क्या होती है Cloud Seeding टेक्नोलॉजी? जानिए किन देशों में शुरू हुई Artificial Rain की हाई-टेक

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Cloud Seeding: दुनिया के कई देश अब प्राकृतिक बारिश पर निर्भर रहने की बजाय कृत्रिम वर्षा (Artificial Rain) का सहारा ले रहे हैं. इसे क्लाउड सीडिंग (Cloud Seeding) कहा जाता है एक ऐसी तकनीक जिसमें रासायनिक तत्वों या साल्ट फ्लेयर्स की मदद से बादलों में नमी बढ़ाई जाती है, ताकि बारिश कराई जा सके. यह तकनीक सूखा राहत, कृषि, जल प्रबंधन और प्रदूषण नियंत्रण जैसे कई क्षेत्रों में मददगार साबित हो रही है. आइए जानते हैं किन-किन देशों ने इस हाई-टेक बारिश को अपनाया है.

चीन

चीन इस समय दुनिया में सबसे आगे है जब बात आती है आर्टिफिशियल बारिश की. यहां सरकार ने लक्ष्य रखा है कि 2025 तक करीब 55 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को इस तकनीक से कवर किया जाएगा. चीन में AI आधारित मौसम पूर्वानुमान, सैकड़ों एयरक्राफ्ट और रॉकेट्स की मदद से बारिश कराई जा रही है. यह तकनीक सूखे से राहत, कृषि सिंचाई और बड़े इवेंट्स के दौरान मौसम नियंत्रण के लिए इस्तेमाल होती है.

संयुक्त अरब अमीरात (UAE)

UAE ने 1982 से क्लाउड सीडिंग प्रोग्राम शुरू किया था. यहां की सरकार AI, ड्रोन और हाइग्रोस्कोपिक साल्ट फ्लेयर्स जैसी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करती है. इस टेक्नोलॉजी का मकसद है बारिश की मात्रा बढ़ाना और मरुस्थली क्षेत्रों में नमी बनाए रखना.

अमेरिका (USA)

संयुक्त राज्य अमेरिका में क्लाउड सीडिंग काफी व्यापक है, खासकर कैलिफ़ोर्निया, कोलोराडो और टेक्सास जैसे सूखा-प्रवण राज्यों में. यहां इस तकनीक से स्नोपैक बढ़ाने, पानी की सप्लाई सुधारने और खेती को सहारा देने का काम किया जाता है.

भारत

भारत में क्लाउड सीडिंग का प्रयोग सूखे के समय और कृषि सिंचाई के लिए किया जाता है. महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों में यह तकनीक निजी कंपनियों और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के सहयोग से अपनाई गई है. हाल ही में IIT कानपुर ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सिल्वर आयोडाइड फ्लेयर्स के साथ दो ट्रायल किए, हालांकि दोनों में बारिश नहीं हुई.

थाईलैंड

थाईलैंड ने 1950 के दशक में ‘Royal Rainmaking Project’ की शुरुआत की थी जो आज भी दुनिया के सबसे पुराने और सफल क्लाउड सीडिंग कार्यक्रमों में गिना जाता है. इसका इस्तेमाल कृषि उत्पादन बढ़ाने, प्रदूषण घटाने और जल संसाधन प्रबंधन के लिए किया जाता है.

रूस

रूस में कृत्रिम बारिश का इस्तेमाल कृषि, सूखा राहत और जल प्रबंधन के साथ-साथ जंगल की आग बुझाने के लिए भी किया जाता है. यह देश अपने शुष्क क्षेत्रों में क्लाइमेट बैलेंस बनाए रखने के लिए इस तकनीक पर निर्भर है.

ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रेलिया में क्लाउड सीडिंग का उपयोग कृषि और जल प्रबंधन के अलावा हाइड्रोपावर उत्पादन बढ़ाने के लिए भी किया जा रहा है. सूखे समय में यह तकनीक जल उपलब्धता बनाए रखने में मदद करती है.

सऊदी अरब

सऊदी अरब ने 2022 में पहली बार क्लाउड सीडिंग शुरू की थी. इसका उद्देश्य है रेगिस्तानी क्षेत्रों में नमी बढ़ाना, रेगिस्तान फैलाव (Desertification) को रोकना और जल संसाधनों की स्थिति में सुधार लाना.

इंडोनेशिया

इंडोनेशिया में यह तकनीक बारिश के मौसम में बाढ़ के खतरे को कम करने और जल संसाधनों के बेहतर उपयोग के लिए अपनाई गई है. यहां सरकार नियमित रूप से इस तकनीक का इस्तेमाल करती है ताकि मौसमी असंतुलन को संभाला जा सके.

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गौतम गंभीर पर बुरी तरह भड़के रविचंद्रन अश्विन, दूसरे टी20 के बाद जमकर लताड़ा; जानें क्या है वजह

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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में एक अतिरिक्त बल्लेबाजी ऑप्शन के कारण हर्षित राणा की प्लेइंग 11 में जगह बन रही है, जबकि तेज गेंदबाज अर्शदीप की अंतिम एकादश में जगह नहीं बन पा रही. इसको लेकर पूर्व क्रिकेटर आर अश्विन ने भी सवाल उठाया है, उन्होंने कहा कि बुमराह के साथ उन्हें (अर्शदीप) होना चाहिए. वह टीम मैनेजमेंट पर भड़के हुए नजर आए.

यूट्यूब चैनल पर ‘ऐश की बात’ शो में अश्विन से बात कर रहे पत्रकार ने पूछा कि, “मेलबर्न में अर्शदीप को बाहर रखना, कितना मुश्किल है? क्योंकि इसको लेकर बहस चल रही है. इस पर अश्विन ने कहा, “इस सवाल के बारे में जवाब दे देकर मैं थक गया हूं. जब आप अर्शदीप सिंह की बात करते हो तो सवाल आता है कि वह किसकी जगह खेल सकता है. वो सिर्फ एक बंदे को रिप्लेस कर सकता है, वो है हर्षित राणा. लेकिन समस्या ये हैं कि आज की बहस ये है कि क्या हम अतिरिक्त स्पिनर के साथ खेले थे? शायद, जिस पिच पर हमें इतना बाउंस और स्पाइस दिखे थे, हम हर्षित राणा के साथ एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज के साथ खेल सकते थे.”

अर्शदीप को होना चाहिए दूसरा मुख्य तेज गेंदबाज- अश्विन

अश्विन ने आगे कहा, “लेकिन मेरा पॉइंट ये हैं कि अर्शदीप सिंह का नाम लिस्ट में दूसरे मुख्य तेज गेंदबाज के रूप में होना चाहिए जब बुमराह खेल रहे हों, अगर बुमराह नहीं खेल रहा है तो अर्शदीप अपने पहले मुख्य तेज गेंदबाज होने चाहिए. मैं समझ नहीं पा रहा कि अर्शदीप सिंह प्लेइंग 11 से बाहर कैसे रह सकते हैं. मुझे सही में समझ नहीं आया.”

अश्विन ने अपनी बातों में साफ़ किया कि हर्षित राणा को बाहर करने की बात नहीं हो रही, बल्कि ये सिर्फ अर्शदीप सिंह के लिए है. उन्होंने कहा, “हर्षित राणा ने आज बल्ले से अच्छा योगदान दिया, ये उनके बारे में बिल्कुल नहीं है, ये अर्शदीप सिंह के बारे में है. वो जो टी20 वर्ल्ड कप 2024 में उन्होंने प्रदर्शन किया है, उसके बाद से वह लगातार टीम से बाहर रहा है. उसे उतनी बार बेंच पर बिठाया गया कि उनकी थोड़ी लय बिगड़ गई.”

उन्होंने आगे कहा, “हमने एशिया कप में देखा, उसने अच्छी गेंदबाजी की, उसने स्पेल में बहुत अच्छी वापसी की, लेकिन वह थोड़ा लय में नहीं दिखा. आपका चैंपियन गेंदबाज़ भी फीका पड़ जाएगा अगर आप उसे नहीं खिलाएंगे. अर्शदीप के लिए यह वाकई मुश्किल स्थिति है और मुझे उम्मीद है कि उसे वह जगह मिलनी शुरू हो जाएगी जिसके वह हकदार है. वह टीम में जगह पाने का हकदार है और यह किसी और की बात नहीं है, कृपया उसे खिलाएं.”

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Video: मां के सामने बच्ची के पैर से लिपट गया सांप, खौफनाक मंजर CCTV में कैद, देखें वीडियो

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Social Media Viral Video: आजकल सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो सामने आते हैं, जिन्हें देखकर दिल दहल जाता है. कुछ वीडियो चेतावनी देते हैं कि बच्चों पर जरा सी नजर हटाना कितना खतरनाक हो सकता है. ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों खूब वायरल हो रहा है, जिसमें एक मां ने अपनी फुर्ती और समझदारी से अपने बच्चे की जान बचा ली.

बच्ची के पैर में लिपटा सांप

वीडियो में देखा जा सकता है कि मां बालकनी में कपड़े सुखाने आई थी. उसी दौरान उसके दो छोटे बच्चे गमले के पास खेल रहे थे. माहौल एकदम सामान्य था, बच्चे मासूमियत से खेल रहे थे और मां अपना काम कर रही थी. लेकिन अचानक ही सब कुछ बदल गया.

गमले के पास खेल रहे बच्चों में से एक थोड़ा साइड हुआ और तभी पास ही कोने में एक सांप का बच्चा नजर आया, जो दूसरे बच्चे के पैर के पास घूम रहा था. यह देखकर मां की जैसे धड़कनें थम गईं. वीडियो में साफ दिख रहा है कि सांप बच्चे के पैर से लगभग लिपट ही चुका था.

मां भगवान से कम नहीं होती- यूजर्स बोले

जैसे ही मां ने यह खतरा देखा, वह बिना देर किए बिजली की तेजी से बच्चे की ओर भागी और उसे झटके से अपनी ओर खींच लिया. अगर एक सेकंड की भी देरी होती, तो शायद कुछ अनहोनी हो सकती थी. बच्चा भी समझ नहीं पाया कि क्या हुआ, लेकिन मां के चेहरे पर डर साफ झलक रहा था. मां ने घबराकर तुरंत दोनों बच्चों को दूर किया और उनके पैरों को ध्यान से देखा कि कहीं कोई निशान तो नहीं है. सौभाग्य से बच्चे बिल्कुल सुरक्षित थे.

यह पूरी घटना घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई और सोशल मीडिया पर आने के बाद तेजी से वायरल हो गई. लोग मां की तेजी और समझदारी की खूब तारीफ कर रहे हैं. कई लोगों ने लिखा, मां भगवान से कम नहीं होती, वहीं कुछ यूजर्स ने कहा कि बच्चों पर लगातार नजर रखना बहुत जरूरी है.


Tulsi Vivah 2025: तुलसी विवाह कब, जानें तुलसी शालीग्राम के विवाह और पूजा की सामग्री

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Tulsi Vivah 2025: हर साल देवउठनी एकादशी के अगले दिन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि पर तुलसी विवाह का पर्व मनाया जाता है. इस पवित्र दिन पर भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप और देवी तुलसी के विवाह का आयोजन किया जाता है. मान्यता है कि, तुलसी विवाह के बाद देवताओं का विश्राम काल यानी चातुर्मास समाप्त होता है और सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है.

तुलसी विवाह कब (Tulsi Vivah 2025 Date)

पंचांग के मुताबिक, तुलसी विवाह रविवार 2 नवंबर 2025 को होगा. कार्तिक शुक्ल की द्वादशी तिति 2 नवंबर को सुबह 07.31 से 3 नवंबर सुबह 05.07 तक रहेगी. 2 नवंबर को पूजा के लिए उदयातिथि मिल रही है, इसलिए इसी दिन तुलसी विवाह होगा.

तुलसी विवाह पूजा सामग्री

तुलसी विवाह कराने के लिए आपको कुछ जरूरी सामग्रियों की आवश्यकता होगी, जोकि इस प्रकार है- तुलसी का पौधा, लाल रंग की चुनरी, नई साड़ी, शालीग्राम, भगवान विष्णु की तस्वीर, मौली, पूजा की चौकी, फूल, मौसमी फल, मिठाई, श्रृंगार और सुहाग का सामान, कलश, आम के पत्ते, केले का पत्ता, हल्दी की गांठ, नारियल, गंगाजल, घी, धूप, माचिस, रोली, सिंदूर आदि.

तुलसी विवाह 2025 पूजा विधि

सुबह स्नानादि के बाद साफ कपड़े पहन लें. अब तुलसी पौधे के गमले की साफ-सफाई करें. फिर गमले को गेरू से सजाएं और चौकी पर रखें. एक अन्य चौकी पर शालीग्राम की स्थापना करें. अब गन्ने, केले के पत्ते और फूल से सुंदर मंडप तैयार करें. कलश में जल भरकर उसके ऊपर पांच आम के पत्ते लगाएं. घी का दीप जलाएं. तुलसी को नई साड़ी और लाल चुनरी पहनाएं, सुहाग का सामान अर्पित करें, सिंदूर लगाएं और अच्छे से श्रृंगार करें. इसके बाद शालीग्राम भगवान को हाथ में लेकर तुलसी के साथ 7 बार परिक्रमा कराएं. इस विधि को 7 फेरों के रूप में किया जाता है. आखिर में आरती करें. इस प्रकार तुलसी और भगवान शालीग्राम का विवाह कराया जाता है.

कौन कर सकता है तुलसी विवाह

खासकर महिलाएं तुलसी विवाह करती हैं. ऐसी मान्यता है कि तुलसी संग शालीग्राम का विधिवत विवाह कराने से वैवाहिक जीवन में हमेशा खुशहाली बनी रही है. इसके साथ ही जिन लोगों की पुत्री नहीं होती और जो लोग अपने जीवन में कन्यादान नहीं कर पाते हैं, वे भी तुलसी विवाह करा सकते हैं. तुलसी विवाह कराने से कन्यादान के समान ही पुण्यफल मिलता है.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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सीबीएसई ने जारी किया स्कूल एकेडमिक परफॉर्मेंस रिपोर्ट कार्ड, जानिए क्या है खास

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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने शैक्षणिक सत्र 2024–25 के लिए देशभर के सभी संबद्ध स्कूलों का स्कूल एकेडमिक परफॉर्मेंस रिपोर्ट कार्ड जारी कर दिया है. यह रिपोर्ट कार्ड स्कूलों की शैक्षणिक उपलब्धियों और उनके समग्र प्रदर्शन का विस्तृत मूल्यांकन प्रस्तुत करता है. इस पहल का उद्देश्य स्कूलों में डेटा-आधारित विश्लेषण और साक्ष्य-आधारित शैक्षणिक योजना को बढ़ावा देना है, ताकि शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जा सके.

सीबीएसई की यह पहल स्कूलों को अपने छात्रों की शैक्षणिक स्थिति, कमजोरियों और मजबूती को पहचानने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करती है. बोर्ड का कहना है कि इस रिपोर्ट कार्ड के माध्यम से स्कूल अपनी शैक्षणिक दिशा तय कर सकते हैं और आने वाले सत्रों में अपने परिणामों में सुधार के लिए ठोस रणनीतियां बना सकते हैं.

क्या है इस रिपोर्ट कार्ड में

यह रिपोर्ट कार्ड कक्षा 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षाओं में स्कूलों के प्रदर्शन का समग्र विश्लेषण प्रस्तुत करता है. इसमें कई महत्वपूर्ण बिंदु शामिल हैं

रिपोर्ट कार्ड में स्कूल के परिणामों की तुलना राज्य स्तर और पूरे देश के सीबीएसई स्कूलों के औसत अंकों से की गई है. इससे स्कूलों को यह समझने में आसानी होगी कि उनका प्रदर्शन राष्ट्रीय स्तर पर कहां खड़ा है. रिपोर्ट में विषयवार विश्लेषण दिया गया है जिससे यह पता चलता है कि किन विषयों में स्कूल अच्छा कर रहा है और किन विषयों में सुधार की आवश्यकता है.

इसके साथ ही रिपोर्ट में लड़कों और लड़कियों के प्रदर्शन की तुलना भी दी गई है. इससे स्कूलों को जेंडर इक्विटी यानी लैंगिक समानता की दिशा में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने में मदद मिलेगी.

सीबीएसई ने केवल शैक्षणिक प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि खेल-कूद और अन्य गतिविधियों में स्कूल के प्रदर्शन को भी शामिल किया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि स्कूल ने खेल प्रतियोगिताओं में क्लस्टर और जोनल स्तर पर कैसा प्रदर्शन किया. इससे यह तय करने में मदद मिलेगी कि स्कूल बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में कितनी सक्रियता से काम कर रहा है.

रिपोर्ट कार्ड से क्या होगा फायदा

सीबीएसई का कहना है कि यह रिपोर्ट कार्ड स्कूलों को अपने प्रदर्शन की सच्ची झलक दिखाने का काम करेगा. इससे स्कूल यह पहचान पाएंगे कि किन क्षेत्रों में उन्हें ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. रिपोर्ट कार्ड से प्राप्त आंकड़ों और निष्कर्षों को स्कूल अपनी वार्षिक शैक्षणिक योजना (School Annual Pedagogical Plan) में शामिल कर सकेंगे, ताकि भविष्य में परिणाम और बेहतर हों.

इस पहल का उद्देश्य स्कूलों में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना है. साथ ही, यह शिक्षण प्रक्रिया में निरंतर सुधार के लिए प्रेरित करेगा.

कैसे देखें रिपोर्ट कार्ड

सीबीएसई ने बताया कि सभी स्कूल अपने रिपोर्ट कार्ड को CBSE School Login Portal के माध्यम से देख सकते हैं. इसके लिए स्कूलों को अपने लॉगिन क्रेडेंशियल्स (User ID और Password) का उपयोग करना होगा. रिपोर्ट कार्ड डाउनलोड करने के बाद स्कूलों को इसे ध्यानपूर्वक अध्ययन करने और अपने शिक्षकों के साथ साझा करने की सलाह दी गई है.

शिक्षा में गुणवत्ता और पारदर्शिता की दिशा में कदम

सीबीएसई सचिव ने कहा कि यह कदम शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता, जवाबदेही और गुणवत्ता को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया है. यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की भावना के अनुरूप है, जो शिक्षण के हर स्तर पर उत्कृष्टता और समग्र विकास पर जोर देती है.

बोर्ड ने सभी स्कूलों से आग्रह किया है कि वे रिपोर्ट कार्ड में दी गई जानकारियों का उपयोग केवल मूल्यांकन के लिए नहीं, बल्कि आगे की योजना और सुधार के लिए करें. इससे न केवल शैक्षणिक परिणाम बेहतर होंगे, बल्कि छात्रों के समग्र विकास में भी तेजी आएगी.

सीबीएसई की यह पहल देशभर में स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित करने जा रही है. इससे यह सुनिश्चित होगा कि हर स्कूल अपने प्रदर्शन की पूरी जिम्मेदारी समझे और बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए ठोस कदम उठाए.

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‘पठान’ से लेकर ‘जब तक है जान’, ये हैं शाहरुख खान की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्में

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जवान - इस लिस्ट में सबसे पहला नाम ‘जवान’ का है. जो साल 2023 में रिलीज हुई थी. sacnilk.com की रिपोर्ट के मुताबिक ये शाहरुख की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म है. इसने इंडिया में 640.25 करोड़ की कमाई की थी. आप फिल्म नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं.

जवान – इस लिस्ट में सबसे पहला नाम ‘जवान’ का है. जो साल 2023 में रिलीज हुई थी. sacnilk.com की रिपोर्ट के मुताबिक ये शाहरुख की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म है. इसने इंडिया में 640.25 करोड़ की कमाई की थी. आप फिल्म नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं.

पठान - लिस्ट में दूसरा नाम ‘पठान’ का है. इस फिल्म ने भी साल 2023 में ही दस्तक दी थी. फिल्म ने इंडियन बॉक्स ऑफिस पर 543.09 करोड़ का कलेक्शन किया था. फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर हैं.

पठान – लिस्ट में दूसरा नाम ‘पठान’ का है. इस फिल्म ने भी साल 2023 में ही दस्तक दी थी. फिल्म ने इंडियन बॉक्स ऑफिस पर 543.09 करोड़ का कलेक्शन किया था. फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर हैं.

चेन्नई एक्सप्रेस - शाहरुख खान की कॉमेडी ड्रामा फिल्म ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ तीसरे नंबर पर है. इस फिल्म ने भारत में 227.13 करोड़ कमाए थे.

चेन्नई एक्सप्रेस – शाहरुख खान की कॉमेडी ड्रामा फिल्म ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ तीसरे नंबर पर है. इस फिल्म ने भारत में 227.13 करोड़ कमाए थे.

डंकी - साल 2023 में ही रिलीज हुई फिल्म ‘डंकी’ इस लिस्ट में चौथे नंबर पर है. इसने भारत में 227 करोड़ की कमाई की थी. ये नेटफ्लिक्स पर उपल्ब्ध है.

डंकी – साल 2023 में ही रिलीज हुई फिल्म ‘डंकी’ इस लिस्ट में चौथे नंबर पर है. इसने भारत में 227 करोड़ की कमाई की थी. ये नेटफ्लिक्स पर उपल्ब्ध है.

हैप्पी न्यू ईयर – ये फिल्म 2014 में रिलीज हुई थी. इसने भारत में 199.95 करोड़ का बिजनेस किया था. इसे आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं.

हैप्पी न्यू ईयर – ये फिल्म 2014 में रिलीज हुई थी. इसने भारत में 199.95 करोड़ का बिजनेस किया था. इसे आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं.

रईस - साल 2017 में आई शाहरुख की इस फिल्म ने भारत में 164.63 करोड़ की कमाई की थी. ये भी नेटफ्लिक्स पर आप घर बैठे देख सकते हैं.

रईस – साल 2017 में आई शाहरुख की इस फिल्म ने भारत में 164.63 करोड़ की कमाई की थी. ये भी नेटफ्लिक्स पर आप घर बैठे देख सकते हैं.

दिलवाले - शाहरुख खान की फिल्म ‘दिलवाले’ ने भारत में 148. 42 करोड़ का कलेक्शन किया था. अगर आपने अभी इसे नहीं देखा, तो ये जी5 और अमेजन प्राइम वीडियो पर उपलब्ध है.

दिलवाले – शाहरुख खान की फिल्म ‘दिलवाले’ ने भारत में 148. 42 करोड़ का कलेक्शन किया था. अगर आपने अभी इसे नहीं देखा, तो ये जी5 और अमेजन प्राइम वीडियो पर उपलब्ध है.

जब तक है जान - साल 2012 में इस फिल्म में भारत में 120.87 करोड़ की कमाई की थी. ये फिल्म आप प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं.

जब तक है जान – साल 2012 में इस फिल्म में भारत में 120.87 करोड़ की कमाई की थी. ये फिल्म आप प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं.

रा.वन - शाहरुख की फिल्म ‘रा.वन’ साल 2011 में रिलीज हुई थी. फिल्म ने इंडिया में 116.2 करोड़ की कमाई की थी.

रा.वन – शाहरुख की फिल्म ‘रा.वन’ साल 2011 में रिलीज हुई थी. फिल्म ने इंडिया में 116.2 करोड़ की कमाई की थी.

डॉन 2 -  शाहरुख खान की ‘डॉन 2’ ने भारत में 108.51 करोड़ की कमाई की थी. ये फिल्म प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं.

डॉन 2 – शाहरुख खान की ‘डॉन 2’ ने भारत में 108.51 करोड़ की कमाई की थी. ये फिल्म प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं.

Published at : 31 Oct 2025 10:15 PM (IST)

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Apple के लिए भारत से आई बड़ी खबर, हाई टैरिफ लगाने वाले राष्ट्रपति ट्रंप को जानकर होगी निराशा

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Apple Hits Record Revenue: भारत के ऊपर हाई टैरिफ लगाकर अमेरिकी कंपनियों को वापस बुलाने की कोशिश कर रहे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए यह खबर बड़ी निराशा साबित हो सकती है. जहां ट्रंप चाहते हैं कि अमेरिकी कंपनियां अपना उत्पादन और निवेश देश के भीतर करें, वहीं एप्पल (Apple) ने उनकी इस नीति को नजरअंदाज करते हुए भारतीय बाजार में दांव खेला और अब उसी का मीठा फल उसे मिल रहा है.

भारत में रिकॉर्ड मुनाफा

आईफोन निर्माता एप्पल ने जुलाई–सितंबर 2025 तिमाही में भारत में अब तक का सर्वाधिक राजस्व दर्ज किया है. यह इस बात का प्रमाण है कि दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार अब कंपनी के लिए सबसे तेजी से बढ़ता हुआ क्षेत्र बन चुका है. कंपनी के अनुसार, इस तिमाही में उसका वैश्विक राजस्व 102.5 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जो पिछले साल की तुलना में 8% अधिक है. एप्पल के सीईओ टिम कुक ने बताया कि कंपनी ने अमेरिका, कनाडा, लैटिन अमेरिका, पश्चिम एशिया, जापान, कोरिया, दक्षिण एशिया समेत कई बाजारों में रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की है.

कुक का कहना है कि भारत में उन्होंने सर्वकालिक अधिकतम राजस्व हासिल किया है. उन्होंने आगे कहा कि हम अपने अब तक के सबसे बेहतर प्रोडक्ट लाइनअप के साथ साल के सबसे व्यस्त सीजन में प्रवेश कर रहे हैं. हाल ही में भारत और यूएई जैसे उभरते बाजारों में नए रिटेल स्टोर खोले गए, जबकि अमेरिका और चीन में भी विस्तार जारी है.

अब क्या करेंगे ट्रंप?

ट्रंप लगातार अमेरिकी कंपनियों से आग्रह कर रहे हैं कि वे विदेशों से लौटकर अमेरिका में उत्पादन करें, लेकिन एप्पल जैसी दिग्गज कंपनियों ने इसके उलट भारत में निवेश बढ़ाना चुना — और यह कदम अब सफल साबित हो रहा है. कंपनी के CFO केवन पारेख के मुताबिक, इस तिमाही में आईफोन का राजस्व 49 अरब डॉलर रहा, जो 6% की बढ़ोतरी दर्शाता है. इसमें iPhone 16 की बिक्री ने अहम भूमिका निभाई. वहीं, नए iPhone 17 की शानदार वैश्विक प्रतिक्रिया से अगली तिमाही में और भी बेहतर नतीजों की उम्मीद है.

एप्पल ने हाल ही में MacBook Pro और iPad Pro को M5 चिप के साथ पेश किया है. टिम कुक ने कहा कि कंपनी इस त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं को “अब तक का सबसे असाधारण प्रोडक्ट अनुभव” देने के लिए उत्साहित है.

ये भी पढ़ें: ट्रंप टैरिफ को एपल के बाद एक और US कंपनी ने दिखाया ठेंगा, भारत में करने जा रही 3250 करोड़ रुपये का निवेश

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Pisces Horoscope November 2025: मीन राशि करियर में प्रगति, रिश्तों में स्थिरता और सेहत में सुधा

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Meen Masik Rashifal November 2025: नवंबर का महीना मीन राशि वालों के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा, लेकिन अंततः स्थिरता और सकारात्मकता की ओर अग्रसर करेगा. शुरुआती दिनों में कार्यस्थल और पारिवारिक जीवन में तनाव संभव है, परंतु मध्य नवंबर के बाद स्थितियाँ सुधरने लगेंगी. ग्रहों की स्थिति आपको आत्मविश्वास और निर्णय लेने की शक्ति देगी, जिससे अटके हुए कार्य पूरे होंगे.

हेल्थ और ट्रैवल:
इस महीने स्वास्थ्य को लेकर मिश्रित परिणाम रहेंगे. गुरू-केतु का 2-12 का संबंध हृदय या रक्तचाप से जुड़ी परेशानियाँ दे सकता है, जबकि राहु की स्थिति कमर या निचले हिस्से में दर्द बढ़ा सकती है. 16 नवंबर के बाद सूर्य नवम भाव में प्रवेश कर स्वास्थ्य सुधार के संकेत देगा. चिकित्सा और योग का सहारा लाभदायक रहेगा. स्वास्थ्य कारणों से कुछ यात्राएँ भी संभव हैं.

बिजनेस और वेल्थ:
व्यवसायिक दृष्टि से यह महीना स्थिर प्रगति का संकेत दे रहा है. होटल, रेस्टोरेंट, ट्रैवल और इवेंट से जुड़े व्यवसायियों के लिए समय अनुकूल रहेगा. 23 नवंबर तक बुध का नवम भाव में रहना आर्थिक प्रवाह को सुचारू रखेगा. शुक्र अष्टम भाव में रहकर धन बचाने की प्रवृत्ति को बढ़ाएगा. हालांकि 19 नवंबर तक पार्टनरशिप बिजनेस में धैर्य और संतुलन की आवश्यकता रहेगी. शनि की दृष्टि व्यापार में अनुशासन और दीर्घकालिक लाभ लाएगी.

जॉब और प्रोफेशन:
महीने के पहले पखवाड़े में जॉब चेंज या प्रमोशन के योग बन रहे हैं. दशम भाव में उच्च के गुरू आपको पद और प्रतिष्ठा में वृद्धि देंगे. हालांकि आर्थिक मामलों में सावधानी जरूरी है. 16 नवंबर से सूर्य-मंगल का पराक्रम योग आपको नई जिम्मेदारियाँ और अवसर दिला सकता है.

फैमिली और रिलेशनशिप:
पारिवारिक जीवन में सुधार की संभावनाएँ हैं. 26 नवंबर के बाद शुक्र नवम भाव में जाकर वैवाहिक जीवन में मधुरता लाएगा. अविवाहित जातकों के लिए विवाह योग बन रहे हैं. प्रेम संबंधों में सकारात्मकता लौटेगी, और आपसी समझ बढ़ेगी.

स्टूडेंट्स और लर्नर्स:
विद्यार्थियों के लिए यह महीना मेहनत और फोकस की परीक्षा लेगा. जो छात्र विदेश में पढ़ाई की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें सफलता के संकेत हैं. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को थोड़ा संघर्ष रहेगा, लेकिन परिणाम अंततः सकारात्मक रहेंगे.

उपाय:
01 नवंबर देवप्रबोधिनी एकादशी पर भगवान विष्णु को पीले पुष्प, केसर और तुलसीदल अर्पित करें, “ॐ विष्णवे नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें और गौशाला में चना, गुड़ या रोटी का दान करें.
12 नवंबर श्री कालभैरव अष्टमी पर भैरव जी को केसर, चावल और मिठाई अर्पित करें, मंदिर में दीपक जलाएं और “ॐ कालभैरवाय नमः” मंत्र का जाप करें.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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Video: सरियों की जगह बिछा दी बांस की खरपच्ची, घर का लेंटर डाल रहे मजदूर, वीडियो होश उड़ा देगा!

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Social Media Viral Video: घर बनाना जीवन में सभी का सपना होता है, जिसे वो अपने हिसाब से बनवाए और हर कोना उसकी पसंद का हो, लेकिन जब छत की मजबूती लोहे की सरियों की जगह बांस पर टिकी हो तो क्या यह सपना साकार होगा या खतरे की घंटी बजेगी? इसे देखकर कई लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह एक नई तकनीक है या फिर एक जोखिम भरा प्रयोग?

घर की पूरी छत पर बांस का किया इस्तेमाल

वीडियो में देखा गया है कि छत लोहे के सरियों की जगह बांस से बनाया गया है. जगह काफी बड़ी दिखाई दे रही है और घर की पूरी छत पर बांस का ही इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन अब सवाल ये उठता है कि क्या है मजबूत होगा और घर बांस की छत पर टिक जाएगा.

वीडियो में देख सकते हैं कि कई सारे मजदूर छत पर बांस बिछाने का काम कर रहे हैं, ताकि उस पर लेंटर डाला जा सके. लेकिन आज से पहले किसी ने भी बांस की छत बनते नहीं देखा होगा.वीडियो में एक व्यक्ति बताता है कि छत की जगह 4,000 Sq फीट के करीब है और बांसों को बहुत मजबूती के साथ बांधा गया है, ताकि ये मजबूत और टिकाऊ हो.

वीडियो देख हैरान रह गए लोग

इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने हैरानी जताई है. लोगों का कहना है कि सरियों की जगह बांस से लेंटर कौन डालता है. लोग इस दृश्य को देखकर बिल्कुल हैरान रह गए हैं. एक यूजर ने लिखा कि जिस तरह घर बनाया जा रहा है उसे देखकर यहीं लग रहा है कि ये घर बनते ही गिर जाएगा. लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है. लोगों ने इस खतरनाक और जानलेवा भी बताया है.


WhatsApp पर आने वाला है Facebook जैसा नया फीचर! अब प्रोफाइल पर लगा सकेंगे शानदार कवर फोटो, जानि

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Whatsapp New Feature: WhatsApp जल्द ही एक और बड़ा बदलाव लाने की तैयारी में है. इस बार कंपनी Facebook जैसी ‘कवर फोटो’ फीचर पर काम कर रही है जिससे यूज़र्स अपने प्रोफाइल को और पर्सनल और यूनिक बना सकेंगे. जहां अब तक लोग सिर्फ प्रोफाइल फोटो के जरिए खुद को दिखाते थे वहीं अब वे अपने मूड, पर्सनालिटी या स्टाइल के हिसाब से कवर इमेज भी जोड़ पाएंगे.

WhatsApp का नया कवर फोटो फीचर

रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह फीचर फिलहाल बीटा वर्ज़न में टेस्टिंग फेज़ में है. इसे आने वाले कुछ महीनों में पब्लिक रिलीज़ किया जा सकता है. जानकारी देने वाली वेबसाइट WABetaInfo का कहना है कि कवर फोटो ऑप्शन प्रोफाइल सेटिंग्स में उपलब्ध होगा.

यह फीचर प्रोफाइल फोटो के ऊपर एक चौड़ी और बड़ी इमेज लगाने की सुविधा देगा बिल्कुल वैसे ही जैसे Facebook, LinkedIn या X (पहले Twitter) पर होता है. यूज़र्स इस कवर फोटो को अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स के हिसाब से कस्टमाइज़ कर सकेंगे यानी आप तय कर पाएंगे कि इसे सभी देख सकें, सिर्फ कॉन्टैक्ट्स देख सकें या कोई भी नहीं.

बीटा यूज़र्स के लिए शुरू हुआ टेस्टिंग फेज़

फिलहाल यह फीचर WhatsApp Android बीटा वर्ज़न में कुछ चुनिंदा यूज़र्स के लिए टेस्ट किया जा रहा है. आने वाले हफ्तों में इसे और लोगों तक पहुंचाया जाएगा. दरअसल, WhatsApp Business प्रोफाइल्स के लिए यह फीचर पहले से मौजूद है लेकिन अब कंपनी इसे सभी यूज़र्स के लिए उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है.

Meta के बढ़ते प्रभाव का एक और उदाहरण

WhatsApp में यह बदलाव इस बात का संकेत है कि Meta (WhatsApp की पैरेंट कंपनी) अपने सभी प्लेटफॉर्म्स को धीरे-धीरे एक जैसे अनुभव (Unified Experience) की ओर ले जा रही है. Meta की योजना है कि Facebook, Instagram और WhatsApp पर यूज़र्स को समान विजुअल और इंटरफेस अनुभव मिले.

AI चैटबॉट्स पर भी लगाम कस रहा है WhatsApp

WhatsApp इन दिनों अपने प्लेटफॉर्म पर AI असिस्टेंट्स और चैटबॉट्स की बाढ़ को लेकर सतर्क है. Meta अब ऐसी कंपनियों को रोक रहा है जो WhatsApp पर अपने AI बॉट्स लॉन्च कर रही थीं. इस नियम बदलाव से ChatGPT और Perplexity जैसे प्लेटफॉर्म्स को बड़ा झटका लगा है क्योंकि वे WhatsApp के जरिए यूज़र्स तक पहुंच बना रहे थे.

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