Eruption in Volcano in Japan: जापान के माउंट शिनमोएडेके ज्वालामुखी में बुधवार (2 जुलाई, 2025) की दोपहर में विस्फोट हुआ है. ज्वालामुखी में हुए विस्फोट से कई मीटर की ऊंचाई तक काले और घने राख के बादल आसमान में फैल गए. जापान के अधिकारियों ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए चेतावनी जारी की है और स्थानीय लोगों को पहाड़ों से दूर रहने को कहा है.
माउंट शिनमोएडेके का ज्वालामुखी बुधवार को जैसे ही फटा, वैसे ही सोशल मीडिया पर जापानी मंगा आर्टिस्ट रियो तात्सुकी की एक वायरल भविष्यवाणी की चर्चाएं तेज हो गई. तात्सुकी ने पहले ही 2025 में जापान में एक भीषण आपदा की भविष्यवाणी की थी. उनके ऐसे पूर्वानुमान और भविष्यवाणी के कारण लोग अक्सर उनकी तुलना बाबा वेंगा से करते हैं. तात्सुकी की भविष्यवाणी में जून महीने की शुरुआत में एक विनाशकारी घटना का भी जिक्र था. तात्सुकी की भविष्यवाणी एक बार फिर ऑनलाइन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मस् पर वायरल हो रही है और कई लोग ज्वालामुखी में अचानक विस्फोट को उससे जोड़ रहे हैं.
जापान के मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
जापान के मौसम विभाग ने ज्वालामुखी विस्फोट के बाद एक चेतावनी जारी की है. विभाग ने कहा कि राख का गुबार 3,000 मीटर (करीब 9,800 फीट) की ऊंचाई तक पहुंचा है, जो 3 अप्रैल, 2011 के बाद पहली बार हुआ है.
जापानी मौसम विभाग ने ज्वालामुखी विस्फोट का एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया है. इस वीडियो में बुधवार (2 जुलाई) की रात में आसपास के पहाड़ों से लावा और घना काला धुआं निकलता हुआ देखा गया.
दक्षिणी क्यूशू में आया 5.5 तीव्रता का भूकंप
इस बीच गुरुवार (3 जुलाई, 2025) को एक ताककवर भूकंप ने जुलाई में भीषण आपदा आने की जापानी मंगा की भविष्यवाणी से जुड़ी आशंकाओं को और बढ़ा दिया है. गुरुवार (3 जुलाई) को आया भूकंप पिछले दो हफ्ते में कागोशिमा प्रीफेक्चर में आए 1000 से भी ज्यादा झटकों में से एक था.
वहीं, दूसरी तरफ शुक्रवार (4 जुलाई, 2025) को दक्षिणी क्यूशू में 5.5 तीव्रता के आए भूकंप के बाद अधिकारियों ने सभी स्थानीय द्वीपों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया.
जापान सरकार ने लोगों से की अपील
जापान सरकार ने शनिवार (5 जुलाई) को इलाके में और भूकंप आने की संभावनाएं जताई. लेकिन इसके साथ ही लोगों से यह अपील भी की कि वे इंटरनेट और सोशल मीडिया पर उड़ रही अफवाहों पर विश्वास न करें.
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