
इस धोखाधड़ी का तरीका बेहद चालाकी से रचा गया है. सबसे पहले यूज़र्स को ऐप या वेबसाइट पर रजिस्टर करने के लिए कहा जाता है. इसके बाद उन्हें कुछ ऑनलाइन कंटेंट पर रेटिंग देने का काम दिया जाता है. शुरुआती दिनों में सबकुछ सामान्य लगता है और लोगों को छोटे-छोटे टास्क पूरे करने के बदले भुगतान भी किया जाता है.

यहीं से स्कैमर्स का असली खेल शुरू होता है. धीरे-धीरे यूज़र्स को 1950, 8000 या 24000 रुपये तक रिचार्ज करने के लिए प्रेरित किया जाता है. लोग शुरू में मिलने वाले पैसों से प्रभावित होकर भरोसा कर लेते हैं और अधिक निवेश करने लगते हैं.

लेकिन असली झटका तब लगता है जब बड़ी राशि लगाने के बाद लोग अपनी कमाई तक वापस नहीं निकाल पाते. कई मामलों में तो यूज़र्स के पूरे बैंक अकाउंट खाली कर दिए जाते हैं. इस तरह लोगों की मेहनत की गाढ़ी कमाई कुछ ही पलों में ठगों की जेब में चली जाती है.

अगर कभी आप या आपके परिचित इस तरह की ऑनलाइन ठगी का शिकार हो जाएं तो तुरंत कार्रवाई करना बेहद ज़रूरी है. भारत सरकार ने इसके लिए cybercrime.gov.in पोर्टल बनाया है, जहां जाकर शिकायत दर्ज की जा सकती है. इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी कॉल करके रिपोर्ट किया जा सकता है. समय पर शिकायत करने से पैसे वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है और ऐसे स्कैमर्स पर कार्रवाई करना आसान हो जाता है.

ऑनलाइन निवेश से जुड़ी किसी भी स्कीम को अपनाने से पहले उसकी पूरी जांच करें और ऐसे प्लेटफॉर्म से हमेशा बचें जो बिना भरोसेमंद सोर्स के ज्यादा मुनाफे का लालच देते हों. वरना एक छोटी सी लापरवाही आपके अकाउंट को पूरी तरह खाली कर सकती है.
Published at : 13 Sep 2025 07:36 AM (IST)