रूसी जासूस अन्ना चैपमैन फिर हुई एक्टिव, आखिर व्लादिमिर पुतिन का नया खुफिया मिशन क्या है?



रूसी जासूस अन्ना चैपमैन एक बार फिर एक्टिव हो गई हैं. अन्ना चैपमैन को रूस से एक नया मिशन मिला है और अब वह म्यूजियम ऑफ रशियन इंटेलिजेंस की प्रमुख बन गई हैं. यह म्यूजियम रूस की प्रमुख जासूसी एजेंसी SVR (पहले KGB) से जुड़ा हुआ है. 

बता दें कि अन्ना चैपमैन का असली नाम ‘अन्ना रोमानोवा’ है, जो यूनाइटेड किंगडम (UK) की नागरिक थी. 2010 में संयुक्त राज्य अमेरिका में अपनी गिरफ्तारी के बाद चैपमैन काफी चर्चा में रहीं. पहले वह रूसी स्लिपर सेल का हिस्सा थी और अमेरिका ने उन्हें गिरफ्तार करने के बाद रूस को सौंप दिया.

साल 2020 से सोशल मीडिया पर एक्टिव

दरअसल अन्ना ने अपनी गिरफ्तारी के दौरान और बाद में किसी भी जासूसी गतिविधि से इनकार नहीं किया, लेकिन उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं थे. आखिर में रूस और अमेरिका के बीच एक संदिग्ध कूटनीतिक समझौते के तहत, अन्ना चैपमैन और उनके अन्य साथियों को रूस भेज दिया गया.

2010 में जासूसी मामले के बाद अन्ना चैपमैन सोशल मीडिया से पूरी तरह गायब हो गई थीं, लेकिन 2020 के बाद उन्होंने फिर से सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता शुरू की. उन्होंने अपने इंस्टाग्राम और ट्विटर अकाउंट पर अपनी तस्वीरें शेयर करना शुरू कर दिया, जिसमें उन्होंने रूस की राजनीति, समाज और सांस्कृतिक मामलों पर अपने विचार जाहिर किए.

007 में अन्ना ने जासूसी जिंदगी का किया जिक्र

पिछले साल अन्ना की किताब ‘007: My Life As A Spy (007: मेरी जासूसी की जिंदगी)’ प्रकाशित हुई. यह किताब उनकी व्यक्तिगत जासूसी यात्रा, उनके खुफिया अभियानों, और गिरफ्तार होने के बाद की घटनाओं पर आधारित है.

अन्ना चैपमैन ने इस किताब में अपनी जासूसी की दुनिया के बारे में अपनी कहानी साझा की, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे वह एक रूसी खुफिया एजेंट के रूप में काम करती थीं. किताब में उनकी ओर से किए गए खुफिया अभियानों, पश्चिमी देशों के साथ रूस के कूटनीतिक संबंधों और उनकी गिरफ्तारी के पीछे की घटनाओं का विवरण है.

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