Powerbank: आज के डिजिटल युग में पावर बैंक हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है. स्मार्टफोन, टैबलेट, ईयरबड्स या अन्य डिवाइसेज़ को चलते-फिरते चार्ज करने के लिए पावर बैंक सबसे ज़्यादा उपयोग होने वाला गैजेट बन गया है. लेकिन बहुत से लोग यह नहीं जानते कि यह छोटा सा दिखने वाला उपकरण कई बार खतरनाक और यहां तक कि जानलेवा भी साबित हो सकता है. यदि इसका सही तरीके से इस्तेमाल न किया जाए या गलत किस्म का पावर बैंक खरीदा जाए तो यह विस्फोट या आग जैसी दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है. ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां पावरबैंक के कारण कई बड़े हादसे हुए हैं.
हाल ही में बड़ा हादसा होने से बचा विमान
जानकारी के मुताबिक, हाल ही में सिडनी से होबार्ट जा रही वर्जिन ऑस्ट्रेलिया की एक उड़ान में आग लगने की घटना सामने आई है जिसका कारण एक यात्री के कैरी-ऑन बैग में रखा पावर बैंक माना जा रहा है. इस घटना के बाद एयरलाइन अपनी बैटरी संबंधी नीतियों में बदलाव पर विचार कर रही है.
वर्जिन फ्लाइट VA1528 जब सोमवार को होबार्ट एयरपोर्ट पर लैंड करने की प्रक्रिया में थी तभी विमान के ऊपर बने लॉकर से धुआं निकलता देखा गया. एयरलाइन के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि आग इसी ओवरहेड लॉकर में लगी थी. ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल ‘पल्स तस्मानिया’ द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में देखा गया कि एक फ्लाइट अटेंडेंट धुएं से भरे बैग पर अग्निशामक का इस्तेमाल कर रही हैं जबकि कुछ यात्री पानी की बोतलों से मदद करने की कोशिश कर रहे हैं.
पावर बैंक कब बनता है खतरनाक?
सबसे पहले समझना जरूरी है कि पावर बैंक में लिथियम-आयन या लिथियम-पॉलीमर बैटरियां होती हैं जो अगर ज़रूरत से ज़्यादा गर्म हो जाएं या इनकी वायरिंग में खराबी हो तो यह फट सकती हैं या आग पकड़ सकती हैं. अक्सर लोकल या बिना ब्रांड वाले पावर बैंक बेहद सस्ते दामों में बाजार में उपलब्ध होते हैं लेकिन इनकी क्वालिटी पर कोई नियंत्रण नहीं होता. इनमें ओवरचार्जिंग, शॉर्ट सर्किट या हीटिंग से बचाव के लिए कोई सर्किट सेफ्टी नहीं होती जिससे खतरा और बढ़ जाता है.
इसके अलावा, अगर पावर बैंक को बहुत लंबे समय तक धूप में छोड़ दिया जाए या इसे नमी वाली जगहों पर रखा जाए तो यह बैटरी के अंदर केमिकल रिएक्शन को बढ़ा सकता है जिससे विस्फोट की आशंका बढ़ जाती है. कई बार लोग एक ही चार्जिंग केबल का गलत इस्तेमाल करते हुए पावर बैंक और फोन दोनों को साथ में चार्ज करने लगते हैं जो न सिर्फ फोन को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि पावर बैंक की भी क्षमता को बिगाड़ सकता है.
पावर बैंक का सुरक्षित इस्तेमाल कैसे करें?
सबसे पहले किसी भी पावर बैंक को खरीदते समय हमेशा ब्रांडेड और BIS (भारतीय मानक ब्यूरो) सर्टिफाइड डिवाइस ही लें. ये डिवाइसेज़ ओवरचार्जिंग, ओवरहीटिंग और शॉर्ट सर्किट से सुरक्षा देने वाले फीचर्स के साथ आते हैं. कभी भी पावर बैंक को ज़रूरत से ज़्यादा चार्ज न करें और चार्ज हो जाने के बाद उसे पावर से हटा दें.
कभी भी पावर बैंक को बहुत गर्म या बहुत ठंडी जगहों पर न रखें. यात्रा के दौरान पावर बैंक को सीधे धूप में या बंद गाड़ी में छोड़ना खतरनाक हो सकता है. चार्जिंग के समय डिवाइस को तकिए या गद्दे के नीचे न रखें, क्योंकि यह गर्मी को बाहर निकलने से रोकते हैं जिससे डिवाइस में आग लगने की संभावना बढ़ जाती है.
हमेशा अच्छी क्वालिटी की चार्जिंग केबल और अडेप्टर का ही उपयोग करें क्योंकि घटिया केबल से पावर बैंक में शॉर्ट सर्किट या ज्यादा करंट जा सकता है. साथ ही, अगर पावर बैंक से जलने की गंध आने लगे, यह फूलने लगे या उसमें से धुआं निकलने लगे तो तुरंत उसका उपयोग बंद कर दें और उसे किसी ई-वेस्ट रीसायक्लिंग सेंटर में जमा कर दें.
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