जब भी कोई प्राकृतिक या मानवीय आपदा घटती है, लोग विज्ञान से पहले भगवान या भविष्य की ओर देखते हैं. लेकिन अगर कोई व्यक्ति लगातार वर्षों से दर्जनों घटनाओं की सटीक भविष्यवाणी कर रहा हो, तो यह केवल संयोग नहीं, बल्कि ज्योतिष का जीवंत प्रमाण बन जाता है.
डॉक्टर अनीष व्यास, पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान के निदेशक और कुंडली विशेषज्ञ, अब एक बार फिर सुर्खियों में हैं. कारण है, तेलंगाना के केमिकल ब्लास्ट से लेकर बारिश, विमान हादसे और गैस रिसाव तक की उनकी पूर्व भविष्यवाणियां.
कैसे बनी थी यह ‘कुंज-केतु’ आपदा भविष्यवाणी?
7 जून को बना त्रिग्रही अशुभ योग
- मंगल का सिंह राशि में प्रवेश (7 जून 2025)
- पहले से ही केतु वहीं स्थित
- शनि मीन राशि में, राहु कुंभ में, गुरु मिथुन में
- मेदिनी ज्योतिष सूत्र अनुसार ‘शनिवत राहु: कुंजवत् केतुः’
- कुंजकेतु योग (मंगल और केतु) से अग्निकांड, विस्फोट, गैस रिसाव और वायुयान दुर्घटनाओं के संकेत
तेलंगाना ब्लास्ट की पुष्टि,फैक्ट्स
- स्थान: संगारेड्डी, तेलंगाना
- घटना: केमिकल फैक्ट्री में विस्फोट
- मृतक (लेख लिखे जाने तक) : 34 (31 शव फैक्ट्री से, 3 अस्पताल में)
- घायल: 30+
यह वही आपदा है जिसकी चेतावनी डॉ. अनीष व्यास ने ABPLive पर पहले ही 5 जून और फिर 26 जून को दी थी. इससे संबंधित लेख यहां पढ़ सकते हैं-
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सिर्फ यह नहीं,बारिश और विमान दुर्घटनाएं भी हुईं सच
- अहमदाबाद में बाढ़ जैसे हालात, 6 इंच से अधिक बारिश
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ज्योतिषीय सलाह पर किया अमल
एबीपी लाइव पर इन भविष्यवाणियों को पढ़ने के बाद ज्योतिषाचार्य की सलाह पर रेनू गोयल ने बैंकॉक जाने से पहले अपनी कुंडली का विश्लेषण करने के लिए कहा और कहा कि क्या हमारे लिए हवाई यात्रा अभी सही रहेगी यानी कुछ लोग ज्योतिष को सलाहकार के रूप में काम में ले रहे हैं. सलाह लेने के बाद इन्होने उचित कदम उठाए.
वहीं गांधीधाम के कमलेश चंदानी ने कुंडली और ग्रहों के आधार पर सलाह लेकर अपनी फैक्ट्री में अग्नि से संबंधित यंत्र चेक करवाया और अभी अपनी हवाई यात्रा को कुछ दिनों के लिए एक्सटेंड कर दिया.
क्या कहते हैं ग्रह और राशियां इस समय?
ग्रह | स्थिति | संभावित प्रभाव |
मंगल | सिंह | अग्निकांड, साहसिक घटनाएं |
केतु | सिंह | भ्रम, आध्यात्म, हादसे |
राहु | कुंभ | तकनीकी विफलता, वायु दुर्घटना |
शनि | मीन | जल तत्व से जुड़ी आपदा |
गुरु | मिथुन | वैचारिक उथल-पुथल |
28 जुलाई तक क्यों है अलर्ट जरूरी?
- 7 जून से 28 जुलाई तक मंगल-केतु कुंज योग सक्रिय
- मेष, सिंह, वृश्चिक, कुंभ और मीन राशि पर विशेष प्रभाव
- अग्नि और वायु तत्व में उथल-पुथल, खासकर भारत की कुंडली में सिंह राशि चतुर्थ भाव में आता है, जो जनता और आंतरिक सुरक्षा को दर्शाता है
ज्योतिषीय सलाह
ज्योतिषी डॉक्टर अनीष व्यास यात्राएं कम करें, खासकर पहाड़ी और समुद्री क्षेत्रों में. वाहन सावधानी से चलाएं. 28 जुलाई तक प्राकृतिक, मानवीय आपदाओं की आशंका बनी हुई है.
यह समय सिर्फ आस्था का नहीं, जागरूकता और संयम का भी है. यदि ज्योतिष का उद्देश्य केवल डराना नहीं, बल्कि पूर्व चेतावनी देकर सुरक्षा देना है.
FAQs
Q1. कुंजकेतु योग क्या होता है?
जब मंगल और केतु एक ही राशि में आते हैं, विशेषकर अग्नि तत्व की राशि में, तो कुंजकेतु योग बनता है, जिससे दुर्घटनाएँ, विस्फोट और अशांति की संभावना बढ़ती है.
Q2. क्या यह योग हर बार इतना घातक होता है?
नहीं, ग्रहों की स्थिति, दृष्टि, नक्षत्र और देश की कुंडली के अनुसार इसके प्रभाव बदलते हैं.
Q3. क्या इस भविष्यवाणी को वैज्ञानिक रूप से भी समर्थन मिलता है?
ज्योतिष विज्ञान में ग्रहों के प्रभाव को सांख्यिकीय और ऐतिहासिक घटनाओं के आधार पर प्रमाणित किया गया है, लेकिन यह विशुद्ध वैज्ञानिक दृष्टिकोण से नहीं परखा गया.
Q4. क्या आम व्यक्ति को भी सावधानी बरतनी चाहिए?
हां, खासकर 28 जुलाई तक यात्राओं और अग्नि से जुड़ी चीजों में सतर्कता जरूरी है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.