Health Insurance Plan: हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम करने के लिए 24 घंटे अस्पताल में एडमिट रहने की शर्त अब खत्म हो गई है. कई बीमा कंपनियां सिर्फ 2 घंटे के हॉस्पिटलाइजेशन पर भी मेडिक्लेम दे रही हैं. यह बदलाव नए जमाने के साथ मेडिकल टेक्नोलॉजी में हो रहे बदलाव के साथ तालमेल बिठाने के लिए किया जा रहा है.
2 घंटे के हॉस्पिटलाइजेशन पर ही कर पाएंगे क्लेम
पहले हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम करने के लिए 24 घंटे अस्पताल में एडमिट रहने की जरूरत पड़ती थी. हालांकि, अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि कई इंश्योरेंस कंपनियां अब इस शर्त को माने बिना सिर्फ 2 घंटे के लिए अस्पताल में भर्ती होने पर ही क्लेम करने की सुविधा दे रही हैं. CNBC TV18 की रिपोर्ट के मुताबिक, पॉलिसीबाजार में हेल्थ इंश्योरेंस के हेड सिद्धार्थ सिंघल ने कहा, बीते दस सालों में मेडिकल एडवांस्डमेंट ने ट्रीटमेंट और सर्जरी के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है. इससे हॉस्पिटल में रहने की समय सीमा भी कम हुई है.
रात भर रूकने की शर्त अब खत्म
पहले मोतियाबिंद के ऑपरेशन, कीमोथेरेपी या एंजियोग्राफी के लिए रात भर हॉस्पिटल में रूकने की जरूरत पड़ती थी. जबकि आज मेडिकल टेक्नोलॉजी इतनी आगे बढ़ गई है कि ये सबकुछ घंटों में ही हो जाता है. इसे देखते हुए कई इंश्योरेंस कंपनियां अपनी पॉलिसीज में 2 घंटे के हॉस्पिटलाइजेशन को भी कवर कर रही हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सिर्फ हॉस्पिटल में रात भर न ठहरने की वजह से किसी पॉलिसीहोल्डर का क्लेम रिजेक्ट न हो जाए. इसे कवर करने वाली कंपनियों में ICICI लोम्बार्ड एलिवेट प्लान, केयर-सुप्रीम प्लान और निवा बूपा शामिल हैं.
ये कंपनियां दे रही हैं कवरेज
ICICI लोम्बार्ड एलिवेट प्लान में सालाना 9,195 रुपये के प्रीमियम पर 10 लाख रुपये तक का कवरेज मिल रहा है. यह नॉन-स्मोकर 30 साल की उम्र के व्यक्तियों के लिए है. इसी तरह से केयर सुप्रीम के लिए सालाना प्रीमियम 12,790 रुपये और निवा बूपा हेल्थ रीअश्योर के लिए प्रीमियम 14,199 प्रति वर्ष से शुरू हो रहा है.
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