बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने एक बार फिर से पाकिस्तान में हमलों का दौर शुरू कर दिया है. इस संगठन ने मंगलवार (08 जुलाई, 2025) की देर रात बलूचिस्तान के कई जिलों में लगातार हमला किया, जिसमें कई सरकारी आवासों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया.
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले की जिम्मेदारी अलगाववादी संगठन बीएलएफ ने ही ली है, जिसे ऑपरेशन नई सुबह कहा गया. इस हमले से संगठन ने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी सालों पुरानी लड़ाई को फिर से शुरू कर दिया है. खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान के अलग-अलग हिस्सों पंजगुर, सुरब, केच और खारन में कुल 17 हमले किए गए. इससे पाकिस्तान को काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा.
संगठन ने प्रवक्ता ने दी ये जानकारी
अपने एक बयान में बीएलएफ मेंबर मेजर ग्वाहराम बलूच ने इस हमले को ‘बलूच राष्ट्रीय मुक्ति युद्ध में एक नई सुबह’ बताया और कहा कि यह अभियान मकरान तट से कोह-ए-सुलेमान पहाड़ों तक फैला हुआ था, जो संगठन के आगे बढ़ने के रास्ते को दिखाता है. अब ये बदला एक नए रूप में प्रवेश कर चुका है. उसने कहा कि ऑपरेशन नई सुबह का मकसद ये दिखाना है कि बलोच लड़ाके बड़े पैमाने पर किसी अभियान को सफल बनाने में माहिर हैं.
मेजर ग्वाहराम बलूच ने कहा, ‘हमले की योजना सावधानीपूर्वक बनाई गई थी, ताकि सुरक्षा बलों के लोगों और उनके इलाकों को ही नुकसान पहुंचाया जा सके. हालांकि अभी बड़े पैमाने पर नुकसान होना बाकी है. ऑपरेशन पूरा होने पर सारी जानकारी दी जाएगी.’
सुरक्षा बल कर रहे ठिकानों की तलाशी
बलूचिस्तान में इन हमलों का पैमाना और सटीकता पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत में उग्रवाद को बढ़ावा देने का संकेत देती है, जहां संसाधनों के दोहन और सैन्य उपस्थिति से जुड़ी शिकायतों ने लंबे समय से अलगाववादी संगठनों की भावनाओं को बढ़ावा दिया है. इस हमले के बाद बुधवार सुबह से सुरक्षा बलों ने कुछ ठिकानों पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया था, जबकि केच और पंजगुर के कुछ हिस्सों में संचार सेवाएं बंद रहीं.
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