Menopause Symptoms in Women: हर महिला की जिंदगी में एक समय ऐसा आता है. जब मासिक धर्म रुक जाते हैं. इसे ही मेनोपॉज़ कहते हैं. लेकिन क्या यह सिर्फ पीरियड्स बंद होना है? नहीं, यह एक पूरा ट्रांजिशन है. शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक बदलावों से भरा हुआ दिखता है.
गायनोलॉजिस्ट डॉ. सुप्रिया पुराणिक कहती हैं, “मेनोपॉज़ कोई बीमारी नहीं है, यह एक नेचुरल फेज है, लेकिन अगर इसकी जानकारी पहले से हो और महिला मानसिक रूप से तैयार रहती हैं. आइए समझते हैं कि मेनोपॉज महिलाओं को कैसे प्रभावित करता है और इससे निपटने के लिए क्या तैयारी जरूरी है.
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मेनोपॉज के सामान्य लक्षण क्या हैं?
मेनोपॉज आमतौर पर 45 से 55 साल की उम्र के बीच होता है. इस दौरान शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन्स कम हो जाते हैं, जिससे कई बदलाव देखने को मिलते हैं.
- अनियमित पीरियड्स या पूरी तरह बंद होना
- पसीना आना और गर्मी लगना
- मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन या डिप्रेशन
- नींद की समस्या
- थकान और एनर्जी की कमी
- यौन इच्छा में कमी या वैजाइनल ड्रायनेस
- हड्डियों में कमजोरी
- इनमें से हर महिला को सभी लक्षण नहीं होते, लेकिन कुछ न कुछ बदलाव हर किसी को महसूस होते हैं
मानसिक और भावनात्मक प्रभाव
मेनोपॉज का असर सिर्फ शरीर तक सीमित नहीं रहता. कई महिलाएं इस समय खुद को बेकार, कमजोर या अकेला महसूस करती हैं. उनके अंदर आत्मविश्वास की कमी आ सकती है और कई बार ये डिप्रेशन या एंग्ज़ायटी में भी बदल सकता है. इसलिए जरूरी है कि, इस फेज को गंभीरता से लिया जाए और इसे ‘सिर्फ एक उम्र का बदलाव’ कहकर टाल न दिया जाए.
कैसे करें खुद को तैयार?
- जानकारी लें: जितनी जल्दी आप मेनोपॉज़ के बारे में जानेंगी, उतना आसान होगा इससे निपटना
- हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं: संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद इस समय बेहद जरूरी है
- मेडिकल जांच कराएं: हर साल बोन डेंसिटी, ब्लड प्रेशर और हार्मोन लेवल की जांच कराना फायदेमंद होता है
- सपोर्ट सिस्टम बनाएं: परिवार, दोस्तों और प्रोफेशनल काउंसलिंग से बात करना मददगार हो सकता है
- डॉक्टर से खुलकर बात करें: अगर कोई लक्षण बहुत परेशान कर रहे हों तो डॉक्टर से सलाह लेने में हिचकिचाएं नहीं
मेनोपॉज एक नई शुरुआत है, न की अंत. यह वो समय है जब महिला अपने अनुभव, आत्मबल और समझ के साथ खुद के लिए जीना शुरू कर सकती है. अगर इसे लेकर जागरूकता और तैयारी हो, तो यह फेज चुनौती नहीं, बल्कि आत्मशक्ति का प्रतीक बन सकता है.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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