इजरायल ने यमन की राजधानी सना के ऊर्जा केंद्रों पर हवाई हमले किए. इजरायली सेना ने एक पावर प्लांट और एक गैस स्टेशन को निशाना बनाया. यह क्षेत्र हूती विद्रोहियों के नियंत्रण में है. इजरायल की ओर क्लस्टर बम दागे जाने के कुछ दिन बाद आईडीएफ ने यमन की राजधानी को निशाना बनाया है.
हूतियों के सैन्य ठिकानों को भी किया तबाह
आईडीएफ ने कहा कि ये उस हमले का जवाब है, जो हाल ही में यमन ने इजरायल पर किया था. इजारयली सेना के मुताबिक जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया उसमें एक सैन्य ढांचा भी है, जिसमें राष्ट्रपति भवन स्थित है. IDF के अनुसार इन सभी जगहों का इस्तेमाल हूती विद्रोही अपने सैन्य गतिविधियों के लिए किया करते थे.
‘ईरान के निर्देश पर काम करते हैं हूती विद्रोही’
इजरायली सेना ने कहा कि हूती विद्रोही ईरान की सरकार के निर्देश पर काम करते हैं ताकि इजरायल और उसके सहयोगियों को नुकसान पहुंचाया जा सके. न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक हूती विद्रोही करीब 2 साल से इजरायल पर मिसाइलें और ड्रोन दागे रहे हैं और लाल सागर में जहाजों को निशाना बनाया है. उनका कहना है कि वे गाजा युद्ध को लेकर फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए ये हमले कर रहे हैं.
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IDF IN A MASSIVE STRIKE IN YEMENAfter the launch of a cluster missile and a drone towards Israel in the past few days, the Israeli Airforce together with the Israeli navy now began a wave of attacks in more than 15 Houthi targets in South-East Yemen.
Several Houthi… pic.twitter.com/60dpoJ5Foq
— Voice From The East (@EasternVoices) August 24, 2025
यमन की राजधानी में राष्ट्रपति भवन के पास रहने वाले लोगों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि आसपास के घर हिल गए और खिड़कियां टूट गईं. रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार (22 अगस्त 2025) को यमन से इजरायल की ओर जिस तरह की मिसाइल दागी गई वह एक नए खतरे का संकेत है. उन्होंने कहा कि यह पहली बार था जब हूतियों ने इजरायल पर क्लस्टर बम गिराया था.
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