नितीश रेड्डी की जगह कौन होगा प्लेइंग XI में शामिल? गौतम गंभीर के सामने बड़ी चुनौती

नितीश रेड्डी की जगह कौन होगा प्लेइंग XI में शामिल? गौतम गंभीर के सामने बड़ी चुनौती


भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में अब चौथे मुकाबले की तैयारी चल रही है, जो बुधवार से मैनचेस्टर में खेला जाएगा. सीरीज में भारत 1-2 से पीछे है और टीम को इस मैच में जीत के लिए कुछ अहम बदलाव करने पड़ सकते हैं. एक बड़ा सवाल यह है कि आंध्र प्रदेश के ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी की जगह प्लेइंग इलेवन में किसे मौका मिलेगा.

नितीश रेड्डी ने अब तक दो टेस्ट मैचों में 45 रन बनाए हैं और तीन विकेट चटकाए हैं. हालांकि, लॉर्ड्स टेस्ट में उन्होंने थोड़ी चमक दिखाई, लेकिन लगातार प्रभावशाली प्रदर्शन की कमी के कारण उन्हें बाहर बैठना पड़ सकता है. उनकी जगह लेने के लिए तीन नाम सबसे आगे चल रहे हैं:

1. शार्दुल ठाकुर होंगे रिप्लेसमेंट

शार्दुल ठाकुर एक अनुभवी ऑलराउंडर हैं और नितीश रेड्डी की जगह लेने के लिए सबसे उपयुक्त माने जा रहे हैं. हालांकि, उन्होंने हेडिंग्ले टेस्ट में बल्ले से कोई खास योगदान नहीं दिया था और गेंदबाजी में भी उनसे ज्यादा ओवर नहीं कराए गए. फिर भी, अनुभव और उपयोगिता के लिहाज से वे मजबूत दावेदार हैं.

2. अंशुल कंबोज – युवा जोश और ऑलराउंड क्षमता

हरियाणा के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज को हाल ही में टीम के कवर के तौर पर बुलाया गया था. उन्होंने घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है और इंग्लैंड लायंस के खिलाफ भारत ‘ए’ की ओर से खेलते हुए एक अर्धशतक भी जमाया था. अगर भारत युवा खिलाड़ी को मौका देना चाहता है तो कंबोज को डेब्यू कराया जा सकता है.

3. ध्रुव जुरेल और अंशुल कंबोज की रणनीति

एक और विकल्प यह हो सकता है कि टीम बैटिंग को मजबूत करने के लिए ध्रुव जुरेल को प्लेइंग इलेवन में शामिल करे और गेंदबाजी विभाग में आकाश दीप की जगह अंशुल कंबोज को मौका दे. इससे भारत का गेंदबाजी आक्रमण कुछ इस तरह दिखेगा: जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, अंशुल कंबोज (डेब्यू), रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर.

चोट की चिंताओं ने बढ़ाई परेशानी

टीम इंडिया पहले ही कई खिलाड़ियों की चोटों से जूझ रही है. ऋषभ पंत, आकाश दीप और अर्शदीप सिंह फिटनेस समस्याओं के कारण चयन के लिए उपलब्ध नहीं हैं. ऐसे में कप्तान रोहित शर्मा और टीम मैनेजमेंट को प्लेइंग इलेवन चुनने में सावधानी बरतनी होगी.

अब देखना यह है कि कोच गौतम गंभीर और कप्तान किस दिशा में जाते हैं – अनुभवी शार्दुल या युवा कंबोज को मौका देते हैं, या फिर एक संतुलित संयोजन के साथ मैदान में उतरते हैं.

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