाया था. विराट कोहली और ऋतुराज गायकवाड़ ने शतक, जबकि केएल राहुल ने 66 रनों की तूफानी अर्धशतकीय पारी खेली थी. इसके बावजूद दक्षिण अफ्रीका ने आसानी से 4 विकेट शेष रहते उस मुकाबले को जीत लिया था. दक्षिण अफ्रीका ने इस मैच में भारत के खिलाफ ODI इतिहास में सबसे सफल रन चेज का रिकॉर्ड बनाया था.

सीरीज बचाने की लड़ाई

पहला वनडे भारत और दूसरा दक्षिण अफ्रीका ने जीता है. अब सीरीज विजेता का फैसला 6 दिसंबर को होगा. 10 साल पहले एमएस धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम को अपने ही घर पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ODI सीरीज हारनी पड़ी थी. अब दक्षिण अफ्रीका एक बार फिर ऐसा कर सकती है. बताते चलें कि वनडे सीरीज के बाद 9 दिसंबर से भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पांच मैचों की टी20 सीरीज शुरू होने वाली है.

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जहरीली हवा से बचने का सहारा बने एयर प्यूरिफायर, इस साल 30 प्रतिशत बढ़ गई बिक्री

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पिछले कुछ हफ्तों से राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई शहर भारी वायु प्रदूषण की चपेट में है. एयर क्वालिटी इतनी खराब हो चुकी है कि सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है. हवा में घुले प्रदूषक तत्वों से स्वास्थ्य को भारी खतरा है. जहरीली हवा से बचने के लिए लोग एयर प्यूरिफायर का सहारा ले रहे हैं. इसके चलते एयर प्यूरिफायर की मांग में तेज इजाफा देखने को मिल रहा है. इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेलर क्रोमा के मुताबिक, सालाना आधार पर एयर प्यूरिफायर की बिक्री 30 प्रतिशत तक बढ़ गई है.

जरूरत बन गए हैं एयर प्यूरिफायर

कंपनी ने बताया कि अब एयर प्यूरिफायर को सीजनल प्रोडक्ट के तौर पर नहीं देखा जा रहा है और दिल्ली-एनसीआर जैसी जगहों पर ये जरूरत बन गए हैं. क्रोमा से बिकने वाले एयर प्यूरिफायर में से 72 प्रतिशत अकेले दिल्ली-एनसीआर में खरीदे गए हैं, जिससे पता चलता है कि लोग एयर क्वालिटी को लेकर कितना परेशान हैं. दिल्ली-एनसीआर के बाद महाराष्ट्र और कर्नाटक में सबसे ज्यादा एयर प्यूरिफायर बेचे गए हैं. 

हेपा फिल्टर की सबसे ज्यादा मांग

एक्सपर्ट्स का कहना है कि जहरीली हवा से बचाव के लिए हेपा फिल्टर वाले प्यूरिफायर होने जरूरी हैं और ग्राहक भी इस बात को समझ रहे हैं. यह फिल्टर हवा से डस्ट और दूसरे प्रदूषक तत्व हटा देता है. एयर प्यूरिफायर खरीदते समय लोग अपने बजट का भी ध्यान रख रहे हैं. करीब 49 प्रतिशत लोगों ने 5-15 हजार की कीमत वाले एयर प्यूरिफायर खरीदे हैं.

एयर प्यूरिफायर खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान

फिल्टर टाइप- एयर प्यूरीफायर खरीदते समय फिल्टर टाइप पर ध्यान देना जरूरी है. हेपा फिल्टर वाला ही प्यूरिफायर खरीदें. यह 99.95 से 99.995 प्रतिशत पार्टिकल को कैप्चर कर सकता है.
CADR रेट- क्लीन एयर डिलिवरी रेट या CADR हर मिनट फिल्टर होकर आने वाली हवा की वॉल्यूम को दर्शाता है. ज्यादा CADR का मतलब है कि आपके कमरे से पॉल्यूशन जल्दी खत्म होगा.
एयरफ्लो- फ्रंट-ओनली सक्शन की बजाय टॉप-टू-बॉटम या 360 डिग्री इनटेक वाला प्यूरीफायर सही सर्कुलेशन देगा.
नॉइस लेवल- एयर प्यूरीफायर को अपने पास रखना होगा और अगर इसका नॉइस लेवल ज्यादा हुआ तो यह परेशानी खड़ी कर सकता है.

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UPSC ने शुरू की सीआईएसएफ असिस्टेंट कमांडेंट भर्ती के लिए प्रोसेस, 23 दिसंबर तक भर सकेंगे फॉर्म

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जिस आलीशान महल में होगा पुतिन का स्वागत, जानें क्या है उसकी कीमत, कितना लग्जीरियस है हैदराबाद हाउस?

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आंध्र प्रदेश की सरकार ने अडानी को सौंप दी 480 एकड़ की जमीन, डेटा सेंटर बनाने का है प्लान

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Guatam Adani: आंध्र प्रदेश ने विशाखापत्तनम और अनकापल्ली जिलों में 480 एकड़ की जमीन अडानी इंफ्रा (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड (Adani Infra (India) Private Limited) को ट्रांसफर करने की मंजूरी दे दी है. अडानी इंफ्रा गूगल की कंपनी रेडेन इंफोटेक इंडिया का पार्टनर है. दोनों मिलकर यहां एक बड़ा डेटा सेंटर बनाने का प्रोजेक्ट चला रही है.

राज्य सरकार के मंत्रियों ने रेडेन इंफोटेक इंडिया के इस पर प्रस्ताव के बाद मंजूरी दी है, जिसका ऑफिशियल ऑर्डर 2 दिसंबर को जारी किया गया. जमीन के मिलने से आने वाले समय में यहां डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती मिलेगी और टेक्नोलॉजी इंवेस्टमेंट को भी बढ़ावा मिलेगा.

डेटा सेंटर बनाने में 87500 करोड़ खर्च 

2 दिसंबर को जारी ऑर्डर में कहा गया, प्रस्ताव की ध्यान से जांच करने के बाद सरकार और मंत्रियों की काउंसिल ने 28/11/2025 की मीटिंग में इसे मंजूरी दी. इसके मुताबिक, विशाखापत्तनम और अनकापल्ली जिलों में 480 एकड़ की जमीन मेसर्स अडानी इंफ्रा इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर करने की मंजूरी दी जाती है.

रेडेन इंफोटेक इंडिया पहले चरण में पूरे आंध्र प्रदेश में डेटा सेंटर के डेवलपमेंट मेंब 87,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का इंवेस्टमेंट कर रही है. बदले में कंपनी को डिजिटल प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा देने की सरकारी कोशिशों के तहत समय के साथ राज्य से 22,000 करोड़ रुपये के इंसेंटिव मिलेंगे.

रेडेन ने क्या थी डिमांड? 

सरकारी आदेश के मुताबिक, रेडेन ने रिक्वेस्ट की है कि अडानी इंफ्रा समेत उसके नोटिफाइड पार्टनर्स को डेटा सेंटर प्रोजेक्ट के लिए मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की सरकार द्वारा पहले वादा किए गए इंसेंटिव्स का फायदा उठाने के लिए ऑथराइज किया जाए. गूगल की कंपनी रेडेन इंफोटेक इस प्रोजेक्ट के मेन हिस्से के तौर पर 1 GW का AI डेटा सेंटर बनाएगी. कंपनी ने कई ‘नोटिफाइड पार्टनर्स’ की पहचान की है, जिनमें अडानी इंफ्रा, अडानीकॉनेक्स इंडिया, अडानी पावर इंडिया, भारती एयरटेल, नेक्सट्रा डेटा और नेक्सट्रा विजाग (भारती एयरटेल की सब्सिडियरी) शामिल हैं.

रेडेन ने खास तौर पर रिक्वेस्ट की है कि आंध्र प्रदेश इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (APIIC) द्वारा पहचाने गए सभी तीन जमीन के टुकड़े, सर्वे पूरा करने और कब्जा देने के बाद प्राइमरी नोटिफाइड पार्टनर के तौर पर अडानी इंफ्रा को अलॉट किए जाएं.

सरकारी ऑर्डर में कहा गया है कि डेटा सेंटर उन्हीं स्टैंडर्ड्स पर बनाया जाएगा, जैसे गूगल की मुख्य सर्विसेज़, जैसे सर्च, यूट्यूब और वर्कस्पेस को सपोर्ट करने वाले स्टैंडर्ड्स पर बनाए जाते हैं। प्लान की गई फैसिलिटी की 1 GW बिजली की खपत मुंबई के सालाना बिजली इस्ते

 

 

 

 

 

 

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