क्या एमएस धोनी के पास है CSK का फुल कंट्रोल, कौन लेता है बड़े फैसले? जडेजा को किसने निकाला

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चेन्नई सुपर किंग्स के साथ एमएस धोनी का अटूट रिश्ता रहा है. IPL की शुरुआत यानी 2008 से ही धोनी CSK के लिए खेले हैं. जब 2 साल का प्रतिबंध झेलने के बाद इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई टीम की वापसी हुई, उस लम्हे को याद कर धोनी एक कार्यक्रम में रोने लगे थे. अक्सर यह सवाल पूछा जाता है कि क्या सीएसके टीम का पूरा कंट्रोल धोनी के पास है, क्या वो ही सारे बड़े फैसले लेते हैं. क्या रवींद्र जडेजा को राजस्थान रॉयल्स टीम में भेजने में भी उन्हीं का हाथ था. यहां आपको इस सवाल का जवाब मिलेगा.

क्या धोनी के पास CSK का फुल कंट्रोल?

एमएस धोनी के अच्छे दोस्त और साथी क्रिकेटर सुरेश रैना ने IPL 2025 के दौरान इस विषय पर बात की थी. स्टार स्पोर्ट्स पर सुरेश रैना ने कहा, “लोग कहते हैं कि अंतिम फैसला एमएस धोनी ही लेते हैं. मैं सच कहूं तो मैंने आज तक एक भी ऑक्शन में नहीं गया हूं और कभी टीम को लेकर चर्चाओं में शामिल नहीं रहा हूं. इतना कह सकता हूं कि धोनी के पास मैनेजमेंट का कॉल आता होगा कि किसी विशेष खिलाड़ी को लेना चाहिए या नहीं, लेकिन उनका बहुत ज्यादा योगदान नहीं रहता है.”

कौन लेता है फैसले?

रैना ने यह भी खुलासा किया था कि मैनेजमेंट ही बड़े फैसले लेता है. पूर्व भारतीय क्रिकेटर के मुताबिक धोनी से पूछा जा सकता है कि वो कीं 4-5 खिलाड़ियों को रखना चाहते हैं. उनमें से कुछ को रिटेन कर लिया जाता है और अन्य प्लेयर्स को लेकर फैसले उच्च अधिकारी ही लेते हैं.

क्या जडेजा को निकालने में धोनी का हाथ?

रवींद्र जडेजा और सैम कर्रन अब राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलेंगे, उन दोनों के बदले CSK ने संजू सैमसन को अपनी टीम में शामिल किया है. इसको लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है कि रवींद्र जडेजा के राजस्थान टीम में जाने में एमएस धोनी का हाथ था, लेकिन क्रिकबज के अनुसार धोनी द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद ही CSK मैनेजमेंट ने ट्रेड की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया था.

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