
बिहार के 38 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में कुल 13,675 सीटें हैं, लेकिन जेईई मेन (JEE Main) के आधार पर हुए दो राउंड के नामांकन के बाद भी आधी से ज्यादा सीटें खाली रह गईं. आंकड़ों के मुताबिक, जेईई मेन स्कोर पर केवल 6,432 सीटों पर ही दाखिला हो पाया, जबकि 7,243 सीटें अब भी रिक्त हैं.

बीसीईसीईबी (BCECEB) यानी बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा बोर्ड ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में नामांकन के पहले दो राउंड जेईई मेन स्कोर के आधार पर होंगे.

लेकिन जब दो राउंड पूरे हो गए और आधी सीटें अब भी खाली रहीं, तो बोर्ड ने खुद की प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का फैसला लिया.

बीसीईसीई की परीक्षा हाल ही में आयोजित की गई और अब इसकी मेधा सूची (Merit List) के आधार पर बची हुई सीटों पर नामांकन किया जाएगा. यह कदम इसलिए जरूरी हो गया, क्योंकि बड़ी संख्या में सीटें खाली रह जाने से कॉलेजों की क्षमता का सही उपयोग नहीं हो पा रहा था.

बीसीईसीई स्कोर के आधार पर नामांकन प्रक्रिया दो चरणों में होगी. पहला राउंड 14 अगस्त से 16 अगस्त तक चलेगा. इस दौरान मेधासूची में स्थान पाने वाले छात्र नामांकन करवा सकेंगे.

जबकि दूसरा राउंड पहले राउंड के बाद अगर सीटें बचती हैं तो 22 अगस्त को दूसरे राउंड का आवंटन रिजल्ट जारी किया जाएगा. इसके बाद नामांकन 24 और 25 अगस्त को होगा.
Published at : 14 Aug 2025 03:40 PM (IST)