अमिताभ को ‘सर’ ना कहने पर कादर खान ने चुकाई भारी कीमत, हाथ से चले गए थे बड़े प्रोजेक्ट

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अभिनेता कादर खान की गिनती हिंदी सिनेमा के मंजे हुए कलाकारों में होती है. भले ही वे दुनिया में नहीं हैं, लेकिन अपनी कॉमेडी और संजीदा दोनों तरह के किरदारों से आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं.

उनके “हमें तो लगता है कि भगवान ने खाली हाथ पैदा कर दिया, तकदीर लिखना ही भूल गया” जैसे तमाम डायलॉग भुलाए नहीं जा सकते. हिंदी सिनेमा को शानदार फिल्मों से नवाजने के बाद भी एक समय ऐसा आया, जब उनका काम करना मुश्किल हो गया.

अमिताभ बच्चन संग दोस्ती पड़ी थी महंगी 
कादर खान बहुमुखी प्रतिभा के धनी आदमी थे, जो हर किरदार में रच बस जाते थे, लेकिन अपने ही दोस्त को ‘सर’ न कहने की वजह से उन्हें कई फिल्मों से बाहर का रास्ता देखना पड़ा था. वे दोस्त और कोई नहीं बल्कि सदी के महानायक अमिताभ बच्चन थे.

कादर खान ने एक इंटरव्यू में अपना दर्द बयां करते हुए कहा था कि वे अमिताभ बच्चन को अमित-अमित कहते थे और यही कारण बना कि उन्हें कई फिल्मों से निकाल दिया गया.
अमिताभ बच्चन को 'सर' ना कहने पर कादर खान ने चुकाई थी भारी कीमत, हाथ से चले गए थे बड़े प्रोजेक्ट

क्या है पूरा मामला?
इंटरव्यू में कादर खान ने कहा था कि ‘सेट पर शूटिंग के वक्त सभी लोग अमिताभ बच्चन को सर कहते थे और मैं सिर्फ अमित कहता था. एक दिन एक साउथ का प्रोड्यूसर मुझसे आगे कहता है कि मैं सर से मिला.

मुझे समझ वहीं आया कि कौन सर है, तभी उन्होंने अमिताभ की तरफ इशारा किया और कहा कि आप सर को सर क्यों नहीं बोलते. उन्होंने आगे कहा कि मेरे लिए अमित दोस्त है और मेरे मुंह से नहीं निकला ‘सर जी,’ लेकिन मैं उस फिल्म से निकल गया.’
अमिताभ बच्चन को 'सर' ना कहने पर कादर खान ने चुकाई थी भारी कीमत, हाथ से चले गए थे बड़े प्रोजेक्ट

किस फिल्म से निकाल दिए गए थे कादर खान?
अभिनेता ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि क्या कोई अपने दोस्त को “सर” या किसी और नाम से कैसे बुला सकता है और यही वजह रही कि मेरा उनसे राब्ता नहीं रहा और मुझे ‘खुदा गवाह’ में नहीं लिया गया.बता दें कि कादर खान खुदा गवाह फिल्म की बात कर रहे थे, जिसमें पहले उनका रोल फाइनल हो चुका था, लेकिन बाद में उन्हें फिल्म से निकाल दिया गया था. 

‘खुदा गवाह’ साल 1992 की तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी. फिल्म का बजट 5.7 करोड़ रुपये था और फिल्म ने रिलीज के बाद दुनिया भर में 17.9 करोड़ रुपये का धमाकेदार कलेक्शन किया था. फिल्म में अमिताभ बच्चन के अपोजिट श्रीदेवी को साइन किया गया था.

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इमरान की मौत की अफवाह, लेकिन मुनीर पर कोई सवाल नहीं! कितनी गहरी है नए-नवेले CDF की पैठ?

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पाकिस्तान की सत्ता में हमेशा से सेना का दखल इतना ज्यादा रहा है कि वहां का जनरल जब चाहे देश में तख्तापलट कर शीर्ष पद पर काबिज हो जाता है. इस बार पाकिस्तानी सेना को ये सब किए बिना ही टॉप पॉजिशन दे दी गई. आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने गुरुवार (27 नवंबर 2025) को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस फोर्स (CDF) का पद संभाला है और यही कारण है कि पाकिस्तान में इमरान खान की मौत को लेकर बढ़ रही अटकलों के बावजूद कोई आसिम मुनीर से सवाल करने की हिम्मत नहीं जुटा रहा है. यहां तक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी भी मुनीर के आगे नतमस्तक नजर आ रहे हैं.

पाकिस्तान में ताक पर कानून व्यवस्था

पाकिस्तान में कई दिनों से अफवाहें उड़ रही हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को रावलपिंडी की आडियाल जेल में प्रताड़ित किया गया है, गंभीर रूप से घायल किया गया है या यहां तक कि उनकी हत्या भी कर दी गई है. कोर्ट के आदेश के बावजूद इमरान खान को सार्वजनिक रूप से पेश नहीं किया गया और न ही परिवार या वकीलों से मिलने की अनुमति दी गई. जेल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है, जिस वजह से लोगों में इमरान खान की हत्या को लेकर सस्पेंस बढ़ गया है.

देशव्यापी प्रदर्शन करेगी इमरान खान की पार्टी

जेल की सुरक्षा को देखते हुए वहां 2,500 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. पुलिस और अर्धसैनिक बल पूरी तरह से दंगा-रोधी उपकरणों से लैस हैं. लाहौर की कोट लखपत जेल और क्वेटा के पास सेंट्रल जेल के लिए भी इसी तरह के अलर्ट जारी किए गए हैं. यह सब ऐसे समय में हो रहा है जब इमरान खान की पार्टी पीटीआई आडियाल जेल और इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रही है. अब पूरे पाकिस्तान में इस सवाल ने जोर पकड़ लिया है कि इमरान खान कहां हैं?

मुनीर के हाथों में अब पाकिस्तान का कंट्रोल

एक सामान्य संवैधानिक व्यवस्था वाले देश में हिरासत में रहने वाले किसी भी पूर्व प्रधानमंत्री को कोई नुकसान पहुंचता है तो तुरंत जांच शुरू हो जाती है, लेकिन पाकिस्तान के संदर्भ में ये उल्टा है. यहां सत्ता की चाभी फील्ड मार्शल से नए-नए सीडीएफ बने सैयद आसिम मुनीर के हाथों में है, जिसकी पावर को संविधान में संशोधन कर बढ़ाया गया है. इस संशोधन का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान की उच्च रक्षा व्यवस्था का पूर्ण पुनर्गठन है.

इसके तहत अब आसिम मुनीर अगले पांच साल के लिए तीनों सेनाओं यानी आर्मी, एयर फोर्स और नेवी के हेड हैं. इसके अलावा मुनीर को न्यूक्लियर वेपन सिस्टम का प्रभारी बना दिया गया है. तीनों सेनाओं का ओवरऑल कंट्रोल भी राष्ट्रपति और मंत्रिमंडल से हटाकर सीडीएफ को सौंप दिया गया है. अगर इमरान खान को लेकर फैल रही अफवाहें सच साबित होती है या उनकी हत्या हो जाती है तो ये सबसे बड़ा सवाल होगा कि आखिर सुरक्षा तंत्र पर किसका नियंत्रण है.

PAK में मुनीर का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता

ये भी सवाल उठेगा कि इतने दिन से इमरान खान को जेल में रखने से किसे फायदा हुआ. 27वें संशोधन को इस तरह से तैयार किया गया है कि पाकिस्तान के सबसे लोकप्रिय विपक्षी नेता को हिरासत में लेने जैसा राजनीतिक झटका भी उस व्यक्ति (आसिम मुनीर) को हिला नहीं पाएगा, जो अब देश की सुरक्षा व्यवस्था के शीर्ष पर बैठा है. अब राष्ट्रपति की तरह मुनीर को भी किसी भी कानूनी मुकदमे से आजीवन छूट है.

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धूप है आपके फोन की दुश्मन, कर देगी बड़े नुकसान, न तो फोन चलेगा और न ही बिकेगा

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सर्दियों का मौसम आ गया है और अब लोगों को गर्माहट पाने के लिए धूप का इंतजार रहेगा. सर्दियों में धूप सेंकते समय कई लोग अपने फोन को भी धूप में रख देते हैं. आपको बता दें कि धूप आपके फोन की दुश्मन है. लगातार सीधी धूप पड़ने से फोन में एक नहीं बल्कि कई बड़े नुकसान हो सकते हैं. इससे आपका फोन न तो चलने लायक रहेगा और न ही बेचने लायक. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे धूप आपके फोन को खराब कर सकती है.

बैटरी हो सकती है खराब

लगातार धूप में रहने से फोन में हीट जनरेट होती है. यह हीट फोन की बैटरी में होने वाली केमिकल रिएक्शन को तेज कर देती है. इससे बैटरी के पार्ट्स खराब होने लगते हैं और बैटरी लाइफ भी कम हो जाती है. इसका मतलब है कि आपको फोन को बार-बार चार्ज करना पड़ेगा. अगर लिथियम ऑयन बैटरी को लगातार 30 डिग्री से अधिक तापमान में रखा जाता है तो इनका लाइफस्पैन कम हो जाता है.

बैटरी में ब्लास्ट का भी खतरा

अगर फोन को लगातार लंबे समय तक धूप में रखा जाता है तो बैटरी के खराब होने के अलावा भी नुकसान हो सकते हैं. ज्यादा तापमान से बैटरी ओवरहीट होती रहती है. अगर लंबे समय तक यह स्थिति बने रहे तो बैटरी में ब्लास्ट भी हो सकता है. 

एडहेसिव हो जाता है कमजोर

लगातार धूप के संपर्क में रहने से फोन के पार्ट्स को चिपकाने वाला एडहेसिव कमजोर होकर उखड़ सकता है. इससे इंटरनल पार्ट्स काम करना बंद कर देंगे और स्क्रीन भी उखड़कर ऊपर आ सकती है. इस तरह यह फोन यूज करने लायक नहीं रहेगा. 

UV किरणें भी खतरनाक

अगर फोन को लंबे समय तक धूप में छोड़ दिया जाए तो UV किरणें भी बड़ा नुकसान कर सकती हैं. इनके कारण कुछ फोन का कलर खराब हो सकता है, जिससे उसका लुक बिगड़ जाएगा. इससे न सिर्फ फोन की अपीयरेंस खराब होती है बल्कि इसकी रीसेल वैल्यू पर भी असर पड़ता है.

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इन कैंडिडेट्स के लिए शानदार मौका, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड में निकली भर्ती; बिना एग्जाम हो

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इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) ने युवा उम्मीदवारों के लिए एक बड़ी भर्ती घोषणा की है. कंपनी ने 28 नवंबर 2025 को अपने रिफाइनरी डिविजन में ट्रेड, टेक्नीशियन और ग्रेजुएट अपरेंटिस के 2700 से ज्यादा पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया है. इच्छुक और योग्य उम्मीदवार 28 नवंबर से 18 दिसंबर 2025 तक IOCL की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इतनी बड़ी संख्या में होने वाली इस भर्ती को देखते हुए देशभर के उम्मीदवारों में उत्साह देखा जा रहा है.

भर्ती प्रक्रिया के अनुसार, ऑनलाइन आवेदन 28 नवंबर से शुरू हो गए हैं और 18 दिसंबर रात तक फॉर्म भरे जा सकते हैं. IOCL ने लिखित परीक्षा की संभावित तारीख 29 दिसंबर 2025 तय की है, जबकि नतीजे 9 जनवरी 2026 तक जारी किए जा सकते हैं. यह परीक्षा ही अंतिम चयन का आधार बनेगी, इसलिए उम्मीदवारों को अच्छी तैयारी रखने की सलाह दी गई है.

किस रिफाइनरी में कितनी सीटें?

  • गुजरात रिफाइनरी – 583
  • पानीपत रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स – 707
  • मथुरा रिफाइनरी – 189
  • बरौनी रिफाइनरी – 313
  • हल्दिया रिफाइनरी – 216
  • डिगबोई रिफाइनरी – 110
  • पारादीप रिफाइनरी – 413
  • बोंगाईगांव रिफाइनरी – 142
  • गुवाहाटी रिफाइनरी – 82

कौन कर सकता है आवेदन?

  • ट्रेड अपरेंटिस (अटेंडेंट ऑपरेटर): अभ्यर्थी के पास गणित, भौतिकी, रसायन या औद्योगिक रसायन विज्ञान में 3 साल की B.Sc. डिग्री होनी चाहिए.
  • टेक्नीशियन अपरेंटिस: संबंधित इंजीनियरिंग शाखा में 3 साल का डिप्लोमा जरूरी है.
  • ट्रेड अपरेंटिस (फिटर आदि): उम्मीदवार मैट्रिक पास हो और संबंधित ट्रेड में 2 साल का ITI प्रमाणपत्र रखता हो.

उम्र सीमा
जनरल और EWS के लिए उम्र 18 से 24 वर्ष रखी गई है. जबकि OBC (NCL) कैंडिडेट्स की एज 18 से 27 वर्ष के मध्य होनी चाहिए. SC/ST कैंडिडेट्स की अधिकतम उम्र 29 वर्ष और PwBD (UR/EWS) के लिए अधिकतम 34 वर्ष है.

कैसे करें आवेदन?

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Aaj Ka Scorpio Rashifal (30 November 2025): वृश्चिक राशि चन्द्रमा 5वें भाव में होने से करियर और

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Aaj Ka Vrischik Rashifal 30 November 2025 in Hindi: आज का दिन आप के लिए सकारात्मक ऊर्जा लेकर आया है. चन्द्रमा के 5वें भाव में होने से स्टूडेंट्स की पढ़ाई में निखार आएगा और मन पढ़ाई-लिखाई में लगेगा.

वाशि योग का प्रभाव आपको पढ़ाई से जुड़े मामलों में फायदा देगा, खासकर अगर आप किसी एग्जाम या कोर्स की तैयारी कर रहे हैं तो ई-बुक या डिजिटल लर्निंग आपके लिए बेहद लाभकारी साबित होगी.

बिजनेस राशिफल:

बिजनेसमैन के लिए बेहद अनुकूल दिन है. आपके इनोवेटिव आइडियाज बिजनेस को नई दिशा देंगे. वज्र, सिद्धि व सर्वार्थ सिद्धि योग के बनने से नए प्रोजेक्ट मिलने की संभावना बढ़ेगी. बाजार में आपकी पकड़ मजबूत होगी और प्रोग्रेस के संकेत साफ नजर आएंगे.

नौकरी राशिफल:

ऑफिस में सहयोगियों का पूर्ण समर्थन मिलेगा, जिससे आपके कार्य आसान होंगे. आप अपनी नेतृत्व क्षमता से लोगों को प्रभावित करेंगे. एंप्लॉयड व्यक्तियों को कुछ कार्यों में देरी का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन आपकी मेहनत आपको लक्ष्य तक पहुंचाएगी.

लव और फैमिली राशिफल:

फैमिली और दोस्तों के साथ मुलाकातें दिलचस्प रहेंगी. लव लाइफ में नए रिश्तों की संभावनाएं बन रही हैं. यदि आप किसी को पसंद करते हैं, तो उससे विवाह का विचार आगे बढ़ सकता है. दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी.

युवा और विद्यार्थी राशिफल:

युवाओं के लिए आज का दिन एक्टिव और प्रोडक्टिव रहेगा. स्टूडेंट्स को अपने फील्ड में सफलता पाने के लिए हार्ड वर्क जारी रखना होगा.

हेल्थ राशिफल:

ब्लड प्रेशर के रोगी तैलीय और वसायुक्त चीजों से दूरी बनाकर रखें. हल्का भोजन और पर्याप्त पानी लाभदायक रहेगा.

शुभ अंक: 7

शुभ रंग: ग्रीन

अशुभ अंक: 1

उपाय: शिवलिंग पर जल अर्पित करें और “महालक्ष्मी स्तोत्र” का पाठ करें.

FAQs

Q1. क्या आज बिजनेस में नए प्रोजेक्ट मिलने की संभावना है?

A1. जी हाँ, वज्र और सिद्धि योग के कारण नए अवसर मिल सकते हैं.

Q2. क्या नौकरी में प्रमोशन के योग बन रहे हैं?

A2. फिलहाल प्रमोशन नहीं, लेकिन पहचान और प्रशंसा जरूर मिलेगी.

Q3. क्या आज लव लाइफ में कोई नई शुरुआत संभव है?

A.3 जी हाँ, नए रिश्तों की संभावना प्रबल है.

Disclaimer यहां दी गई जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं और विश्लेषण पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी दावे की पुष्टि नहीं करता. किसी भी उपाय को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें.

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भारत को नहीं रोक पाया ट्रंप का टैरिफ, एक्सपोर्ट में आई जबरदस्त तेजी, जानें पूरी डिटेल

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India Export Growth: भारत पर अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के बावजूद भी भारतीय निर्यात में उछाल देखने को मिल रही है. वाणिज्य मंत्रालय ने संसदीय समिति को जानकारी दी है कि, अप्रैल से अक्टूबर महीने के बीच भारत के आउटबाउंड शिपमेंट पिछले साल की इस अवधि की तुलना में ग्रोथ को दिखा रही है.

जिसका सीधा अर्थ है कि, भारत ने निर्यात मामलों में मजबूती दिखाई हैं. जिससे केंद्र सरकार की रणनीतियों को लेकर सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं. भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ मुद्दे को लेकर लगातार बातचीत जारी हैं. हालांकि, अभी तक कई चरणों की आधिकारिक मीटिंग के बाद भी किसी तरह के नतीजे सामने नहीं आए हैं. दोनों देशों की ओर से सकारात्मक परिणाम की उम्मीद की जा रही हैं…

एक्सपोर्ट में तेजी

वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने संसदीय स्थायी समिति की बैठक के दौरान कहा कि, अमेरिका की ओर से लगाए गए टैरिफ का भारत के निर्यात पर कोई बड़ा नकारात्मक असर देखने को नहीं मिला है. मीटिंग के दौरान मंत्रालय ने इस बात का भरोसा जताया है कि, देश घरेलू उत्पाद और मजबूत चेन सप्लाई होने के कारण निर्यात में वृद्धि  बनाए रखने में पूरी तरह सक्षम है.

मीटिंग का अध्यक्षता टीएमसी सांसद डोला सेन के नेतृत्व में संपन्न हुई. इस दौरान कई सदस्यों की ओर से सवाल भी उठाए गए. उन्होंने पूछा कि, भारत का साझेदार देश होने के बावजूद भी अमेरिका के टैरिफ लगाने के पीछे क्या कारण है?

इन सेक्टरों को लेकर जताई गई चिंता

बैठक के दौरान कॉफी, टी और सिल्क समेत अन्य उद्योग बोर्ड की तरफ से शिकायतें भी सामने आई. सदस्यों ने बताया कि, इन सेक्टरों को वैश्विक बाजार में उचित अवसर नहीं मिल रहे हैं और साथ ही अमेरिकी टैरिफ से बढ़ी कीमतों के कारण निर्यातकों को दबाव झेलना पड़ रहा है. सदस्यों ने डॉलर की मजबूती और गिरते रुपये पर भी अपनी बात रखी.

रुपये की कीमतों में हो रहे बदलाव से आयात-निर्यात में हो रही दिक्कतों के बारे में भी सदस्यों ने समिति का ध्यान खींचा. इन सभी शिकायतों पर मंत्रालय ने कहा कि, सभी सवालों और शिकायतों का जवाब दो सप्ताह के अंदर दिया जाएगा. समिति की अगली बैठक 16 दिसंबर को होगी.

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एशिया कप में ऐसी होगी टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन? वैभव सूर्यवंशी को मिली है जगह

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भारतीय क्रिकेट टीम अंडर-19 एशिया कप में परचम लहराने को तैयार हैं. BCCI ने शनिवार को मेंस अंडर-19 एशिया कप के लिए 15 सदस्यीय भारतीय स्क्वाड का एलान किया था. यह टूर्नामेंट 12 दिसंबर-21 दिसंबर तक दुबई में खेला जाएगा, जिसमें भारत और पाकिस्तान सहित पांच टीम भाग ले रही हैं. IPL में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए खेलने वाले आयुष म्हात्रे को टीम का कप्तान बनाया गया है. इस टीम में वैभव सूर्यवंशी भी शामिल हैं, जो अभी एशिया कप राइजिंग स्टार्स टूर्नामेंट में तूफानी शतक जड़ कर आ रहे हैं.

आयुष म्हात्रे एशिया कप के लिए भारतीय अंडर-19 टीम के कप्तान होंगे, दूसरी ओर विहान मल्होत्रा को उपकप्तान नियुक्त किया गया है. इस बीच सबकी नजरें वैभव सूर्यवंशी पर टिकी होंगी. उन्होंने एशिया कप राइजिंग स्टार्स टूर्नामेंट में यूएई के खिलाफ 32 गेंद में शतक लगाया था. हालांकि उस टूर्नामेंट में भारत फाइनल में नहीं पहुंच पाई थी.

अंडर-19 एशिया कप टूर्नामेंट में भारत को ग्रुप A में रखा गया है, लेकिन उसका पूरा शेड्यूल अभी तक सामने नहीं आया है. भारत बनाम पाकिस्तान मैच 14 दिसंबर को खेला जाएगा. भारत और पाकिस्तान के साथ ग्रुप A में अभी 2 क्वालीफायर टीम जुड़ेंगी. वहीं ग्रुप B में श्रीलंका, बांग्लादेश, श्रीलंका के साथ एक क्वालीफायर टीम भी जुड़ेगी.

अंडर-19 एशिया कप के लिए भारतीय स्क्वाड:  आयुष म्हात्रे (कप्तान), वैभव सूर्यवंशी, विहान मल्होत्रा ​​(उपकप्तान), वेदांत त्रिवेदी, अभिज्ञान कुंडू (विकेटकीपर), हरवंश सिंह (विकेटकीपर), युवराज गोहिल, कनिष्क चौहान, खिलान ए. पटेल, नमन पुष्पक, डी. दीपेश, हेनिल पटेल, किशन कुमार सिंह*, उधव मोहन, आरोन जॉर्ज

स्टैंडबाय प्लेयर्स: राहुल कुमार, हेमचुदेशन जे, बी.के. किशोर,आदित्य रावत

भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन

आयुष म्हात्रे, वैभव सूर्यवंशी, विहान मल्होत्रा, वेदान्त त्रिवेदी, अभिज्ञान कुंडू, हरवंश सिंह, युवराज गोहिल, कनिष्क चौहान, ए पटेल, नमन पुष्पक, डी दीपेश, हेनिल पटेल

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जानी मानी बिजनेस वूमन है इस एक्टर की पत्नी, जेनिफर लोपेज के साथ मिलकर चलाती हैं ये ब्रांड

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स्टार एक्टर शाहिद कपूर ने जब मीरा कपूर से शादी की थी तो हर कोई इस बात से अचरज में था कि कैसे अचानक इस सुपरस्टार ने एक साधारण सी लड़की से शादी कर ली. हर कोई उनकी लव स्टोरी का इनसाइड एंगल जानना चाहता था. अब इतने वक्त के बाद मीरा कपूर ने ना सिर्फ शाहिद की परछाई से निकलकर खुद की पहचान बनाई है. बल्कि आज के वक्त में वो देश की जानी मानी बिजनेस लेडी हैं और 960 करोड़ रुपये का एक बड़ा ब्रांड संभालती हैं.

13 साल छोटी मीरा से की है शाहिद ने शादी

शाहिद और मीरा की उम्र के बीच 13 साल का लंबा गैप है. मीरा 21 की थीं जब उनकी शादी शाहिद कपूर के साथ हुई थी. शुरुआती दौर में इस कपल ने ट्रोलिंग का भी सामना किया लेकिन उनके एक दूसरे के लिए प्रेम और समर्पण ने साबित कर दिया कि इश्क की कोई उम्र नहीं होती. मीरा कपूर ने अपनी शाहिद से अलग पहचान तैयार की और अब वो एक जानी मानी एंटरप्रेन्योर बन चुकी हैं.


इस इंडस्ट्री का फेमस चेहरा है मीरा कपूर

वेलनेस और लाइफस्टाइल इंडस्ट्री में मीरा कपूर ने अपनी अहम पहचान बनाई है. मीरा कपूर ने हाल ही में मासूम मीनावाला के साथ एक इंटरव्यू के दौरान अपने बिजनेस को लेकर खुलकर बात की थी. उन्होंने कहा था कि मैंने अपना कोई इन्वेस्टमेंट प्लानिंग के तहत नहीं किया था लेकिन अब वो इकोसिस्टम का एक हिस्सा हैं और लोगों की मदद कर रहा है.

कैसे शुरू हुई मीरा की जर्नी?

मीरा कपूर ने बताया कि उनके एंटरप्रेन्योर बनने की यात्रा कंटेंट क्रिएशन के साथ शुरु हुई थी. इस दौर में कई ब्रांड्स ने उन्हें एप्रोच किया था और उन्हें ये ब्रांड काफी असाधारण लगा और उन्होंने इसमें इन्वेस्ट किया था. मीरा ने बताया कि मुझे सोशल मीडिया प्रेजेंस पसंद है, मैं क्या पहनती हूं, क्या फॉलो करती हूं, इसी जर्नी में मैंने इस ब्रांड को देखा और मुझे इसमें कुछ खास महसूस हुआ.


धुन वेलनेस से की थी शुरुआत

इसी साल मीरा ने धुन वेलनेस के नाम से नए ब्रांड की शुरुआत की है. ये मुंबई के बांड्रा में एक लग्जरी वेलनेस सेंटर है. ये 60000 स्क्वेयर फीट की जगह में 13 ट्रीटमेंट रूम वाला एक खास सेंटर है. प्राइवेट कनसल्टेशन के साथ ही यहां रिकवरी लाउंज जैसी सुविधाएं दी गई हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक यहां 60 मिनट की साउंड हीलींग प्रोसेस के लिए 7500 रुपये की फीस देनी होती है.

इसके अलावा शाहिद और मीरा मिलकर एक अमेरिकल एथीलेजर ब्रांड को भी प्रमोट करते हैं. दोनों ही एथीलफ्रीक नाम के इस ब्रांड के अंबेसेडर्स हैं. इससे पहले मीरा ने ईशा अंबानी के साथ मिलकर 2024 में स्किनकेयर ब्रांड अकाइंड की भी शुरुआत की थी. इसके अलावा एक वेलबीइंग न्यूट्रिशन है, ट्रैक्सन के अनुसार, मार्च 2025 तक इस ब्रांड की वैल्यू 961 करोड़ रुपये है.


जेनिफर संग मीरा ने इस ब्रांड में किया निवेश

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार मीरा ने एक सर्व योगा ब्रांड में भी निवेश किया है. जिसके इन्वेस्टर्स जेनिफर लोपेज, एलेक्स रोड्रिग्ज, मलाइका अरोड़ा और शिखर धवन जैसे सेलिब्रिटी भी हैं. इस ब्रांड की वैल्यू 105 करोड़ रुपए आंकी गई है.

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एक छोटी गलती और ठप हो सकता है पूरा इंटरनेट! डिजिटल सिस्टम इतना नाज़ुक क्यों होता है? जानिए क्या होती है असली वजह

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असल में इंटरनेट बाहर से भले ही विशाल और हाई-टेक नजर आता हो पर इसके पीछे बेहद जटिल और कई बार चौंकाने वाला कमजोर ढांचा छिपा है. कहीं एक सर्वर में गड़बड़ी हो जाए किसी जगह DNS की दिक्कत आ जाए या कोई सॉफ्टवेयर अपडेट गलत तरीके से लागू हो जाए तो यह समस्या चेन रिएक्शन की तरह पूरी दुनिया में फैल सकती है.

असल में इंटरनेट बाहर से भले ही विशाल और हाई-टेक नजर आता हो पर इसके पीछे बेहद जटिल और कई बार चौंकाने वाला कमजोर ढांचा छिपा है. कहीं एक सर्वर में गड़बड़ी हो जाए किसी जगह DNS की दिक्कत आ जाए या कोई सॉफ्टवेयर अपडेट गलत तरीके से लागू हो जाए तो यह समस्या चेन रिएक्शन की तरह पूरी दुनिया में फैल सकती है.

इंटरनेट लाखों नोड्स का नेटवर्क है लेकिन फिर भी कई महत्वपूर्ण सेवाएं कुछ बड़े प्लेटफॉर्म पर ही निर्भर रहती हैं. यही वजह है कि हर आउटेज इस सिस्टम की असली कमजोरी उजागर कर देता है.

इंटरनेट लाखों नोड्स का नेटवर्क है लेकिन फिर भी कई महत्वपूर्ण सेवाएं कुछ बड़े प्लेटफॉर्म पर ही निर्भर रहती हैं. यही वजह है कि हर आउटेज इस सिस्टम की असली कमजोरी उजागर कर देता है.

इस पूरे ढांचे में Cloudflare की भूमिका काफी अहम है. आम यूजर को लगता है कि वह किसी वेबसाइट तक सीधे पहुंचता है जबकि हकीकत में Cloudflare बीच में एक सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट गेटकीपर की तरह काम करता है. यह दुनिया भर में फैले अपने डेटा सेंटर्स पर वेबसाइटों की कॉपी रखता है ताकि यूजर को उसके नजदीकी सर्वर से डेटा मिले और स्पीड बढ़े. इसके अलावा यह बड़े पैमाने पर होने वाले DDoS हमलों से भी बचाव करता है. इसलिए इसे इंटरनेट का ट्रैफिक कंट्रोलर और सिक्योरिटी गार्ड दोनों कहा जाता है.

इस पूरे ढांचे में Cloudflare की भूमिका काफी अहम है. आम यूजर को लगता है कि वह किसी वेबसाइट तक सीधे पहुंचता है जबकि हकीकत में Cloudflare बीच में एक सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट गेटकीपर की तरह काम करता है. यह दुनिया भर में फैले अपने डेटा सेंटर्स पर वेबसाइटों की कॉपी रखता है ताकि यूजर को उसके नजदीकी सर्वर से डेटा मिले और स्पीड बढ़े. इसके अलावा यह बड़े पैमाने पर होने वाले DDoS हमलों से भी बचाव करता है. इसलिए इसे इंटरनेट का ट्रैफिक कंट्रोलर और सिक्योरिटी गार्ड दोनों कहा जाता है.

समस्या तब पैदा होती है जब Cloudflare खुद किसी गड़बड़ी का शिकार हो जाए. कभी किसी अपडेट के दौरान फाइल करप्ट हो जाती है कभी Bot Management सिस्टम में कोई बग सक्रिय हो उठता है या किसी एक सर्वर पर अतिरक्त लोड पड़ जाता है. ऐसे में सर्वर खुद को संभाल नहीं पाता और आउटेज शुरू हो जाता है. यह साइबर हमला नहीं बल्कि तकनीकी आधारभूत ढांचे की अपनी कमजोरी है जिसे लोग अक्सर गलत समझ बैठते हैं.

समस्या तब पैदा होती है जब Cloudflare खुद किसी गड़बड़ी का शिकार हो जाए. कभी किसी अपडेट के दौरान फाइल करप्ट हो जाती है कभी Bot Management सिस्टम में कोई बग सक्रिय हो उठता है या किसी एक सर्वर पर अतिरक्त लोड पड़ जाता है. ऐसे में सर्वर खुद को संभाल नहीं पाता और आउटेज शुरू हो जाता है. यह साइबर हमला नहीं बल्कि तकनीकी आधारभूत ढांचे की अपनी कमजोरी है जिसे लोग अक्सर गलत समझ बैठते हैं.

सबसे बड़ी चिंता यह है कि इंटरनेट की रीढ़ अब कुछ चुनिंदा कंपनियों के हाथ में है AWS, Google Cloud, Azure और Cloudflare. इसे सिंगल पॉइंट ऑफ फेलियर कहा जाता है. इनमें से कोई एक भी बंद हो जाए तो असर पूरे विश्व में महसूस होता है. भारत के लिए यह जोखिम और भी बड़ा है क्योंकि अब पेमेंट्स, ई-कॉमर्स, स्टॉक ट्रेडिंग, बैंकिंग और सरकारी सेवाएं पूरी तरह क्लाउड आधारित हैं.

सबसे बड़ी चिंता यह है कि इंटरनेट की रीढ़ अब कुछ चुनिंदा कंपनियों के हाथ में है AWS, Google Cloud, Azure और Cloudflare. इसे सिंगल पॉइंट ऑफ फेलियर कहा जाता है. इनमें से कोई एक भी बंद हो जाए तो असर पूरे विश्व में महसूस होता है. भारत के लिए यह जोखिम और भी बड़ा है क्योंकि अब पेमेंट्स, ई-कॉमर्स, स्टॉक ट्रेडिंग, बैंकिंग और सरकारी सेवाएं पूरी तरह क्लाउड आधारित हैं.

तभी जरूरी है कि कंपनियां केवल स्पीड पर निर्भर न रहें, बल्कि मजबूत बैकअप व्यवस्था भी तैयार करें. Multi-CDN और Multi-Cloud स्ट्रैटेजी अपनाकर ट्रैफिक को जरूरी समय पर दूसरे रास्तों से भेजा जा सकता है ताकि Cloudflare जैसे किसी एक प्लेटफॉर्म के डाउन होने पर पूरा सिस्टम ठप न पड़े. डिजिटल युग में यही एकमात्र रास्ता है जिससे भविष्य के आउटेज के झटकों से बचा जा सके.

तभी जरूरी है कि कंपनियां केवल स्पीड पर निर्भर न रहें, बल्कि मजबूत बैकअप व्यवस्था भी तैयार करें. Multi-CDN और Multi-Cloud स्ट्रैटेजी अपनाकर ट्रैफिक को जरूरी समय पर दूसरे रास्तों से भेजा जा सकता है ताकि Cloudflare जैसे किसी एक प्लेटफॉर्म के डाउन होने पर पूरा सिस्टम ठप न पड़े. डिजिटल युग में यही एकमात्र रास्ता है जिससे भविष्य के आउटेज के झटकों से बचा जा सके.

Published at : 29 Nov 2025 09:31 AM (IST)

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ट्रंप का बड़ा फैसला, इस देश के एयरस्पेस को बंद कर दिया घोषित; क्या जंग में उतरेगा अमेरिका?

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वेनेजुएला से बढ़ते तनाव के बीच डोनाल्ड ट्रंप ने जो कहा वो चेतावनी से कम आंका नहीं जा सकता. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार (29 नवंबर, 2025) को कहा कि वेनेजुएला के ऊपर और आसपास के एयरस्पेस को पूरी तरह से बंद माना जाना चाहिए.

ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर शेयर किए एक पोस्ट में कहा, “सभी एयरलाइंस, पायलट, ड्रग और मानव तस्कर, कृपया वेनेजुएला के ऊपर और आसपास के एयरस्पेस को पूरी तरह से बंद मानें.” दोनों देशों के बीच बढ़ती तल्खी और ट्रंप का ये बयान वेनेजुएला के लिए धमकी से कम नहीं है.

पेंटागन ने ड्रग जहाजों पर किए 20 से ज्यादा हमले

चीनी न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने कहा कि सितंबर की शुरुआत से पेंटागन ने कैरिबियन और पूर्वी प्रशांत क्षेत्र में कथित ड्रग जहाजों पर 20 से ज्यादा हमले किए हैं, जिनमें 80 से ज्यादा लोग मारे गए. मध्य नवंबर में कैरिबियन इलाके में अमेरिकी सेना की मौजूदगी और मजबूत हुई, जब एक बड़े एयरक्राफ्ट कैरियर USS गेराल्ड R. फोर्ड को उस लेवल पर तैनात किया गया, पिछले तीन दशकों में पहले कभी नहीं देखे गए.

अमेरिकी सैनिकों के लिए गुरुवार (27 नवंबर, 2025) की रात आयोजित थैंक्सगिविंग समारोह में ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका बहुत जल्द वेनेजुएला में ड्रग ट्रैफिकिंग नेटवर्क के खिलाफ जमीनी कार्रवाई कर सकता है.

ट्रंप की धमकी के बाद वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने आरोप से किया इनकार

वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने ड्रग तस्करी में किसी भी तरह से शामिल होने से इनकार किया है और वॉशिंगटन पर वेनेजुएला में सरकार बदलने के लिए बहाना बनाने का आरोप लगाया है. न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) ने इस मामले से जुड़े लोगों का हवाला देते हुए शुक्रवार (28 नवंबर, 2025) को कहा कि ट्रंप ने पिछले हफ्ते वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति से फोन पर बात की थी.

रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों नेताओं ने आमने-सामने मिलने की संभावना पर चर्चा की, हालांकि अभी तक कोई इंतजाम नहीं किया गया है. इसमें यह भी बताया गया कि व्हाइट हाउस और वेनेजुएला सरकार दोनों ने इस बातचीत पर टिप्पणी करने से मना कर दिया.

US ने ऑफिशियली कार्टेल डे लॉस सोल्सको विदेशी आतंकवादी संगठन किया घोषित

रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका ने 24 नवंबर को ‘ऑफिशियली कार्टेल डे लॉस सोल्स’ को एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया और उस ग्रुप पर बैन लगाए, जिसके बारे में दावा किया गया कि इसके नेता मादुरो हैं. वेनेजुएला की तरफ से एक बयान में कहा गया कि वह इस तरह के कदम का विरोध करता है और इसे अपने अंदरूनी मामलों में गैर-कानूनी तरीके से दखल देने के मकसद से किया गया एक बेतुका झूठ बताया.

एक्सियोस ने सोमवार (24 नवंबर, 2025) को एक अनजान सोर्स का हवाला देते हुए कहा कि ट्रंप ने मादुरो से सीधे बात करने का मन बना लिया है. कहा गया कि बातचीत के बारे में ज्यादा बातें हो रही हैं और बमबारी के बारे में कम. एक्सियोस ने इस मामले से वाकिफ एक अधिकारी के हवाले से कहा, “अभी कोई भी अंदर जाकर उन्हें गोली मारने या उन्हें (मादुरो) पद से हटाने का प्लान नहीं बना रहा है. मैं यह नहीं कहूंगा कि ऐसा कभी नहीं होगा, लेकिन अभी यह प्लान नहीं है.”

रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप का यह फैसला गनबोट डिप्लोमेसी (धमकी भरी कूटनीति) में एक अहम पड़ाव है और यह इशारा दे सकता है कि अमेरिका की ओर से मिसाइल हमले या सीधी मिलिट्री कार्रवाई अभी होने वाली नहीं है.

यह भी पढ़ेंः ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने जोडी हेडन से रचाई शादी, तोड़ दिए सभी रिकॉर्ड; PM मोदी ने दी बधाई

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