कैलाश मानसरोवर यात्रा में कितने किलोमीटर चलना पड़ता है पैदल, कितने रुपये होते हैं खर्च?

कैलाश मानसरोवर यात्रा में कितने किलोमीटर चलना पड़ता है पैदल, कितने रुपये होते हैं खर्च?


कैलाश मानसरोवर यात्रा एक बार फिर शुरू हो गई है. इसकी शुरुआत 30 जून से हुई. चीन से तनातनी के बीच पिछले कई वर्षों से ये यात्रा बंद थी, लेकिन अब वर्ष 2020 के बाद पहली बार श्रद्धालु कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जा रहे हैं. ऐसे में इस यात्रा पर जाने की चाह रखने वालों के मन में कई तरह के सवाल रहते हैं. जैसे इस यात्रा के लिए कितना किमी पैदल चलना पड़ता है, यात्रा में कितना खर्च आता है? आइए कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब जानते हैं.

कितने किमी चलना पड़ता है पैदल?

हिंदू मान्यताओं में कैलाश पर्वत का विशेष स्थान है. हिंदू इसे भगवान शिव का निवास स्थान मानते हैं. ऐसे में कैलाश मानसरोवर की यात्रा फिर से शुरू होना इन श्रद्धालुओं के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं है. लेकिन कैलाश मानसरोवर की यात्रा काफी चुनाैतीपूर्ण मानी जाती है. इसके लिए फिट होना जरूरी होता है. ऐसे में इस यात्रा पर जाने का विचार करने से पहले ये जान लेना चाहिए कि यात्रा के दाैरान कितना पैदल चलना पड़ता है. 

ऐसा है कैलाश मानसरोवर का रूट

एक रूट उत्तराखंड के लिपुलेख दर्रे से होकर जाता है. दूसरा रूट सिक्किम के नाथुला दर्रे से खोला गया है. इन दोनों रूटों को श्रद्धालु के लिए खोला गया है. इसके अलावा तिब्बत के शिगात्से शहर से शुरू होकर एक रूट कैलाश मानसरोवर तक जाता है. कैलाश पर्वत तक पहुंचने के लिए तीर्थ यात्रियों को कम से कम 53 किमी की पैदल यात्रा करनी होती है. लिपुलेख दर्रे से कैलाश की दूरी लगभग सौ किमी है. यहां तक धारचुला-लिपुलेख सड़क से पहुंचा जा सकता है, जिसकी शुरुआत घाटियाबागढ़ से होती है और लिपुलेख दर्रे पर खत्म होती है. यह रोड 6000 फीट से शुरू होकर 17060 फीट की ऊंचाई तक जाती है. 

लिपुलेख दर्रे से यात्रा में लगभग 24 दिन लगते हैं, जबकि नाथुला दर्रे से यात्रा में 21 दिन का समय लगता है. फ्लाइट से काठमांडू जाकर भी सड़क मार्ग से मानसरोवर तक जाया जा सकता है. लैंड क्रूजर फिर ल्हासा होकर मानसरोवर और कैलाश तक यात्रियों को ले जाते हैं. इस पूरी यात्रा का 16 फीसदी हिस्सा चीन में पूरा होता है.

मानसरोवर झील भी जाते हैं श्रद्धालु

कैलाश के दर्शन के साथ ही श्रद्धालु मानसरोवर झील भी जाते हैं, जो कैलाश पर्वत के उत्तर में स्थित है. इसकी ऊंचाई समुद्र तल से 14950 फीट है. यह हैरानी की बात है कि दुनिया में सबसे ऊंचाई पर स्थित मानसरोवर ताजे पानी की झील है. मानसरोवर कैलाश पर्वत से 30 किमी की दूरी पर स्थित है और यह करीब 90 किलोमीटर क्षेत्रफल में फैली है. सर्दी के मौसम में यह झील पूरी तरह से जम जाती है. 

इतना आता है खर्चा

लिपुलेख पास (उत्तराखंड) से कैलाश मानसरोवर यात्रा का खर्च करीब एक व्य​क्ति का 1.74 लाख रुपये आता है. वहीं, नाथु ला (सिक्किम) से एक व्य​क्ति का करीब खर्च 2.83 लाख रुपये आता है.

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